शिक्षा में सुधार को चुनावी मुद्दा बनाएंगे उपेंद्र कुशवाहा
पटना : कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव आयोग के संकेत के बाद बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए सभी राजनीतिक पार्टी जोर शोर से तैयारी में जुट गई है। चुनाव आयोग के गाइड लाइन के अनुसार इस बार चुनाव प्रचार करने का तरीका भी वर्चुअल होगा।इस बीच शिक्षा को लेकर अक्सर सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर रहने वाले रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि वे बिहार विधानसभा का चुनाव इस बार शिक्षा सुधार के मुद्दे पर हीं लड़ेंगे।
रालोसपा कार्यालय में प्रेस काॅन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि शिक्षक दिवस के दिन हीं जगदेव बाबू और सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस है इसलिए 5 सितम्बर से लेकर 11 सितम्बर तक शिक्षा सुधार सप्ताह मनाएंगे। उन्होंने आमलोगों से अपील की है कि शिक्षा सुधार को लेकर हीं वे ईवीएम का बटन दबाएं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की कोशिश रही है कि शिक्षा में सुधार हो। मेरा मानना है कि जब तक गरीब घर के बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं मिलेगी तब तक बिहार की तकदीर नहीं बदलेगी।
मालूम हो कि कल रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि वे जहर पीने को भी तैयार हैं। जिसके बाद इस बयान को उनकी सियासी मजबूरियों से जोड़कर भी देखा जा रहा है। एक बार फिर प्रेस काॅन्फ्रेंस करते हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने जहर पीने वाली बात फिर दुहरायी है। उन्होंने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से उनकी बात हुई है और अभी बता नहीं सकता कि कि किन-किन मुद्दों पर समझौता करना पड़ सकता है कितना जहर पीना पड़ सकता है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बेहतर सरकार बनाने और महागठबंधन को जिताने के लिए जो भी उचित कदम होगा वे उठाएंगे।