बिहार के निजी अस्पतालों में शुरू हुआ कोरोना का इलाज, 20-25% बेड रखना होगा रिजर्व
पटना : बिहार में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। राज्य में अबतक 28564 मरीज मिल चुके हैं। हर दिन सैकड़ों की संख्या में मरीजों का इजाफा हो रहा है। इसी बीच जिला प्रशासन ने 16 और निजी अस्पतालों को कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित आइसोलेशन वार्ड खोलने की इजाजत दे दी है। सोमवार देर शाम पटना के सिविल सर्जन की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया।
मालूम हो कि पटना जिला प्रशासन ने रविवार को सिर्फ दो बड़े निजी अस्पतालों को इसकी इजाजत दी थी। इन अस्पतालों को अपने उपलब्ध कुल संसाधनों में से 20 से 25 प्रतिशत बेड को कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित पृथकवास वार्ड के रूप में सुरक्षित रखना है।हालांकि इन अस्पतालों में लोगों का इलाज मुफ्त में नहीं होगा।
इस आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि वे मरीज जो अपने खर्च पर इलाज के लिए तैयार होंगे, उन्हीं मरीजों को निजी अस्पतालों में भेजा जाएगा।आदेश में लिखा है कि इन सभी अस्पतालों को कोविड-19 से जुड़े नियमों का पालन करना होगा।जानकारी हो कि बिहार के सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही थी। इसीलिए प्राइवेट अस्पतालों में भी यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
राज्य में कुल बेड की संख्या- 1254 है।कुल आईसीयू- 343 है।कुल वेंटिलेटर- 72 हैं और कोविड-19 पेशेंट के लिए आरक्षित बेड की कुल संख्या 290 है।