मुख्यमंत्री के बात में दिखता है दोहरापन, कैबिनेट के 8 मंत्री किसी के पुत्र और रिश्तेदार
पटना : समाजवाद के बहाने नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव पर हमला बोलते हुए कहा था कि राजनीति में कुछ लोग अपने पत्नी, बेटा, बेटी, पर अधिक ध्यान देते हैं और पार्टी के अंदर दूसरे नेता को भाव नहीं देते हैं। ऐसे में इसे कैसे समाजवाद कहा जाए। नीतीश कुमार ने परिवारवाद को गलत बताया था और कहा था कि बहुत जल्द देश की राजनीति से परिवारवाद खत्म होने वाला है।
वहीं, अब नीतीश कुमार के इस बयान पर पलटवार करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के बयान में दोहरापन झलकता है। नीतीश कैबिनेट में 8 मंत्री ऐसे हैं जो किसी के पुत्र और रिश्तेदार हैं।
एक पीढ़ी नहीं बल्कि दूसरी और तीसरी पीढ़ी के लोग भी बिहार में मंत्री
तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के बयान में दोहरापन झलकता है। बिहार कैबिनेट में कितने मंत्री ऐसे हैं जो किसी के पुत्र और रिश्तेदार हैं। एक-एक पीढ़ी नहीं बल्कि दूसरी और तीसरी पीढ़ी के लोग भी बिहार में मंत्री हैं। लगभग 8 मंत्री ऐसे हैं जिन पर परिवारवाद का आरोप लगाया जा सकता है। अशोक चौधरी, सुनील कुमार, जयंत राज, सम्राट चौधरी, लेसी सिंह, संतोष सुमन मांझी , नितीन नवीन, सुमित कुमार सिंह की बात यदि करें तो क्या यह परिवारवाद नहीं है?
अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह गलत लगता है खतरनाक लगता है तो उन्हें इन मंत्रियों को बर्खास्त कर देना चाहिए। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। तेजस्वी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के डीएनए पर ही सवाल उठाया था। जेडीयू का मतलब भी जनता को बताया था। जेडीयू का मतलब पीएम मोदी ने जनता का दमन उत्पीड़न बोला था।
इसके आगे तेजस्वी ने कहा कि हमलोग लोकतंत्र में विश्वास रखते है और लोकतंत्र में जीतते हैं। लोकतंत्र में बिना चुनाव के जाया नहीं जा सकता। राजतंत्र तो है नहीं कि ऐसा हो। हम जनता के द्वारा चुनकर आते है।