100 नए कॉलेज खुल गए, लेकिन नामांकन की मंजूरी नहीं
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में लगातार उद्घाटन और शिलान्यास के कार्यक्रम हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे हैं। तो वहीं राज्य के मुखिया भी लगातार योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास में व्यस्त हैं। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में पांच फार्मेसी कॉलेज में पदों के सृजन की घोषणा कर दी है। लेकिन राज्य में करीब 100 प्राइवेट कॉलेजों में नामांकन की हरी झंडी नहीं मिली है।
बिहार में चुनाव का मौसम आते ही लगातार योजनाओं का शिलान्यास हो रहा है लेकिन राज्य प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में नामांकन को लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इन 100 कॉलेजों में से करीब 2 या तीन कॅालेजों का केन्द्रीय स्तर से लेकर राज्य सरकार ने जांच कर संतोषप्रद रिपोर्ट दे दी है। शेष, कोविड-19 के कारण शपथ पत्र के माध्यम से अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सूबे में दशकों से फार्मेंसी की पढ़ाई पर ग्रहण लगा था, बाद में शिक्षा के निजीकरण नीति के तहत लोगों ने कॅालेज खोलने का साहस तो कर लिया, पर अब निरीक्षण के बाद भी अभी तक उनमें तालाबंदी है और बैंक से कर्ज लेकर तैयार सरंचना के लिए व्याज चुकाया जा रहा है, वो अलग।