गया : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर गया कांग्रेस पार्टी की बिहार टीम द्वारा आज गुरूआ विधानसभा में लोगों की जनसमस्याओं को लेकर एक कार्यक्रम किया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह मगध प्रमंडल कांग्रेस प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठ , पूर्व विधायक खान अली, जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष शिव शंकर प्रसाद सिंह, जिला उपाध्यक्ष गिरेंद्र कुमार, मो कमर खान, मो नवाब अली, परैया प्रखंड अध्यक्ष जय प्रकाश यादव, गुरारू प्रखंड अध्यक्ष संजय रंजन, इंटक के प्रदेश सचिव सह गुरारू चीनी मिल्स मजदूर संगठन के वरिष्ठ नेता अशोक सिंह, श्रावण पासवान, आदि ने कहा कि आज नीतीश कुमार की सरकार में गुरुुरू विधानसभा पूरी तरह गवांरा एवम् बेगाना हो गया है।
जिला को हमेशा गंगा-जमुनी संस्कृति के किए किया जाता है याद
उन्होंने कहा कि पहले एक समय में गुरुरू चीनी मिल्स के चालू रहने से यहां दिन एवम् रात में कोई फर्क नहीं मालूम होता था। इसके अलावा उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी कैप्टन शाहजहां, वशिष्ठ समाजवादी उपेन्द्र नाथ वर्मा,उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता शकील अहमद खान ,आदि ने इस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। इस जिला को हमेशा गंगा-जमुनी संस्कृति के संगम के लिए याद किया जाता है परंतु वर्तमान यह विधानसभा क्षेत्र बेगाना हो गया है।
1991 से बंद है क्षेत्र का एकमात्र चीनी मिल
नेताओ ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब देश के रेल मंत्री थे उसी वक़्त उन्होंने गुरुआ को रेलवे लाइन से जोड़ने का वादा बैजू धाम को दूसरा देवघर बनाने का वादा किए थे, लेकिन आज उनके द्वारा किया गया वादा जुमला बन कर रह गया। गुरारू चीनी मिल्स जो सैन्य 1991 तक चालू था, वो भी वर्षों से बंद है, तथा अब उसके भवन के इंट तक गिर रहा है।इस क्षेत्र कि सिंचाई योजना उतारी कोयल परियोजना, अप्पर मोरहर नहर योजना, सभी आहार, पैन सभी खटाई एवम् ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है।राजनीति रूप से जिला के उर्वरा भूमि गुरुआ में नित्य दिन राजनीति का बाजार तो गर्म रहता है, परंतु चौमुखी विकाश का घोर आभाव है।
क्षेत्र में नहीं है अभी तक एक भी कॉलेज
उन्होंने बताया कि नए नियम के तहत यह विधानसभा क्षेत्र औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में आने लगा है। इसके बावजूद इस क्षेत्र को जी टी रोड से राजधानी पटना को जोड़ने वाली सड़क का काम भी अभी अधूरा है साथ ही इस क्षेत्र में अभी तक कोई डिग्री कॉलेज या महिला कॉलेज नहीं है।