किसान की गोली मारकर ह्त्या
आरा : भोजपुर जिले के तरारी थानान्तर्गत करथ गाव में रविवार की देर शाम हथियार बंद बदमाशों ने एक किसान की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या से पहले अपराधियों ने पैर छूकर किसान से आशीर्वाद लिया था| मृतक की पहचान करथ गाँव के नवरंग के 50 वर्षीय पुत्र अजय सिंह उर्फ मुरार सिंह के रूप में की गयी है| पुलिस मौके पर पहुंच कर छानबीन कर रही है। इस घटना को आपसी रंजिश व धंधे में वर्चस्व से जोड़कर देखा जा रहा है। हमलावर युवक करथ गाव का ही बताया जा रहा है जो वारदात के बाद फरार है। पुलिस गिरफ्तारी के प्रयास में लगी हुई है। रात में पीरो डीएसपी अशोक कुमार आजाद ने करथ गाव पहुंचकर वारदात के बारे में जानकारी ली।
बताया जाता हैं कि तरारी थाना क्षेत्र के करथ गाव निवासी अजय सिंह संध्या समय अपने पुत्र राकेश कुमार के सिंह के साथ गांव से उत्तर बधार में घूमने गए थे। जब वे वापस लौट रहे थे गाव के ही एक आरोपित ने उसके सिर में गोली मार दी और फरार हो गया। फायरिंग की आवाज होने पर गाव के ग्रामीण जुट गए और घायल को इलाज के लिए आनन-फानन में रोहतास के बिक्रमगंज स्थित निजी अस्पताल में ले गए। जहा, से डाक्टर ने पटना रेफर कर दिया। लेकिन, रास्ते में मौत हो गई। थानाध्यक्ष अरविंद कुमार सूचना मिलने पर करथ गाव पहुंच गए। पुलिस के अनुसार हमला करने का आरोप गाव के ही एक युवक अमित कुमार पर लगाया जा रहा है जो वारदात के बाद फरार है। पहले दोनों एक साथ रहते थे। बाद में विवाद हो गया। डॉक्टर के अनुसार गोली सिर के में लगी थी जो आख के पास से निकल गई थी।
बेटे को बचाने गयी माँ भी करंट की चपेट में आ गई
आरा : भोजपुर जिले के चांदी थाना क्षेत्र के खनगांव गांव में विद्युत करंट से मां-बेटे गंभीर रूप से झुलस गये। इसमें बेटे की मौत हो गई। आग से झुलसी मृतक की मां का इलाज निजी अस्पताल में कराया जा रहा है। बताया जाता है कि मृत युवक खनगांव गांव निवासी स्व.गनौरी साह का 16 वर्षीय पुत्र विशाल कुमार साह है। मां सामसुंदर देवी है।
मृतक के परिजनों ने बताया कि आज सुबह दोनों मां-बेटे खेत में पटवन करने गये थे। तभी विशाल कुमार साह विद्युत करंट की चपेट में आ गया। जिसे बचाने उसकी मां सामसुंदर देवी गई पर वह भी करंट की चपेट में आ गई और झुलस गई। दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया जा रहा था लेकिन रास्ते में ही विशाल कुमार शाह ने दम तोड़ दिया। बावजूद इसके परिजन उसे सदर अस्पताल ले आये जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में पुलिस ने मृतक का आरा सदर अस्पताल में पोस्ट मार्टम करवाया|
विवाहिता ने की आत्मह्त्या
आरा : नवादा थानान्तर्गत जगदेव नगर में एक विवाहिता की मौत हो गयी। ससुराल वालों ने जहां आत्महत्या करार दिया वहीं मायके वालों ने दहेज के लिए पीटकर गला दबाने के बाद हत्या कर फांसी लगा देने का आरोप लगाया है। सूचना पर स्थानीय पुलिस घटना स्थल पर पहुंची तथा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। मृतका के पिता ने हत्या का आरोप ससुराल वालों पर लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसके पति को गिरफ्तार कर लिया। मृतका का नाम प्रीति कुमारी उर्फ राजू है। जो झारखंड के तेलीपाड़ा निवासी नरेंद्र नारायण सिंह बेटी है।पिता ने नवादा थाना में एफआइआर के लिए आवेदन दिया है जिसके अनुसार मृतका नवादा थाना क्षेत्र के जगदेवनगर मोहल्ला निवासी राकेश कुमार प्रधान की 26 वर्षीया पत्नी प्रीति कुमारी है। वह वर्तमान में नवादा थाना क्षेत्र के कृष्णानगर में करीब एक माह से किराये का मकान लेकर अपने पति के साथ रहती थी। मृतका के पिता ने ससुरालवालों पर दहेज प्रताड़ना को लेकर फांसी का फंदा लगाकर हत्या करने का आरोप लगाया है।
