कोरोना का असर, इस बार नहीं गूजेंगे बोल-बम के नारे
कारोनावायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन भले खत्म हो गया है। लेकिन, कोरोना को लेकर सरकारें अब भी गंभीर हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिशा निर्देश जारी हैं, उसका अनुपालन राज्य सरकारें कर रही हैं। अगले कुछ महीनों में होने वाले आयोजनों पर भी असर पड़ा है। बिहार—झारखंड का प्रसिद्ध श्रावणी मेले पर भी कोरोना का असर हुआ है।
हर साल सावन महीने में देवघर के वैद्यनाथधाम में आयोजित होने वाला श्रावणी मेला इस बार आयोजित नहीं होगा। इस संबंध में झारखंड सरकार ने आदेश जारी किए हैं। इसके अलावा झारखंड की राजधानी रांची समेत विभिन्न हिस्सों में आयोजित होनेवाली रथयात्रा भी स्थगित रहेगा। झारखंड के आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल ने इस संदर्भ में बताया है कि केंद्र सरकार ने पहले ही धार्मिक सभा, समागम आदि पर रोक लगा रखी है। इसी को ध्यान में रखते हुए श्रावणी मेला व रथ मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा।
बाता दें कि केंद्र सरकार ने 30 मई को लॉकडाउन में छूट संबंधी गाइडलाईन जारी किया था, जो अनलॉक-1 के नाम प्रचलित है। अनलॉक-1 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अभी भी किसी तरह की पब्लिक गैदरिंग नहीं हो सकती। पब्लिक गैदरिंग की परिभाषा के तहत धार्मिक सभा और समागम के आयोजन भी रोक बरकरार रखी गई है। केंद्र की गाइडलाईन और झारखंड सरकार के ताजा आदेश को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि अब बोलबम के नारे इस वर्ष नहीं गूजेंगे।