सदर अस्पताल में मनाया गया विश्व डायबिटीज दिवस
मधुबनी : विश्व मधुमेह दिवस के उपलक्ष्य में सदर अस्पताल में जागरूकता का कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ एसीएमओ डॉ आर के सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। मौके शिविर लगाकर 100 से अधिक मरीजों की जांच व परामर्श दी गई। इस मौके डॉ. सिंह ने कहा कि विश्व का हर पांचवां व्यक्ति मधुमेह का रोगी है। इस बीमारी को लेकर दिन प्रतिदिन स्थिति भयावह होती जा रही है।
परहेज, व्यायाम और दवाओं के जरिए इस पर काबू पाकर लंबा और स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है। ऐसे में आवश्यकता लोगों को जागरूक करने की है। इसे नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली और खानपान में बदलाव लाने की जरूरत है। इसके अलावा योग व व्यायाम को रोजमर्रा में अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। जो न केवल मधुमेह बल्कि अन्य बीमारियों जैसे उच्च रक्तचाप, हृदय रोग आदि से भी बचाएगा।
शुगर जांच करना ही डायबिटीज का नहीं है समुचित इलाज:
एनसीडीओ डॉक्टर एसपी सिंह ने बताया मधुमेह के मरीजों के लिए संयम और सतर्कता आवश्यक है। मरीज खानपान और स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रखकर इस बीमारी पर नियंत्रण रख सकते हैं। दवा का नियमित सेवन रक्त शर्करा की नियमित निगरानी सटीक आहार और व्यायाम की मदद से इस बीमारी को नियंत्रित रखा जा सकता है डॉ सिंह ने बताया कि डायबिटीज मरीज का शुगर नियंत्रित नहीं रहने पर 5 से 10 दिनों के अंदर किडनी का नुकसान शुरू हो जाता है।
डायबिटीज रोगी क्या करें क्या न करें:
•डायबिटीज में थोड़ा और आसानी से पचने वाला भोजन करना चाहिए
•सुबह जल्दी उठना चाहिए व्यायाम के लिए समय निकालना चाहिए, रोज प्राणायाम योग व्यायाम जरूर करना चाहिए।
•सुस्त जीवन शैली के बजाय सक्रिय जीवन शैली को अपनाना चाहिए।
•साइकिलिंग, जिम, स्विमिंग, जो भी पसंद है उसे 30 से 40 मिनट तक जरूर करने की आदत डालनी चाहिए
•डायबिटीज में हम सारे मौसमी और रस वाले फल खा सकते हैं
•डाइट में गुनगुना पानी, छाछ, जौ, का दलिया और मल्टीग्रेन आटा (मिलाजुला अनाज) शामिल करें।
•डायबिटीज के रोगी को दिन में सोना चाहिए मल मूत्र आदि के वेगो को नहीं रुकना चाहिए
•मांसाहार, शराब और सिगरेट आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए
•डायबिटीज रोगी को अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए ऐसे में हुए नींबू पानी लेंगे तो यह उनकी सेहत के लिए और अच्छा होगा
•डिब्बाबंद आहार, बासी खाना, जंक फूड, ज्यादा तेल मसाले वाले भोजन नहीं खाना चाहिए
दो दिवसीय अष्टयाम को लेकर निकाली गई कलश यात्रा
मधुबनी : जिला के जयनगर में भारत-नेपाल बॉर्डर पर स्थित श्रीश्री 108 श्री कान्हर बाबा बेतौन्हा में समस्त ग्रामीणो के सहयोग से हर साल कलश शोभा यात्रा और दो दिवसीय अष्टयाम का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी दो दिवसीय अष्टयाम का आयोजन किया गया। आज कलश यात्रा अष्टयाम स्थल से कमलानदी के तट पर पहुंचा, जहां सैकड़ो कलश यात्रियों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच जलबोझी किया। तत्पश्चात कलश यात्रियों का अष्टयाम स्थल पहुंचा।
शोभा यात्रा में शामिल महिला एवं पुरुष श्रद्धालु बैंड बाजे के साथ कलश शोभा यात्रा में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिए, जहां कान्हर बाबा की जय,कमला मइया की जय सहित देवी-देवताओं के गगनभेदी नारों से वातावरण गुंजायमान हो उठा। इस अवसर पर पूजा समिति के सदस्य धनुष लाल महतो ने कहा कि हर साल की भांति इस साल भी दो दिवसीय अष्टयाम का आयोजन किया गया है। इसका आयोजन मानव कल्याण के लिये प्रत्येक वर्ष किया जाता है।
