पटना : बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में एक कहावत है कि यदि घर कोई एक सदस्य अच्छे ढंग से पढ़ लेता है तो सात पीढ़ी तर जाती है। अब यह कहावत बिहार सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों के साथ चरितार्थ हो रहा है। बिहार में कुछ दिनों पहले पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री मुकेश सहनी के बदले उनके भाई संतोष सहनी सरकारी कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में चले गए तो अब पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान के बेटे नल जल योजना की जांच करने पहुंच गए।
दरअसल, यह पूरा मामला पूर्णिया जिले के रुपौली का है। यहां नल जल योजना की शिकायत मिलने के बाद जांच करने विभागीय टीम पहुंची थी। लेकिन इस जांच टीम में पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान के बेटे दीपक कल्याण भी पहुंच गए।
इधर , सोशल मीडिया पर बेटे की तस्वीर वायरल होने के बाद पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान चौतरफा घिर गए हैं। जिसके बाद उन्होंने अपनी सफाई में कहा है कि मैं पूर्णिया खुद भी गया था। मेरे साथ मेरे बेटे और पीएस भी थे। योजना की समीक्षा मैंने खुद की है। उन्होंने कहा कि ड्राइवर की तबीयत खराब थी लिहाजा मुझे अपने बेटे को साथ ले जाना पड़ा। वहीं मंत्री के ओएसडी ने बताया कि पूर्णिया में नल जल योजना में धांधली की शिकायत मिली थी इसलिए मंत्री ही पूर्णिया आए थे।
जबकि विभाग के कार्यपालक अभियंता मनीष कुमार के मुताबिक मंत्री के पुत्र निरीक्षण के लिए रुपौली गए थे। वह योजनाओं की गुणवत्ता को देख रहे थे। वहां जांच टीम में कई अधिकारी शामिल थे।
लुंज-पुंज चल रही सरकार
वहीँ नेता प्रतिपक्ष तेजश्वी यादव ने कहा कि बिहार के अब तक के सबसे कमजोर मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सबसे कमजोर लुंज-पुंज सरकार चल रही है। कभी एक मंत्री का भाई सरकारी योजनाओं का उद्घाटन करने पहुँचता है कभी दूसरे मंत्री का बेटा वसूली के लिए योजनाओं की जांच करने पहुंच रहा है। नीतीश जी ने बिहार का मज़ाक बना कर रख दिया है। जाहिर है यह मामला एक बार फिर नीतीश सरकार की फजीहत करा सकता है। विधानसभा में इस मामले को लेकर हंगामा भी हो रहा है।