डीएम ने लिया शहर का जायजा, शहर के नालों को साफ करने का दिया आदेश
बक्सर : जिस प्रकार मौसम अपना मियाज बदल रही है ठीक उसी प्रकार मानसून की पहली बारिश ने बिहार के कई प्रमुख नगरों के जलजमाव से उत्पन्न परेशानियों का सामना करने के लिए नगर निगमों की तैयारी का पोल खुल रहा है।
बक्सर में मानसून की पहली बारिश से पूर्व अबतक सरपट भागने वाला शहर अब बारिश के बाद रेंगने लगा। शहर के सभी नाले भरे पड़े है। हालांकि नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा यह कहा गया था कि शहर को मानसून से पूर्व जलजमाव को लेकर सभी प्रकार की तैयारी में संपन्न कर किया गया था। इसके बावजूद भी शहर में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न होना नगर निगम पर एक सवालिया निशान है ?
स्थाई व अस्थाई अतिक्रमण है मुख्य वजह
हालांकि इसका मुख्य कारण यह भी है कि स्थानीय लोगों ने सड़कों ,नालो व नाहर पाईन का जमकर अतिक्रमण कर रखा है। कुछ अस्थाई तो कुछ ने अस्थाई तौर पर अतिक्रमण कर शहर को संकुचित कर दिया है। शहर में उत्पन्न विकट परिस्थिति को देखते हुए यहां के ड्रेनेज सिस्टम देखने के लिए जिलाधिकारी अमन समीर खुद बुधवार को नगर भ्रमण पर निकल पड़े । जिसके बाद जैसे ही इसकी सूचना संबंधित कार्यालय के पदाधिकारियों के पास मिली। वैसे ही सभी पदाधिकारी डीएम के पीछे दौड़ लगाने लगे। जिलाधिकारी नेशहर में बने नालों के वस्तुस्थिति का जायजा लिया।इनके साथ अनुमण्डल पदाधिकारी कृष्ण कान्त उपाध्याय नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने शहर के नालों का नक्शा प्रस्तुत करने का दिया आदेश
जिलाधिकारी ने स्टेशन रोड, जज आवास, पांडेय पट्टी, बाजार समिति, सदर अस्पताल, ठोरा नदी, शहर के मुख्य नालों तक का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने हर जगह अतिक्रमण देखा। कहीं स्थायी तो कहीं अस्थायी। जन संपर्क विभाग के अनुसार डीएम अमन समीर ने नगर परिषद को निर्देश दिया है कि शहर के नालों का नक्शा प्रस्तुत करें। ताकि पता चले वास्तविकता क्या है। साथ चल रहे एसडीओ केके उपाध्याय से उन्होंने अतिक्रमण हटाने एवं नगर परिषद के नालियों को साफ करने का निर्देश भी दिया।
नगर वासियों ने कहा अगर समय पर होता काम तो नहीं उत्पन्न होती है विकट परिस्थिति
वहीं जिलाधिकारियों के औचक भ्रमण करने के कारण यह नजारा देख नगर वासियों ने कहा कि अगर नगर परिषद वाले इस पर ध्यान दिये होते। तो यह स्थिति आती ही नहीं। नगर परिषद का पदाधिकारी कौन है। यह तो शहर की जनता को मालूम ही नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डीएम के औचक भ्रमण के कारण ही पदाधिकारी लोग दफ्तर से बाहर आए और शहर का हाल उन्होंने देखा वरना आजतक उन लोगों द्वारा शहर के स्थिति का जायजा कभी नहीं लिया गया था।