बिहार के पर्यटन स्थल पूरे दुनिया में मशहूर इसमें रोजगार की भरपूर संभावनाएं – पप्पू वर्मा
पटना : पूरे देश में कोरोना वायरस का कारण मजदूर वर्ग के लोगों को अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ा है।दूसरे राज्यों में मजदूरी कर अपना पालन पोषण करते आ रहे मजदूर वर्ग के लोग कोरोना वायरस के कारण या वापस अपने घर तो लौट आए हैं परंतु इनकी सबसे बड़ी चिंता है अपने राज्य रोजगार का मिलना। हालांकि बिहार सरकार द्वारा बार-बार इनको आश्वासन दिया जा रहा है कि अब इन लोगों को बाहर जाने की जरूरत नहीं है इन्हें अपने राज्यों में ही रोजगार मिलेगा। इसी बीच पटना विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य पप्पू वर्मा ने सरकार का ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि बिहार में पर्यटन स्थलों से रोजगार की भरपूर संभावनाए है।
बिहार के सभी पर्यटन स्थलों को व्यवस्थित करने की जरूरत
वर्मा ने कहा कि बिहार के पर्यटन स्थल पूरे दुनिया में मशहूर है । उन्होंने कहा कि बिहार के सभी पर्यटन स्थलों को व्यवस्थित करने की और पर्यटन स्थलों को रोजगार से जोड़ने की आवश्यकता है। बिहार के वैशाली पहला गणतंत्र की स्थापना किया था वैशाली जिला भगवान महावीर के जन्म स्थली होने के कारण जैन धर्मावलंबियों के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थल है यहां प्रत्येक वर्ष जैन धर्म को मानने वाले लोग हजारों की संख्या में यहां के प्रमुख स्थलों के दर्शन करने आते हैं बस जरूरत है इस क्षेत्र को विकसित कर आने वाले पर्यटकों से क्षेत्र के लोगों को रोजगार की संभावना विकसित करने की।
पर्यटक स्थल को विकसित करें तो रोजगार के भरपूर संभावनाएं
बिहार के नालंदा में विश्व प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय होने के कारण भारत में ही नहीं पूरे दुनिया में इसका गौरव था नालंदा में ही कई पर्यटक स्थल है जिसे देखने के लिए पूरे दुनिया भर के लोग प्रत्येक वर्ष यहां आते हैं लेकिन सुविधा विहीन क्षेत्र होने के कारण पर्यटकों का आने का लाभ स्थानीय बेरोजगारों को नहीं मिल पाता है।
इस क्षेत्र को अगर विकसित किया जाए तो कई रोजगार की संभावनाएं उभरकर के सामने आएगा। वर्मा ने कहा कि नालंदा क्षेत्र में रुकने के लिए अच्छा होटल नहीं है।यहां का वातावरण पर्यटकों के अनुकूल नहीं है। जिसके वजह से ऐतिहासिक स्थल होने के कारण भी अभी तक यह क्षेत्र विकसित नहीं हो पाया है। जिसके कारण इस क्षेत्र में पर्यटकों का आना धीरे-धीरे कम हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार अगर पूरी तरह से ध्यान दें यहां के पर्यटन स्थल के माध्यम से इस क्षेत्र के लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सकता है।
राज्य सरकार के उदासीन रवैया के कारण पर्यटकों से रोजगार का वातावरण में कमी
बिहार की राजधानी पटना गंगा नदी किनारे बसा बिहार का सबसे बड़ा शहर है। यह शहर दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक माना जाता है सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह का जन्म स्थान होने के कारण सिखों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थान है इसके अलावा पटना में कई ऐतिहासिक पर्यटक स्थल है जिसे देखने के लिए यहां लाखों की संख्या में लोग आते हैं। लेकिन उसका लाभ पटना शहर के लोगों को नहीं मिल पाता है राज्य की राजधानी होने के कारण यहां सुविधा तो है परंतु राज्य सरकार के उदासीन रवैया के कारण पर्यटकों से रोजगार का वातावरण नहीं बन पाया।
पटना से गया सड़क मार्ग अभी भी दुरुस्त नहीं
बिहार के गया भगवान बुध के ज्ञानस्थली होने के कारण लाखों की संख्या में विदेशी पर्यटकों को यहां आना जाना है। उसके बावजूद भी गया का क्षेत्र आधुनिक व विकसित नहीं होने के कारण पर्यटकों का लाभ बड़े पैमाने पर रोजगार में बदल नहीं पाता है। जिसका प्रमुख कारण है इस शहर को व्यवस्थित नहीं होना।
लाखों की संख्या में हर वर्ष पूरे दुनिया से इस क्षेत्र में लोग अपने पूर्वजों का पिंडदान करने यहां आते हैं लेकिन आज भी पटना से गया जाने के लिए सड़क मार्ग का स्थिति ठीक नहीं है लोगो को ट्रेनों पर निर्भर रहना पड़ता है। गया शहर की हालात जस के तस बनी हुई है जिसके कारण से पर्यटकों का आने का लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल पाता है।वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार चाहे तो इन सभी क्षेत्रों को विकसित व आधुनिक बनाकर इस क्षेत्र के लोगों को रोजगार का एक बड़ा संसाधन उपलब्ध करवा सकता है।
बिहार के अंदर प्रत्येक जिला में कोई न कोई पर्यटक स्थल मौजूद
इसी तरह बिहार के अंदर प्रत्येक जिला में कोई न कोई पर्यटक स्थल मौजूद है जैसे कि सीतामढ़ी मां जानकी का जन्म स्थान हिंदुओं के लिए पवित्र तीर्थ स्थान है,भागलपुर में विश्व प्रसिद्ध विक्रमशिला विश्वविद्यालय का खंडहर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र है, मुंगेर का ऐतिहासिक किला, सीता कुंड जैसे ऐतिहासिक पर्यटक स्थल यहां मौजूद है।उसी तरह चंपारण महात्मा गांधी के ऐतिहासिक सत्याग्रह का निशानी है नील की खेती के लिए यह क्षेत्र मशहूर है।
बिहार का प्रत्येक क्षेत्र पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र
बिहार का प्रत्येक क्षेत्र पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है हरेक एक क्षेत्र भारत की अनेकों गाथाओं को समेटे हुए है अगर राज्य सरकार जागरूक होकर इन क्षेत्रों पर ध्यान दें तो बड़े पैमाने पर रोजगार का संसाधन उपलब्ध हो सकता है। वर्मा ने कहा कि आज गुजरात,जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश,उत्तराखंड, पूर्वोत्तर के राज्य पर्यटन स्थल होने के कारण ही दुनिया भर के लोगों का आकर्षण का केंद्र है और व्यवसायियों के लिए भी यहां पर्याप्त संसाधन मौजूद है।
आज राज्य सरकार को भी अपने ऐतिहासिक विरासत को मार्केटिंग करने की आवश्यकता है। सरकार द्वारा पर्यटक स्थलों को आधुनिक व आकर्षक बनाकर पर्यटन से भी बड़ी मात्रा में रोजगार मुहैया करवाया जा सकता है। जिससे बिहार भी दुनिया भर के पर्यटकों का पर्यटन के लिए पहला स्थान बन सकता है।