जयनगर में इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तीन नाईजेरियन के अवैध इंट्री मामले पर हुआ एफआईआर, भेजे गये जेल
मधुबनी : मामले में तीन नाईजेरियन के सहयोगी दो गाइड व टेम्पो चालक भेजा गया न्यायिक हिरासत में इंडो-नेपाल बॉर्डर के बैतोन्हा में अवैध इंट्री मामले में तीन नाईजेरियन समेत तीन नेपाली सहयोगी के विरूद्ध थाने में एफआईआर दर्ज किया गया है। जिसे न्यायिक हिरासत में मधुबनी भेज दिया गया। एसएसबी के बैतोन्हा बीओपी इंचार्ज के बयान पर दर्ज एफआईआर के अनुसार तीनो नाईजेरियन पर बिना वीजा व पासपोर्ट के भारतीय क्षेत्र में अवैध इंट्री के आरोप है। जिस पर भा०द०वि० कि सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर पुलिस अनुसंधान प्रारम्भ कर दिया है।
बता दें की शुक्रवार की दोपहर एसएसबी के बैतोन्हा बीओपी के जवानो ने अवैध इंट्री करते तीन नाईजेरियन समेत 6 नागरिक को पकड़ा, जिसमे तीन नेपाली नागरिक है। जो एक नेपाली नम्बर की लाल रंग के टेम्पो से भारत में प्रवेश कर रहा था, जिसे बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के जवानों ने संदिग्ध स्थित में पकड़ा।
प्रारम्भिक जांच में गिरफ्तार आरोपियों के पास से भारत प्रवेश से जुड़ा कोई भी बैध कागजात नही था। पूछताछ के बाद पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस को बरामद समानो में मोबाइल,पासपोर्ट, नेपाल का टुरिस्ट वीजा समेत तीन बैग में रखे अन्य समान शामिल है।
गिरफ्तार आरोपितो में नाईजेरियन नागरिकों में एंथोनी ओनुओरा, क्रिश्चन उदोचक्वु, फाइडेलिस उदोचक्वू, ओबालिमो तथा सहयोगी के रूप में नेपाली गाइड में नेपाल के सिरहा निवासी धर्मेंद्र कुमार यादव, रितेश कुमार डोनो, टेम्पो चालक जयनाथ साह शामिल है। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि तीनो विदेशी नागरिक तथा उसके सहयोगी तीनो नेपाली नागरिक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
ज्ञातव्य हो कि यह लोग काडमांडू रास्ते सिरहा पहुंचे। सिरहा के महादेव होटल में ठहरे थे। शुक्रवार को टेम्पो हायर कर दो नेपाली नागरिक के सहयोग से जयनगर रास्ते दिल्ली जाने के फिराक में थे। हालांकि दिल्ली जाने के कारणो पता नही चल सका है। इंडो-नेपाल बॉर्डर के खुली सीमा रास्ते शुक्रवार को बिना वीजा के तीन नाईजेरियन नागरिक के गिरफ्तारी के बाद एकबार फिर विदेशी नागरिकों के अवैध इंट्री चर्चे में है।
विदेशी नागरिकों के भारत नेपाल के खुली सीमा से अवैध इंट्री नयी बात नही है। इससे पुर्व भी रेल पुलिस ने भी जयनगर स्टेशन से एक नाईजेरियन नागरिक को पकड़ा था, जिसे न्यायिक हिरासत में भेजा था। 18 दिसम्बर 2019 को पी. थामस नामक नाईजेरियन नागरिक बिना कागजात के जयनगर स्टेशन से गंगासागर एक्सप्रेस से कोलकाता जाने के फिराक में था, जिसे खुफिया विभाग के सहयोग से रेल पुलिस पकड़ा था। इससे पुर्व वर्ष 2016 में अफ्रिकन नागरिक साधु के वेश में जयनगर स्टेशन पर पकड़ाया था।
बता दे कि नाईजीरिया व अफ्रिका ड्रग कारोबारियों के रूप में कुख्यात है। विदेशी नागरिकों की इस तरह अवैध इंट्री से ड्रगस् कारोबार होने से इंकार नही किया जा सकता। इसके बाद सभी आरोपियों को पुलिस अभिरक्षा में कोविड जाँच को ले अनमण्डल अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस प्रशासन के द्वारा सभी आरोपियों से गहन पूछताछ औऱ विस्तृत जानकारी लेने के बाद आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज करने के बाद इनको न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। सुबह भी एनआईए की टीम नारकोटिक्स विभाग की टीम समेत अन्य अधिकारियों और स्थानीय पुलिस थाना अध्यक्ष संजय कुमार के द्वारा गहन पूछताछ की गई।
