पटना : रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार को प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि बिहार सरकार ने अपराधियों को तांडव मचाने के लिए खुली छूट दे दी है। उन्होंने कहा कि आजकल मैं जहाँ जाता हूँ , लोग मुझसे एक ही सवाल करते हैं कि बिहार में लॉ एंड आर्डर की व्यवस्था कब सुधरेगी ? कब तक निर्दोष लोगों की हत्याएँ होती रहेंगी ? बिहार पुलिस के पास जो हथियार है वह अंग्रेज जमाने का है । लेकिन, अपराधियों के पास अत्याधुनिक हथियार हैं। 2004 में बिहार में अपराध की संख्या 104778 जबकि 2018 में यह संख्या 262802 हो चुकी है। राज्य में शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति भी बदतर है और अब नीतीश के कार्यकाल में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति काफी ख़राब हो गई है। आज बिहार में हर महीने औसतन 250 से अधिक हत्याएँ हो रही है। पुलिस भी सुरक्षित नहीं हैं , ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। जब 14 वर्षों में कुछ अच्छा नहीं कर पाए, तो अब 14 महीनों में क्या कर सकते है ? सरकार अगर ईमानदारी से काम करती, तो स्थिति आज कुछ और होती।
राहुल गांधी के नेतृत्व में कश्मीर जा रहे विपक्षी दल के नेताओं को एयरपोर्ट पर रोके जाने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अगर कश्मीर में सब कुछ सामान्य होता, तो किसी भी नेता को रोका नहीं जाता। अनंत सिंह से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा कि आज से 10 वर्ष पूर्व भी अनत सिंह वैसे ही थे ,जैसे आज हैं। लेकिन, अलग होने के बाद कार्रवाई क्यूँ ? इस सवाल का जवाब जदयू के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देना चाहिए। आईपीएस लिपि सिंह से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वह एक पुलिस अधकारी हैं लेकिन, वह एक नेता की गाडी में सवार होकर क्यूँ गई ? इसके बारे में लिपि सिंह को जवाब देना चाहिए।
(राहुल कुमार)