21 अक्टूबर : नवादा की मुख्य खबरें

0

भक्तों की मुरादें पूरी करती हैं मां तारा देवी

नवादा : जिले के नरहट प्रखंड के बेरौटा गांव स्थित प्रसिद्ध एवं ऐतिहासिक मां तारा देवी मंदिर में शारदीय नवरात्र पर माता का दर्शन व पूजन के लिए प्रति दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। भक्त माता का दर्शन पूजन कर आशीर्वाद ले रहे हैं। यहां के प्रति लोगों में असीम आस्था है। मान्यता है कि नवरात्र में माता का दर्शन पूजन कर मन्नतें मांगने पर मां भक्तों की सभी मुरादें पूरी करती हैं। नि:संतान महिलाएं माता का पूजन कर आंचल फैलाकर पुत्र प्राप्ति का आशीर्वाद मांगती है। मुरादें पूरी होने पर भक्त मां तारा देवी की गोद भराई व पूजा अर्चना ढोल बाजे के साथ करते हैं। कोरोना को लेकर मंदिर के पुजारी एवं मंदिर कमेटी द्वारा सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है।

मां तारा देवी मंदिर का इतिहास

swatva

– ग्रामीणों के अनुसार बेरौटा गांव वर्षों पूर्व राजा विराट की नगरी थी। राजा विराट का महल बेरौटा गांव में था।

आज भी कुछ लोग बेरौटा गांव को विराटनगर कहते हैं। पूर्व में माता तारा देवी की प्रतिमा एक विशाल पीपल के वृक्ष के खोहनुमा में अवस्थित था। पीपल का पेड़ काफी पुराना होने के कारण धीरे धीरे धराशायी हो गया। इसके बाद ग्रामीणों एवं अन्य आस पास के दानदाताओं के सहयोग से उसी स्थान पर एक भव्य मंदिर का निर्माण कार्य जारी है।

बताया जाता है कि राजा विराट की पुत्री उतरा इस मंदिर में मां तारा देवी की पूजा अर्चना किया करती थी। मंदिर के ठीक सामने 100 गज की दूरी पर खुले आसमान में करीब 7 फीट का एक विशाल शिवलिग है। मंदिर के उत्तर 50 गज की दूरी पर एक तालाब है। मंदिर परिसर में एक षष्ट कोण का कुआ मंदिर की पौराणिकता को दर्शाता है।

ग्रामीणों की मांग

-ग्रामीणों का कहना है कि बेरौटा गांव स्थित मां तारा देवी का मंदिर काफी पुराना है। पुरात्व विभाग की टीम द्वारा भी मंदिर की जांच की गई है। इस ऐतिहासिक मंदिर को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किए जाने की जरूरत है। समीप के झिकरुआ सूर्य नारायण मंदिर को पर्यटक स्थल में शामिल किया गया है, तब से ग्रामीणों की मांग बेरौटा गांव स्थित तारा देवी मंदिर को भी पर्यटक स्थल में शामिल करने के लिए तेज हो गई है।

कहते हैं पुजारी:-

मंदिर के पुजारी रंजीत पांडेय ने बताया कि मां तारा देवी की महिमा अपरंपार है। सच्चे मन से जो भी भक्त माता दर्शन पूजन कर मन्नतें मांगते हैं, माता उनकी सभी मुरादें पूरी करती हैं। मन्नतें पूरी होने पर गाजे बाजे के साथ मुंडन संस्कार, गोद भराई का रस्म एवं नवरात्रि पूजा करते हैं। ऐसे तो दूर दूर से श्रद्धालु भक्त प्रति दिन माता का दर्शन के लिए आते हैं लेकिन नवरात्र में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है।

530 दिव्यांगों व वृद्धजनों ने पोस्टल बैलेट से डाले वोट

– 87.02 फीसद हुई वोटिग, 609 थी वोटरों की संख्या
– मतदान पदाधिकारियों ने घर-घर जाकर कराया मतदान

नवादा : कोरोना संक्रमण को देखते हुए चुनाव आयोग के निर्देश पर इस बार दिव्यांगों और 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। ऐसे लोगों के लिए पोस्टल बैलेट से मतदान की व्यवस्था की गई थी। जिसमें 609 संबंधित लोगों ने पोस्टल बैलेट से मतदान की इच्छा जताते हुए फॉर्म भरा था। इसके एवज में 17 व 18 अक्टूबर को मतदान कराया गया।

