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20 अगस्त : मधुबनी की मुख्य खबरें

बाढ़ से हुए नुकसान के लिए पुनर्निर्माण एवं पुनरुत्थान के लिए रिपोर्ट की गई तलब

मधुबनी : जिले में बाढ़ के कारण हुई क्षति का पुनस्र्थापन एवं पुनर्निर्माण के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने कवायद प्रारंभ कर दी है। बाढ़ से हुई क्षति और उनके पुनस्र्थापन एवं पुनर्निर्माण पर होने वाले व्यय का आकलन कर उसकी प्रतिपूर्ति के लिए मेमोरेंडम तैयार कर भारत सरकार को राज्य सरकार द्वारा भेजा जाना है। ताकि, बाढ़ के कारण हुई विभिन्न प्रकार की क्षतियों के लिए भारत सरकार से अनुदान प्राप्त किया जा सके।

बाढ़ से हुई जान-माल, फसल व आधारभूत संरचनाओं की क्षति 

इस वर्ष बीते जुलाई माह के द्वितीय सप्ताह में नेपाल के तराई इलाकों समेत उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों में अतिवृष्टि के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। मधुबनी समेत सूबे के 18 जिलों में बाढ़ ने तबाही मचा रखी थी। बाढ़ प्रभावित जिलों में मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, खगड़िया, सारण, समस्तीपुर, सिवान, मधेपुरा, सहरसा, भागलपुर एवं वैशाली शामिल है।

इन जिलों में बाढ़ के कारण एक ओर जहां लोगों के जान-माल की क्षति हुई, वहीं दूसरी ओर बड़े पैमाने पर फसलों, घरों, आधारभुत संरचनाओं एवं पशुधन की भी क्षति हुई है। बाढ़ के कारण आधारभूत संरचना (भवन, चहारदिवारी, सड़क, पुल-पुलिया, जलापूर्ति व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति संरचना, बांध, सिचाई संरचना आदि), जान-माल, फसल, पशुधन, चारा समेत अन्य प्रकार की हुई क्षति एवं इनके पुनस्र्थापन व पुनर्निर्माण पर होने वाले व्यय का आकलन कर उसकी क्षतिपूर्ति के लिए राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार को मेमोरेंडम भेजा जाना है। ताकि, विभिन्न प्रकार की क्षतियों के लिए केंद्र सरकार से अनुदान प्राप्त की जा सके।

आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ से हुई क्षति की मांगी रिपोर्ट :

सूबे के आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव एम. रामचन्द्रुडु ने सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव से अनुरोध किया है कि अपने-अपने विभाग से संबंधित बीते जुलाई में बाढ़ से हुई क्षति एवं उनके पुनस्र्थापन एवं पुनर्निर्माण पर होने वाले व्यय का आकलन कर विस्तृत एवं समेकित रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। ताकि, अनुदान के लिए राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार को मेमोरेंडम भेजा जा सके।

वहीं, मधुबनी समेत उक्त 18 जिलों के डीएम से भी अनुरोध किया गया है कि अपने-अपने जिले से संबंधित क्षति एवं उनके पुनस्र्थापन व पुनर्निर्माण पर होने वाले व्यय का आकलन कर विभागवार विस्तृत रिपोर्ट संबंधित विभाग के माध्यम से उपलब्ध कराएं।

रिपोर्ट के लिए फार्मेट हुआ जारी :

विस्तृत एवं समेकित रिपोर्ट भेजने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने एक फार्मेट भी उपलब्ध करा दिया है। इसी फार्मेट में बाढ़ के कारण भवन, चहारदिवारी, सड़क, पुल-पुलिया, जलापूर्ति व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति संरचना, बांध, सिचाई संरचना आदि की क्षति की संख्या, लंबाई एवं क्षेत्र, क्षति की अनुमानित राशि, मरम्मत एवं पुनर्निर्माण पर होने वाले अनुमानित व्यय, एसडीआरएफ गाइडलाइन के मुताबिक केंद्र सरकार से मांग की जाने वाली प्रतिपूर्ति राशि उपलब्ध कराने को कहा गया है।

होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड के मरीजों के सत्यापन के लिए होगा भौतिक सत्यापन दल का गठन

जरुरत पड़ने पर बी.एच.एम एवं आरबीएसके के कर्मियों को किया जायेगा दल में शामिल 

• कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति ने पत्र द्वारा जारी किये दिशानिर्देश 

• एक सप्ताह के अन्दर पूरा करना होगा सत्यापन का काम।

मधुबनी : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। इच्छुक संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन की सुविधा प्रदान की गयी है,जहाँ समुचित व्यवस्था उपलब्ध होने पर इलाजरत मरीज स्वयं को अपने घर में आइसोलेट कर सकते हैं।

होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के स्वास्थ्य का नियमित अनुश्रवण के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है. इसी क्रम में कार्यपालक निदेशक , राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार, मनोज कुमार ने सभी जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र लिखकर जरुरी दिशानिर्देश दिया है। पत्र में बताया गया है मरीजों के स्वास्थ्य का अनुश्रवण स्टेपवन के माध्यम से राज्य स्तर पर करने में कठिनाई हो रही है। इसलिए मरीजों का भौतिक सत्यापन कर उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जाए और जरुरी आंकड़े जमा किये जाएँ।

कोविड के मरीजों के सत्यापन के लिए होगा भौतिक सत्यापन दल का गठन

पत्र में बताया गया है कि मरीजों के स्वास्थ्य का अनुश्रवण स्टेपवन के माध्यम से राज्य स्तर पर करने में कठिनाई हो रही है। इसलिए मरीजों का भौतिक सत्यापन कर उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जाए और जरुरी आंकड़े जमा किये जाएँ। इसके लिए भौतिक सत्यापन दल के गठन की बात कही गयी है। इस दल में बीएचएम(ब्लॉक हेल्थ मैनेजर) एवं आरबीएसके( राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) के कर्मियों को आवश्यकतानुसार दल में शामिल किया जायेगा ताकि अनुश्रवण के कार्य में मानव बल की कमी बाधक न बने।

भौतिक सत्यापन दल होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों का सत्यापन निम्न चुनिंदा बिन्दुओं पर करेगा-

मरीजों का नाम एवं पता 

• मरीजों का मोबाइल नंबर 

• जांच रिपोर्ट प्राप्त करने का तरीका( एसएमएस अथवा हार्ड कॉपी द्वारा )

• रिपोर्ट, पॉजिटिव या नेगेटिव 

• जांच परिणाम की तिथि 

• सत्यापित मरीजों को मेडिकल किट की उपलब्धता 

• स्वस्थ मरीजों की संख्या  

एक सप्ताह के अन्दर करना होगा सत्यापन का कार्य पूर्ण

पत्र में बताया गया है कि भौतिक सत्यापन का कार्य एक सप्ताह के अन्दर पूरा करना है और सत्यापन के दौरान अगर किसी मरीज की सूचना गलत पायी जाती है तो सही सूचना सत्यापन दल से प्राप्त करके अविलम्ब बिहार कोविड वेब पोर्टल पर अपलोड करना है ताकि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के स्वास्थ्य का अनुश्रवण सुचारू रूप से किया जा सके. साथ ही प्रतिदिन दोपहर 3 बजे राज्य डाटा सेंटर [email protected] पर उपलब्ध भी कराना होगा।

जीआरपी रेल से संरक्षण प्राप्त असामाजिक गुंडा तत्व के खिलाफ आम आदमी पार्टी के प्रखंड सचिव ने दायर कराया केस, मारपीट और टेम्पू छीनने की है घटना

मधुबनी : मारपीट और छिनतई एवं टेम्पू छीनने की घटना से प्रताड़ित हुए मधुबनी जिले के आम आदमी पार्टी के प्रखंड सचिव अमित कुमार महतो ने स्थानीय जयनगर थाना को दिए गए आवेदन में उन्होंने कहा है कि मैं अमित कुमार महतो पिता-राम नाथ महतो, जयनगर जिला-मधुबनी का निवासी हूं। ज्ञात हो कि दिनांक 19-08-2020 दिन के 11बजे में अपनी टेंपो लेकर पटना गद्दी चौक पर बैठा था। तभी अचानक 1).राकेश यादव, पिता-नथनी परसेला(यादव), ग्राम-खैरमाठ ‘क’, थाना-जयनगर 2).श्याम देव यादव, पिता-सूर्यदेव यादव, घर-पिपराटोल, पड़वा, थाना-जयनगर, 3).सरोज यादव, पिता-रामदेव यादव, ग्राम-बेला, 4).विमलेश कुमार, घर-पिपराटोल, थाना-जयनगर के निवासी है।

वहीं, ये लोग ग्रुप बनाकर आए और राकेश यादव मेरा कॉलर पकड़कर मेरी गाड़ी से मुझे उतार लिया, तथा सभी मिलकर मुझे मारने इतने लगे। तभी मारपीट के दरमियान उन्ही में से एक व्यक्ति मुझे रिवाल्वर लेकर कान पर सटा दिया, और मेरे जैसे मेरी गाड़ी की चाबी मेरे जेब से निकाल लिया। तथा मुझे मारपीट कर बेहोश कर दिया। जब मुझे होश आया, तो देखा कि मेरा टेंपो वहां नहीं है।

