कंटेनमेंट जोन में रास्ता बंद होने से परेशान ग्रामीण, जिलाधिकारी के समक्ष करेंगे प्रदर्शन
पटना : राजधानी से सटे दानापुर अनुमंडल के कई गांव लंबे समय से कंटेनमेंट जोन एरिया क्षेत्र में लगे प्रतिबंध के कारण परेशान हैं। इस अनुमंडल के लगभग दर्जनभर गांवों में आवाजाही में लगी रोक के कारण हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी हो कि सेना के सुरक्षा मानकों के कारण ये प्रतिबंध लगाया गया है। प्रतिबंधों के कारण 100 मीटर की दूरी के रास्ते को लंबा घूम कर कई किलोमीटर में पूरा किया जा रहा है। जिसके बाद आसपास के लोगों एवं कुछ अन्य संगठनों ने इस मुद्दे को लेकर 8 सितंबर को जिलाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन करने का भी निर्णय लिया है।
चार महीने से गाँव आने का मुख्य मार्ग बंद
ग्रामीणों और छात्रों ने बताया कि सेना के अफसरों ने लगभग चार महीना पहले गाँव आने का मुख्य मार्ग बंद कर दिया है । इससे चांदमारी, लोदिपुर, सिकंदर पुर, रघुरामपुर, मठियापुर, महुआबाग, बिग नारायणपुर सहित दर्जनों गांवों के लगभग 15 हजार लोग प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि मात्र 300 मीटर की दूरी को लगभग 6 से 8 किलोमीटर तय करने को विवश हैं। सड़क काफी जर्जर है। इन गाँवों के किसी भी व्यक्ति को अस्पताल लाने पर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
हालांकि इस बात की जानकारी प्राप्त होने के बाद कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं की टीम बंद रास्ते को देखने भी पहुँची। उनके द्वारा मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री के आप्त सचिव मकसूद आलम से बात कर इस मसलें को मुख्यमंत्री के समक्ष रखने के लिए मुख्यमंत्री से मिलने का समय भी माँगा हैं।
वहीं आप्त सचिव ने कहा कि कोरोना की वजह से मुख्यमंत्री किसी से मुलाकात नहीं कर पा रहे है। उन्होंने पूरे मसले की लिखित जानकारी माँगते हुए उचित कार्रवाई की बात कहीं।
वहीं दानापुर एसडीओ ने इसे संवेदनशील एवं गंभीर मामला कहा। शीघ्र रास्ता नहीं खुलने पर विधि व्यवस्था के लिए गंभीर भी बताया। दानापुर एसडीओ ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि पूरी जानकारी उनके संज्ञान में है और उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात भी की है।