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बिहार चुनाव से पहले बढ़ी तेज-तेजस्वी की मुश्किलें, बीजेपी ने लगाया यह आरोप

पटना : बिहार में विधानसभा चुनाव के पूर्व ही लालू प्रसाद के उत्तराधिकारी तेजस्वी प्रसाद यादव और तेज प्रताप की मुश्किलें बढ़ गई है। इन दोनों भाइयों की राजनीतिक हत्या के मामले में सीधे आरोपित कर दिए जाने के कारण परेशानी बढ़ी है।

बताया जाता है कि पूर्णिया में राजद के नेता शक्ति मलिक से एक सीट के लिए 50 लाख रुपए की मांग की गई थी। यह राशि देने से पहले ही उनकी हत्या हो गई। जिसके बाद पूर्णिया में यह सनसनी फैल गई है कि आरजेडी के बड़े नेता द्वारा यह जान बूझकर किया गया है।

परिजनों ने कहा कि शक्ति मल्लिक से सीट को लेकर 50 लाख रुपए की मांग की गई थी। उसके बाद पार्टी से उन्हें निकाल दिया गया था। मृतक के पिता और पत्नी ने राजद नेता तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, कालू पासवान, अनिल साह और सुनीता देवी पर हत्या करवाने का आरोप लगाया है। वहीं पुलिस मामले की अनुसंधान में जुट गई है।

मृतक शक्ति मलिक की मां मालती देवी ने कहा कि सुबह साढ़े 6 बजे तीन नकाबपोश लोग जो गमछा से चेहरा ढके हुए था उन्होंने ही घर में घुसकर शक्ति मलिक के सिर और छाती में तीन गोलियां मार दी। उसे आनन फानन में सदर अस्पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि शक्ति मल्लिक ने पिछले दिनों एक ऑडियो भी जारी किया था, जिसमें उन्होंने आरजेडी के कुछ नेताओं के नाम लिया था। और कहा था कि वे लोग मेरी हत्या करवा सकते हैं। हालांकि इस हत्या के बाद यह कयास लगाया जा रहा है कि पूर्णिया से तेजस्वी के करीबी किसी यादव उम्मीदवार को उतारा जा सकता है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इस हत्या के मामले में पुलिस कि शक की सुई इन पर भी जाएगी।

राजद के दलित विरोधी चेहरा उजागर

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बिहार में जब से विधानसभा चुनाव का ऐलान हुआ तब से हत्या की यह कोई पहली बड़ी वारदात नहीं है। वहीं इस हत्या कांड पर बीजेपी ने अपने ऑफिशियल पेज से मृतक शक्ति मलिक के पत्नी का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि सैंकड़ों-हजारों राजद नेताओं-कार्यकर्ताओं के अपमान की नींव पर टिकी है तेजस्वी के सियासत की विरासत। उनकी धमकी के बाद दलित नेता शक्ति मलिक की हत्या पर उसकी पत्नी ने तेजस्वी यादव पर जो आरोप लगाए, वो राजद के दलित विरोधी चेहरे को उजागर करता है।