मतदान पदाधिकारी सहित वरीय अधिकारियों ने संबंधितों के घर-घर मतदान करवाया। 609 लोगों में 530 लोगों ने मतदान में हिस्सा लिया। जनसंपर्क विभाग से दी गई जानकारी के मुताबिक पोस्टल बैलेट से 87.02 फीसद वोटिग हुई। पहले दिन 17 अक्टूबर को 454 मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया। 155 लोग पहले दिन नहीं मिले। जो वोटर 17 को नहीं मिले, उनके घर पर दोबारा 18 अक्टूबर को अधिकारी पहुंचे और वोटिग कराई। दूसरे दिन भी 76 वोटरों से मुलाकात हो सकी और उन लोगों ने अपने-अपने मत का प्रयोग किया।

शेष 79 मतदाता नहीं मिले। अब पोस्टल बैलेट से मतदान का समय समाप्त हो गया है। इस प्रकार 79 मतदाता पोस्टल बैलेट के जरिए वोटिग से वंचित रह गए।

आंकड़े एक नजर में
किस विस में कितना पड़ा वोट
विस का नाम – वोटरों की संख्या – डाले गए वोट
रजौली – 96 – 93
हिसुआ – 109 – 101
नवादा – 173 – 135
गोविदपुर – 115 – 104

जननेता शत्रुघ्न शरण सिंह को अंग्रेजों ने दिया था कालापानी की सजा

– नवादा को जिला बनाने का जाता है श्रेय

नवादा : सन 1973 में नवादा जिला बना। तब इसका श्रेय हिसुआ के तत्कालीन विधायक शत्रुघ्न शरण सिंह को जाता है। मगही कोकिल के नाम से विख्यात कवि जयराम सिंह ने तब एक गीत ”बन गेल जिला नवादा भैया, शत्रुघ्न के वादा होल पूरा” गाकर इसे जनमानस में ऐसा बैठा दिया कि आज भी लोग उस कविता को नहीं भूले हैं। जिला बनने के पूर्व नवादा गया जिला का हिस्सा था। तब गया जिले में गया के अलावा नवादा, औरंगाबाद और जहानाबाद अनुमंडल हुआ करता था। तत्कालीन मुख्यमंत्री केदार पांडेय के द्वारा इन जिलों का सृजन किया गया था।

शत्रुघ्न शरण मूलत: गया जिले के कोंच थाना इलाके के सिदुआरी गांव के निवासी थे। अक्खड़ स्वभाव के माने जाते थे। स्वतंत्रता संग्राम में लगातार बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया करते थे। अंग्रेजी शासकों ने तब उन्हे कालापानी की सजा दी थी। मुखर वक्ता के रूप में भी उनकी पहचान थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व नवादा के पूर्व विधायक नरेंद्र कुमार बताते हैं कि आजादी के पूर्व कई बार उन्होंने जेल यात्रा की। आजादी की लड़ाई के दौरान ही तब के गया जिले के शत्रुघ्न शरण सिंह, डॉ. केशव सहित तीन लोगों को कालापानी की सजा हुई थी।

टीएस कॉलेज हिसुआ के पूर्व प्राध्यापक व भाजपा के जिलाध्यक्ष रहे डॉ. विजय कुमार सिन्हा कहते हैं कि कालापानी की सजा के दौरान उन्हे काफी यातनाएं दी गई थी। उस वक्त उनकी पत्नी के समक्ष भोजन के लाले पड़ गए थे। लोग यह भी मानते हैं कि वे लाऔलाद रह गए तो इसकी बड़ी वजह अंग्रेजी हुकूमत की यातनाएं थी।- हार गए थे पहला चुनाव – पूर्व विधायक नरेंद्र कुमार बताते हैं कि आजादी के बाद 1952 में हुए पहले चुनाव में शत्रुघ्न शरण सिंह को दाउदनगर से कांग्रेस ने टिकट दिया था। लेकिन वे चुनाव हार गए थे।

बाद में 1957 में उनकी पत्नी राजकुमारी देवी हिसुआ से चुनाव लड़ी। 1957 व 62 का चुनाव जीती। बाद के तीन चुनाव 67, 69 व 72 का चुनाव हिसुआ से स्वयं शत्रुघ्न बाबू लड़े और जीते। 10 साल विधायक रहते वे अब्दुल गफुर व दारोगा प्रसाद राय के मंत्रीमंडल में मंत्री भी रहे। हजारों लोगों को दी थी नौकरियां – जिला परिषद में लंबे समय तक सेवा देने वाले नवादा जिला भाजपा के पूर्व अध्यक्ष केदार सिंह कहते हैं कि जिला परिषद पर पकड़ होने के कारण उनसे लाभान्वित होने वालों की काफी संख्या थी।

