पटना: केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के बीच राज्य में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति एवं भविष्य की तैयारियों पर चर्चा हुई। प्रदेश में कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों द्वारा प्लाज्मा डोनेशन के प्रति जागरूकता बढे, इसके लिए अभियान चलाने पर बातचीत हुई।
चौबे ने सुझाव दिया कि बिहार के सभी कोविड-19 डेडीकेटेड हॉस्पिटलों में इसे ध्यान में रखते हुए ऑडियो वीडियो के माध्यम से नियमित जागरूकता का कार्यक्रम चलाया जाए। साथ ही पोस्टर बैनर के माध्यम से भी प्रेरित करने का कार्यक्रम चले। इसमें सामाजिक संगठनों की भी मदद ली जा सकती है।
चौबे ने बिहार में ब्लड डोनेशन के लिए कार्य करने वाले सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की थी। उन्होंने प्लाज्मा डोनेशन के प्रति जागरूकता बढ़ाने में हर संभव मदद का भरोसा दिलाया था। चौबे ने कहा कि डॉक्टर ठीक हो चुके मरीजों को प्लाज्मा डोनेशन के बारे में बताएं। इसकी उपयोगिता की जानकारी साझा करें।
चौबे ने सुझाव दिया कि अगर संभव हो सके तो ठीक हो चुके मरीजो के इच्छा अनुसार संकल्प पत्र भी भरवाया जा सकता है। प्लाज्मा डोनेशन से दूसरों की जान की रक्षा की जा सकती है। इसका काफी फायदा कोविड-19 मरीजों को मिला है।