उन्होंने कहा कि मैंने अपने टेम्पू के डिक्की में ₹15600 रखें थे, जो गाड़ी का किस्त भरने के लिए थे। वह भी गाड़ी के साथ ही ले गए। ज्ञात हो की वे लोग गुंडे तबके के लोग हैं, और हमेशा पटना गद्दी इस्तिथ अवैध टेंपो स्टैंड में गरीब टेम्पू चालक से रंगदारी वसूलने का काम करते हैं। वह लोग इतने दबंग हैं, कि उनके खिलाफ कोई भी नहीं बोलता। वह मुझे भी कई दिनों से धमकी दे रहे थे।

अतः में स्थानीय प्रशासन से निवेदन करता हूँ कि मेरे दिए गए आवेदन के आलोक में करवाई कर अवैध टेम्पू स्टैंड को वहाँ से हटाया जाए, जो कि जयनगर रेल जीआरपी थाना से संरक्षण प्राप्त गुंडों आसामाजिक तत्वों का वहाँ से सफाया करे और हमें हमारी आजीविका का एकमात्र साधन टेम्पू ओर किश्त वाले ₹15600 वापस दिलवाए।

उन्होंने कहा कि इस कोरोना काल मे मेरी एकमात्र आजीविका के साधन छीना जाने के कारण भुखमरी की नौबत आ गयी है।

बालू लदा ट्रक गड्ढ़े में पलटी, कोई हताहत नहीं, एनएच की खराब स्थिति के कारण बार-बार होता रहा है हादसा

मधुबनी : जिले के जयनगर के पीठवाटोल और बाजार समिति के बीच स्थित पॉवर ग्रिड के पास एनएच-227(पूर्व नाम एनएच- 104) पर ट्रक पलट गई है। ट्रक में बालू भरा हुआ था और जयनगर से देवधा की ओर यह ट्रक जा रही थी। इसी क्रम में पॉवर ग्रिड के पास पलट जाने से यह घटना हुई है।

हालांकि राहत की बात यह है कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है और ड्राइवर बाल-बाल बचा। ट्रक उत्तर प्रदेश(यूपी) की है और इसका नम्बर UP78CT-7361 है। पिछले वर्ष विनाशकारी बाढ़ आने के कारण यह एनएच कई जगहों पर टूट गया था जिसे किसी तरह काम चलाया जा रहा है और हमेशा इस तरह की घटना की आशंका बनी रहती है और कई बार घटनाएं हुई भी है। सड़क बहुत ही जर्जर है और एकबारगी देखने से कोई नहीं कह सकता कि यह ट्रक और बस इत्यादि के चलने लायक भी है।

बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए यह लाइफलाइन के समान है। यह एनएच पूर्वी चंपारण के चकिया से शुरू होकर सीतामढ़ी, जयनगर होते हुए नरहिया तक जाती है लेकिन इसकी बदहाली दूर करने पर कभी किसी का ध्यान नहीं गया, जबकि नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा के समानांतर होने के कारण इसका सामरिक महत्व भी है।

सरकार के द्वारा समन्वय समिति की 7 सूत्री मांगो के नहीं  मानने के खिलाफ प्रदर्शन

मधुबनी : बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ मूल जयनगर के द्वारा बीआरसी चैनल के प्रांगण में सरकार के द्वारा समन्वय समिति की 7 सूत्री मांगो के नहीं मानने के खिलाफ नेपाली सेवा सर और वेतन वृद्धि का कैबिनेट द्वारा स्वीकृत प्रदान करने नहीं के खिलाफ नेपाली सेवा सर एवं अन्य की प्रति जलाने का कार्यक्रम प्रखंड अध्यक्ष विनोद कुमार यादव की अध्यक्षता में एवं प्रखंड प्रधान सचिव मनोज कुमार प्रभाकर के संचालन की गई।

इस कार्यक्रम में प्रखंड अध्यक्ष एवं प्रधान सचिव के अलावा प्रखंड कमेटी के अन्य पदाधिकारीगण अपनी उपस्थिति दर्ज किए रोशन कुमार कोषाध्यक्ष रामनाथ पासवान, देव प्रसाद, मीडिया प्रभारी इंद्रजीत कुमार यादव, विजय कुमार, विनोद कुमार, संजीत कुमार, अवधेश कुमार, मिथिलेश कुमार, रामनारायण चौधरी, लाल बहादुर ठाकुर, दीपमाला कुमारी, रेखा कुमारी एवं दर्जनों शिक्षक मौजूद थे।

सुमित राऊत