वे करीब दो दशक तक गया जिला परिषद के चेयरमैन भी रहे। तब जिला परिषद के पास काफी शक्तियां हुआ करती थी। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क जिला परिषद के जिम्मे हुआ करता था। स्कूलों का सृजन व शिक्षकों की बहाली के कारण उनकी जनता पर काफी पकड़ थी। पढ़े लिखे लोगों की संख्या कम हुआ करती थी। शिक्षक की नौकरी आसानी से मिल जाती थी। मगध विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाई टीएस कॉलेज हिसुआ की स्थापना में भी उनका बड़ा योगदान रहा। काफी समय तक कॉलेज के सचिव भी रहे।

माइक्रो आब्जर्वर चुनाव आयोग के आंख और कान

– विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिया गया प्रशिक्षण
– दायित्व से कराया गया अवगत

नवादा : विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मंगलवार को नगर भवन में माइक्रो आब्जर्वर को प्रशिक्षण दिया गया। सामान्य प्रेक्षक जीबी पाटिल की मौजूदगी में प्रशिक्षण कार्यक्रम चला। जिला उपनिर्वाचन पदाधिकारी श्रीनिवास ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि माइक्रो आब्जर्वर चुनाव आयोग के आंख और कान होते हैं। चुनाव की हर प्रक्रिया पर सूक्ष्मता से नजर रखना है।

मतदान के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता नहीं बरती जाए। अपने कर्तव्य एवं दायित्व का ससमय पालन करें। उन्होंने सभी माइक्रो आब्जर्वर को उनके कार्य के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मॉक पोल आयोजित करके ईवीएम मशीन के कार्य पद्धति की सटिकता को प्रमाणित करने, पोलिग को ससमय शुरू करवाने, पोलिग के दिन सभी आवश्यक सुविधाओं को उपलब्ध कराने, ईवीएम में किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर उसे निर्धारित समयावधि में बदलने आदि जैसे कार्य ससमय पूर्ण करें। माइक्रो आब्जर्वर अपने क्षेत्र में हर एक चुनाव प्रक्रिया पर नजर बनाये रखता है। जो हर क्षेत्र मे मतदान की सहजता की रिपोर्टिग चुनाव आयोग को करते हैं। इस प्रकार चुनाव आयोग अपने नियमों और प्रावधानों को लागू करने मे सहजता एवं चुनाव प्रक्रिया को और कैसे बेहतर बना सकते हैं, इस पर आगे की रणनीति तय करती है। मास्टर ट्रेनर अलखदेव यादव ने माइक्रो आब्जर्वरों को ईवीएम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मौके पर शिक्षा विभाग के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी जमाल मुस्तफा के साथ-साथ सभी माइक्रो आब्जर्वर उपस्थित थे।

चुनावी कार्यों में बरती कोताही तो होगी कार्रवाई : डीईओ

– 22 अक्टूबर तक बिजली, रैंप, शौचालय की व्यवस्था का निर्देश
– जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अधिकारी व कर्मियों को दिए कई निर्देश

नवादा : मध्याह्न भोजन योजना के कार्यालय में मंगलवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार चौधरी ने विभाग के अधिकारियों व कर्मियों के साथ बैठक की। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जिन विद्यालयों में मतदान केंद्र बनाया गया है, वहां आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ करें। तैयारियों में किसी प्रकार की कोताही बरतने पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। डीईओ ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर 22 अक्टूबर तक हर हाल में बिजली, शौचालय, रैंप की व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। सभी बीईओ व बीआरपी को निर्देश देते हुए कहा कि बड़े साइज के डस्टबीन की खरीदारी करना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के क्रम में यदि ये सारी सुविधाएं नहीं मिली तो कार्रवाई तय है।

डीईओ ने निर्देश देते हुए कहा कि वैसे सीआरसीसी को चिन्हित करें, जो चुनावी कार्यों में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। वैसे सीआरसीसी को हटाते हुए विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मौके पर समग्र शिक्षा के डीपीओ जमाल मुस्तफा सहित सभी बीईओ, प्रखंड साधनसेवी, बीआरपी एमडीएम आदि उपस्थित थे।

