पटना : वैश्विक महामारी कोरोना से पूरा जनमानस त्रस्त है। कोरोना से निपटने के लिए पक्ष- विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सही व गलत को समझने के चक्कर में आम लोग उलझते जा रहे हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि बिहार में पहले 10 हजार से 14 हजार के बीच कोरोना सैम्पल का जांच हुआ करता था। लेकिन, बीते कई दिनों से यह संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। बीते दिन बिहार में 27 हजार से अधिक कोरोना सैम्पल का जांच किया गया।
अब इस जांच को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लगभग 5 महीनों बाद भी अब टेस्ट संख्या बढ़ाने के लिए ये Anti-gen टेस्ट बढ़ा रहे है और RT-PCR टेस्ट नाम मात्र के कर रहे है। Anti-Gen टेस्ट में जाँच की सटीकता का सही पता नहीं लगता। अगर संक्रमण की वास्तविक स्थिति को जाँचना है तो RT-PCR टेस्ट्स की संख्या बढ़ानी होगी।
तेजस्वी ने कहा कि अपनी विफलताएँ छिपाने के लिए लोगों की जान के साथ मत खेलिए। देश जान चुका है बिहार के अस्पतालों में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है।
40 लाख, आलीशान बंगले से नहीं निकले
राजद नेता ने आगे कहा कि 40 लाख मज़दूर लौटे। लेकिन, नीतीश कुमार आलीशान बंगले से नहीं निकले। उल्टा मज़दूरों को बिहार में नहीं घुसने देने की धमकी दी। उन्हें अपराधी, चोर और लुटेरा बताया।
40 लाख बाढ़ से प्रभावित लेकिन, मुख्यमंत्री आलीशान बंगले से नहीं निकले।करोड़ों बिहारवासियों पर कोरोना का ख़तरा लेकिन,आलीशान बंगले से नहीं निकले। अस्पतालों का दौरा तक नहीं किया।