सभी के स्थायी निवासी परिवारिक जानकारी शिक्षा की जानकारी बैंक एकाउंट की जानकारी तीन बरामद बैग में क्या क्या समान हैं की गहन जाँच कर मोबाईल नम्बर ली गई। क्या कार्य करते है, कहा से आये, कहा जाना था समेत अन्य जानकारी विस्तार पूर्वक ली गई। बरामद सामानों में तीन बैग में मोबाईल कपड़े कागजात समेत अन्य सामान शामिल है।
चिल्ड्रनस डे पर स्कूली बच्चों के बीच पठन-पाठन सामग्री का वितरण, वंचित समुदाय के बच्चो को निःशुल्क मिल रही शिक्षा
मधुबनी : नगर के लहेरियागंज स्थित मुसहरी टोल के सबरी आश्रम में पारमिता एजुकेशन एंड वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा संचालित डॉ० अंबेडकर शिक्षा केंद्र का निरिक्षण दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ० अनिल कुमार द्वारा सपरिवार किया गया।डॉ. कुमार और उनकी पत्नी श्रीमती गीता, टीजीटी, नेचुरल साइंस, दिल्ली सरकार ने बच्चों और अभिभावकों को पठन-पाठन हेतु प्रोत्साहित किया, साथ ही उनके द्वारा बच्चों के बीच पठन-पाठन का सामग्री का वितरण किया गया।
केंद्र के संचालन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले राज नारायण पासवान, सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार द्वारा बताया गया कि महज एक केंद्र नहीं होकर केंद्रों की एक श्रृंखला है, जो बिहार के लगभग 10जिलों में संचालित है। जिसके तहत समाज के वंचित समुदाय के बच्चों तथा यूवाओं को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जाता है| शिक्षा ही वह एकमात्र उपकरण है जिसके द्वारा समाज के हाशिये पर खड़े सामुदायों एवं लोंगों को समाज की विकास प्रक्रिया में भागीदार बनाया जा सकता।
उन्होंने बताया कि उनके संस्थान का मुख्य उद्देश्य वंचित वर्गों के बच्चों को निःशुल्क आरंभिक शिक्षा की प्रक्रिया से अवगत कराते हुए उन्हें स्कूलों की तरफ मोड़ना है। साथ ही केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा संचालित विभिन्न शिक्षण संस्थानों यथा – जवाहर नवोदय विद्यालय, केन्द्रीय विद्यालय सैनिक स्कूल तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित सिमुलतल्ला आवासीय वेद्यालय एवं बाबा साहब डा0 भीम राव अम्बेडकर राजकीय अनुसूचित जाति बालक/बालिका आवासीय 10+2 विद्यालय आदि में प्रवेश दिलाने हेतु प्रोत्साहित करना। केंद्र का संचालन इस वर्ग के लिए संवेदनशील बुद्धिजीवियों द्वारा आर्थिक सहयोग के माध्यम से किया जाता है।
प्रोफेसर डॉ अनिल कुमार और उनकी पत्नी श्रीमती गीता ने बताया कि यह बहुत ही साहसिक और सराहनीय कार्य किया जा रहा है उनके द्वारा बुद्धिजीवियों एवं सामाजिक उत्थान, सामाजिक कार्य समरसता के आकांक्षी लोगों को संचालित केन्द्रों से जुडने का अनुरोध किया गया। आगे उनसे जो भी जो भी संभव होगा उनके द्वारा सहयोग किया जाएगा।
भेलवा चौक स्थित राकेश मैथमेटिक्स क्लासेज में बाल दिवस के अवसर पर रविवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
मधुबनी : कार्यक्रम का उद्घाटन निदेशक राकेश कुमार व कुलदीप सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सर राकेश कुमार ने बाल दिवस पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बच्चों के प्रति प्रेम को देखते हुए उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूम में मनाया जाता है। हमारे देश में हर वर्ष 14 नवम्बर के दिन बाल दिवस का कार्यक्रम मनाया जाता है। इस दिन पंडित नेहरू के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। देश के प्रति समर्पण तथा अंतराष्ट्रीय राजनीति में उपलब्धियों को याद किया जाता है। बच्चे अपने स्कूलों के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। पंडित जवाहरलाल नेहरू को प्यार से सभी बच्चे चाचा नेहरू के नाम से सम्बोधित करते थे।
भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करते हुए भी पंडित नेहरू बच्चों से बहुत लगाव रखते थे। बच्चों के साथ समय बिताना उन्हें बहुत अच्छा लगता था। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए वर्ष 1956 से ही उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। पंडित नेहरू के अनुसार आज के बच्चे ही देश के भविष्य हैं। इसलिए उन्हें प्यार और देखभाल की जरुरत होती है ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सके। उनका मन बहुत ही साफ़ होता है, और कोई भी चीज़ बच्चों के मन में असर डालती है। इसलिए उनका विशेष ध्यान रखना जरुरी होता है। देश का भविष्य बच्चे ही हैं। सभी बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है।
बच्चों के रहन-सहन का स्तर उठाना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल होना चाहिए। बाल दिवस पर केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा बच्चों के भविष्य के लिए कई तरह की योजनाओं की घोषणा की जाती है। देश के भावी निर्माताओं के लिए उनके विद्यालयों में भी कई तरह कके कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। नए कपडे, भोजन, किताबे इत्यादि प्रदान की जाती है। बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति भी जागरूक किया जाता है। देश के हर छोटे बड़े स्कूलों में बाल दिवस मनाया जाता है। बच्चे अलग अलग तरह के कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं।
गीत-संगीत, नृत्य, नाटक, चित्रकला के प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। इस दौरान छात्रों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, गीत संगीत, नृत्य, भाषण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं कोविड महामारी पर कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले छात्रों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस मौके पर मो० अशरफ, मो० मनुअर, रामपुजन एवं सूर्य नारायण मंडल समेत अन्य मौजूद थे।
चाइल्ड लाइन के द्वारा दोस्ती कार्यक्रम के तहत संगीत प्रतियोगिता का आयोजन
मधुबनी : चाइल्ड लाइन सब-सेंटर जयनगर के द्वारा चाइल्ड लाइन से दोस्ती कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रथम दिन शारदा ट्यूशन सेंटर जयनगर में संगीत प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बच्चों का शोषण रोकने व बाल अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई।
चाइल्ड लाइन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शारदा कंप्यूटर के डायरेक्टर संतोष शर्मा ने बताया कि बच्चों के शोषण को रोकने के लिए चाइल्ड लाइन अथक प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह एक कानूनी अपराध है। अगर कहीं भी बाल विवाह होता है, तो उसकी जानकारी चाइल्ड लाइन 1098 पर दी जा सकती है, जिससे उसपर तत्काल रोक लगाई जा सके।
चाइल्ड लाइन सब सेंटर जयनगर के टीम मेंबर रंजिता कुमारी, सविता देवी एवं पप्पू पूर्वे ने बाल कल्याण के क्षेत्र में होने वाले शोषण को रोकने के लिए लोगों को जागरुक करने के अलावा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के बारे में भी पूरी जानकारी दी गई। इस दौरान संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर चाइल्ड लाइन सब सेंटर जयनगर के द्वारा प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सभी सम्मलित छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। इस मौके सैकड़ों लोग मौजूद थे।
सुमित कुमार की रिपोर्ट