खेल ग्राउंड पर जेसीबी से मिट्टी काटने से खिलाड़ियों में आक्रोश

नवादा : जिला मुख्यालय के नगर में एकमात्र स्टेडियम है जो आज किसी न किसी कारण व्यस्त है। विधानसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन की ओर से हरिशचंद्र स्टेडियम में कई कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसके कारण जिला मुख्यालय नगर के युवक-युवतियों को  ग्राउंड नहीं रहने के कारण काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

कृष्णा कुमार, सतीश कुमार, उपेंद्र कुमार, कृति रंजन, विकास, जुली कुमारी, प्रतिमा कुमारी, प्रेमलता, प्रीति, खुशबू, भारती, निक्की आदि नेबताया कि जिले के नगर में एकमात्र दौड़ का मैदान इस वक्त हम लोगों के लिए है। जहां पर हम लोग बिहार पुलिस दरोगा सीआरपीएफ के लेकर फिटनेस के लिए दौड़ लगाते हैं। लेकिन कुछ दबंगों के द्वारा जेसीबी मशीन लगाकर  खुदाई की जा रही है। जिससे हम लोगों को काफी परेशानी हो रही है। जिला प्रशासन पुलिस अधीक्षक खेल मंत्री बिहार सरकार के मंत्री व आयुक्त को आवेदन देकर दबंगों के विरूद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। अगले सुबह करीब 200 स्थानीय लोग समाहरणालय पहुंचकर जिला प्रशासन से मांग की गई है। जिनके द्वारा अतिक्रमण की जा रही है उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए।

25 लाख रूपये मूल्य से अधिक का अंग्रेज़ी शराब बरामद

नवादा : उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने हिसुआ थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव से ट्रक से लाये गये 25 लाख रूपये से अधिक मूल्य का अंग्रेज़ी शराब बरामद किया है । पुलिस को आते देख चालक व खलासी वाहन छोङ फरार हो ने में सफल रहा । इस बावत उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की है ।

बताया जाता है कि उत्पाद विभाग के अधिकारियों को हिसुआ थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव में शराब की बङी खेप आने की गुप्त सूचना मिली । सूचना के आलोक में त्वरित कार्रवाई कर ट्रक समेत इम्पीरियल ब्लू अंग्रेजी शराब को बरामद कर ट्रक को जब्त किया है । बता दें इसके पूर्व रजौली समेकित जांच केंद्र पर ट्रक से भारी मात्रा में गांजा के साथ खलासी को गिरफ्तार किया गया था। बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही दुर्गा पूजा को ले जिले में शराब की बङी खेप के आने से उत्पाद व पुलिस विभाग परेशान है । आश्चर्य तो यह कि कङी चौकसी के बावजूद धंधेबाजों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पङ रहा है ।

महुआ शराब कारोबारी के विरूद्ध प्राथमिकी

नवादा : जिले की सिरदला पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर ए एस अाई पवन झा ने पुलिस बल के सहयोग से क्षेत्र के चमोथा बधार में सघन छापेमारी किया। इस दौरान पुलिस को देख शराब भट्ठी संचालक लाटो चौधरी व मोहन चौधरी फरार हो गया। ग्रामीण पुलिस व स्थानीय लोगों की पहचान व गवाह के आधार पर सिरदला कांड संख्या 435/020 दर्ज कर कार्रवाई आरम्भ किया गया है। थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा ने बताया कि शराब कारोबारी को किसी कीमत पर वख्शा नहीं जाएगा।

महादलित की जमीन से जबरन मिट्टी खुदाई करने व शराब पीकर हंगामा करने के आरोप में प्राथमिकी

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला नवादा थाना क्षेत्र बागेश्वरी गांव में सुखनर निवासी प्रदीप प्रसाद यादव के द्वारा बागेश्वरी निवासी राजेश चौधरी के जमीन से जबरन जे सी बी से खुदाई कर मिट्टी निकले खेत को बर्बाद करने एवम् शराब पीकर पुलिस के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोप में एफ अाई आर दर्ज किया गया है।
थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा ने बताया कि सिरदला थाना कांड संख्या 434/020 एस अाई अपर थानाध्यक्ष गोविंद सिंह के वयान पर दर्ज किया गया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here