लोजपा के ‘बड़े साहब’ आखिरी बार 2 बजे पहुंचेंगे पटना
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न्यू दिल्ली /पटना : मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद देश में शोक की लहर है। शोक जताने के बाद संसद और राष्टपति भवन का आधा झंडा झुका दिया गया है।
जानकारी हो कि एस्कॉर्ट हार्ट इंस्टीट्यूट में 74 वर्ष की आयु में रामविलास पासवान का निधन हुआ। निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर को एम्स लाया गया। यहां पर केमिकल लेप के बाद पार्थिव शरीर को उनके दिल्ली स्थिति आवास पर भेजा गया। इस दौरान खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन मौजूद रहे। उनका पार्थिक शरीर अंतिम दर्शन के लिए आवास पर रखा गया है।
दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पार्थिव शरीर को शुक्रवार दोपहर बाद 2 बजे पटना लाया जाएगा। इसके बाद पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट से लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। दिवंगत नेता के पार्थिव शरीर को पटना लोजपा कार्यालय से विधानसभा ले जाया जाएगा। रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर बाद में उनके श्रीकृष्णापुरी स्थित आवास ले जाया जाएगा और लोग यहां भी उनका अंतिम दर्शन कर पाएंगे। उनका अंतिम संस्कार पटना में ही दीघा घाट पर किया जाएगा।बिहार लोजपा कार्यालय में तमाम तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है लेकिन यहां हर कोई बिलखते हुए अपने बड़े रामविलास को याद कर रहा है।
बड़े साहब’ के संबोधन के जरिए रामविलास को किया जाता था याद
बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी के अंदर ‘बड़े साहब’ के संबोधन के जरिए रामविलास पासवान को याद किया जाते थे। पार्टी के नेता हो या फिर परिवार के सदस्य या फिर अन्य समर्थक के अगर स्वर्गीय रामविलास पासवान को कोई याद करता है तो इसके लिए वह बड़े साहब का ही संबोधन करता था।रामविलास पासवान ना केवल अपनी पार्टी परिवार और समर्थकों के लिए बल्कि अपने साथ रहने वाले हर एक छोटे बड़े लोगों में बेहद खास थे। सबके साथ व्यक्तिगत संबंधों को उन्होंने निभाया और यही वजह है कि उनके चले जाने के बाद सभी गम में डूबे हुए हैं।