पटना : जदयू में शामिल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के विरोधियों पर हमले तेज होते जा रहे हैं। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के बाद जीतन राम मांझी की पार्टी ने बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला बोला है।हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने सरकारी नौकरियों में दलितों के अधिकार का विरोध करने पर तेजस्वी यादव को नाम लिए बगैर उन पर हमला किया।
मंगलवार को एक पोस्टर जारी किया गया। जिसमें बड़े अक्षरों में दर्ज किया गया है ‘सरकारी नौकरी है दलितों का अधिकार, मत विरोध करो जंगलराज के युवराज’। पोस्टर में बकायदा सरकारी गजट की तस्वीर भी डाली गई है, जिसमें प्रावधान हैं कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजातियों से संबंध रखने वाले मृतक की विधवा या अन्य आश्रितों में से एक सदस्य को रोजगार व मकान दिए जाने की व्यवस्था की जाएगी। पोस्टर में गजट की तस्वीर के उपर लिखा है कि ‘ मैट्रिक फेल जंगलराज के युवराज को कोई समझा दे कि नीचे क्या लिखा है।
मालूम हो कि 5 सितंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अनुसूचित जाति-जनजाति के किसी सदस्य की हत्या किए जाने पर पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी देने के संबंध में घोषणा की थी, जिसका नेता प्रतिपक्ष ने विरोध किया था। अब राजद नेता के इस विरोध पर हम मोर्चा उन पर हमलावर हो गया है। इस पोस्टर में नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के साथ ही जीतनराम मांझी की तस्वीर तो है, परन्तु एक बार फिर लोजपा अध्यक्ष या उसके किसी नेता को इसमें जगह नहीं दी गई है।