बताया जाता है कि झारखंड के धनबाद थाना क्षेत्र के तेलीपाड़ा गांव निवासी नगेंद्र नारायण सिंह उर्फ लालबाबू सिंह ने अपनी पुत्री प्रीती कुमारी की शादी नवादा थाना क्षेत्र के जगदेवनगर मोहल्ला निवासी वशिष्ठ मुनी प्रधान के पुत्र राकेश कुमार प्रधान से 24 फरवरी 2014 में हिंदू रीति रिवाज के साथ की थी। शादी के कुछ दिन बाद से ही उनकी पुत्री को दहेज को लेकर बराबर प्रताड़ित किया जा रहा था। शनिवार की देर रात उन्हें दूरभाष से सूचना मिली कि उनकी पुत्री ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। सूचना मिलते ही मृतका के परिजन आरा पहुंचे। वहीं दूसरी ओर मृतका के पिता ने पति मृतका के ससुराल में पति, सास-ससुर एवं ननद पर दहेज प्रताड़ना को लेकर फांसी का फंदा लगाकर हत्या करने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस अपने स्तर से इस मामले की छानबीन कर रही है।
भोजपुर प्रशासन ने छठव्रतियों को तालाब में डुबकी से किया मना, कहा घर पर ही करें छठ पूजा
आरा : छठपर्व को लेकर भोजपुर के जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा एवं पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने अधिकारियों के साथ विशेष बैठक कर छठ की सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की। इसके साथ ही कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए कई तरह के निर्देश दिए जो सुरक्षा एवं जान माल की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। पदाधिकारी द्वय ने छठ पूजा समितियों नागरिक इकाईयों वार्ड पार्षद एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों से समन्वय स्थापित कर कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर निर्गत निर्देशों का अनुपालन करेंगे ।
कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए लोगों से अपील की जाती है कि वे अपने घरों पर ही छठ पूजा करें। छठ महापर्व के आयोजन के दौरान मास्क का उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करेंगे । शहरी क्षेत्रों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में छठ घाटों को सैनिटाईज कराने का निर्देश दिया गया। छठ घाटों पर कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए जागरूकता फैलाने के लिए माईक के माध्यम से लगातार प्रचार-प्रसार करेंगे । तालाब में अर्घ्य देने के दौरान छठव्रती एवं अन्य लोग डुबकी न लगा पायें, इसके लिए नदी तालाबों पोखरा में जल को चिन्ह्ति करते हुए बैरिकेडिंग की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया।
छठ घाट के आस-पास खाद्य पदार्था का स्टाल नहीं लगाया जायेगा। कोविड-19 के संक्रमण के मद्देनजर छठ घाटों पर किसी भी प्रकार का मेला जागरण सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जायेगा। प्रखंड स्तर थाना स्तर पर छठ पूजा समितियों के साथ बैठक करते हुए सभी आवश्यक तैयारियों को पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया. छठ घाटो पर जाने वाले आवामन के मार्गो की साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया गया । नदी जलाशयों का सुरक्षित जलस्तर तक मजबूत बल्लों से बैरिकेटिंग कराने का निर्देश दिया गया । छठ घाटों घाट पर जाने वाले रास्तों में रौषनी की पर्याप्त व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया । छठ घाटों पर षुद्ध पेयजल अस्थाई षौचालय की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया ।
छठ घाटों पर महिलाओं के लिए कपड़े बदलने के लिए टेन्टनुमा घेराबंदी कराने का निर्देश दिया गया । भीड़ भाड़ वाले छठ घाटों पर पर्याप्त संख्या में वाच टावर एवं उद्घोशणा कक्ष/कंट्रोल रूम बनाने का निर्देश दिया गया ।नदियों तालाबो एवं अन्य जलाशयो में आवष्यकतानुसार नावों एवं प्रषिक्षित गोताखोरो की प्रतिनियुक्ति करने का निदेश दिया गया । नदियों तालाबो एवं अन्य जलाशयों में नावों के अवैध परिचालन पर प्रतिबन्ध रहेगा । छठ घाटों एवं आवागमन के मार्गो पर पटाखा जलाने पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा । छठ घाटों पर चिकित्सा कैम्प की स्थापना करने का निदेष सिविल सर्जन भोजपुर को दिया गया । छठ घाटों के पास गाड़ियों को सुव्यवस्थित ढंग से लगाने के लिए पार्किंग स्थल का चयन करने का निदेश दिया गया ।
राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट