जिले में कालाजार प्रभावित क्षेत्रों में 60 दिन चलने वाला अभियान हुआ संपन्न लक्ष्य के सापेक्ष हुआ छिड़काव
-2020 में 17 कालाजार मरीज किए गए चिन्हित
– जिले को कालाजार उन्मूलन के लिए भारत सरकार का मानक प्राप्त
– कालाजार मरीजों की संख्या शून्य करने के लिए प्रयास जारी।
मधुबनी : जिले में कालाजार प्रभावित क्षेत्रों में 25 अप्रैल से छिड़काव किया जा रहा था जो अगले 60 दिनों के लिए 20 जुलाई तक चलाया गया। जिले के 21 प्रखंड के 106 ग्राम में 1,39,731 घरों में 701524 लोगों के बीच छिड़काव किया गया। छिड़काव के लिए सिंथेटिक पाइरेथोराइड का प्रयोग किया गया। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एस. पी. सिंह ने बताया शत-प्रतिशत घरों में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए हुए छिड़काव किया गया।
लक्ष्य के सापेक्ष हुआ छिड़काव:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार नीरज कुमार सिंह ने बताया जिले के 21 प्रखंड में छिड़काव किया गया जिसमें 99 सब सेंटर में,106 ग्राम/ वार्ड में, 1,33,691 घरों में, 3,37,770 कमरों में,1,98,067 वरांडा पर तथा 63,574 कैटल शेड में छिड़काव किया गया। छिड़काव के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मास्क के साथ दल द्वारा दीवार के छह फीट की उचाईं तक छिड़काव किया गया। छिड़काव करने के एक घंटे के बाद ही घर में लोगों का प्रवेश करने की सलाह दी गई। छिड़काव कर्मी को मास्क, गलब्स, साबुन, सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया था। लोगों को सलाह दी गई कि छिड़काव के बाद 3 महीने तक दीवार की लिपाई पुताई नही करनी है। इससे दवा का असर समाप्त हो जाता है।
कालाजार उन्मूलन के लिए भारत सरकार का मानक प्राप्त :
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार नीरज कुमार सिंह ने बताया कि जिले में लगातार छिड़काव के कारण कालाजार उन्मूलन के लिए भारत सरकार का जो मानक है उसे प्राप्त किया जा चुका है,मरीजों की संख्या शून्य करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिले में वर्ष 2009 में 730 मरीज, 2010 में 630, वर्ष 2011 में 538, वर्ष 2012 में 415, वर्ष 2013 में 321, वर्ष 2014 में 256, वर्ष 2015 में 187, मरीज 2016 में 108, मरीज, 2017 में 85 मरीज, 2018 में 50, 2019 में 31,और 2020 में 31 जुलाई तक 17 मरीज कालाजार के मिले हैं।
सरकार द्वारा मिलती है आर्थिक मदद :
कालाजार मरीज को सरकार द्वारा 7100 रुपये की आर्थिक मदद भी दिया जाता है। जिसमें राज्य सरकार का हिस्सा 6600 और केंद्र का हिस्सा 500 रुपये होता है।
कालाजार के लक्षण
15 दिनों से ज्यादा बुखार होना, किसी भी दवा से बुखार ठीक ना होना, खून की कमी का हो जाना, सप्लीन और लीवर का बढ़ना, शरीर का काला पड़ना, शरीर में लगातार वजन में कमी होना, इसके मुख्य लक्षणों में से एक है।
मनमानी के बाद कालाबाजारी ओर सेंधमारी कर रहा डीलर, माँ के नाम पर बेटा चला रहा जविप्र दुकान
मधुबनी : जिला के लौकहा प्रखंड अंतर्गत कारमेघ उतरी पंचायत के वार्ड दो एवं छह की लौकहा जनवितरण प्रणाली विक्रेता रामपरी देवी की अनुज्ञप्ति रद कर दी गई है। अधिक उम्र की इस महिला डीलर की ओर से उनके पुत्र विनोद कुमार साह कार्य संचालन करते थे।
आरोप है कि विनोद कुमार साह ने दिसंबर 2019 से अप्रैल 2020 की अवधि में वितरण क्षेत्र के मृत लाभुकों के नाम पर ई-पॉश मशीन पर अंगूठा लगाकर उनके नाम पर अनाज की निकासी कर ली, और उसे कालाबजार में बेच दिया।
यह भी आरोप लगाया गया, कि उन्होंने बगल की पंचायत माधोपुर के कई लाभुकों के नाम पर अंगूठा लगाकर अनाज का उठाव कर लिया और कालाबजारी की।
लौकहा के अरुण कुमार वर्मा की शिकायत पर अनुमंडल पदाधिकारी फुलपरास द्वारा खुटौना के आपूर्ति निरीक्षक से शिकायतों की जांच कराई गई। अब जांच के दौरान शिकायत सत्य पाया गया है। बताया जाता है कि आरोप सही साबित हुए। लिहाजा अनुमंडलीय पदाधिकारी फुलपरास ने डीलर रामपरी की अनुज्ञप्ति तत्काल प्रभाव से रद कर दी।
बता दें कि दो डीलरों के निधन एवं कुछ के निलंबित रहने के कारण कारमेघ उतरी पंचायत के सभी 15 वार्डो के लिए जनवितरण प्रणाली का अनाज वितरण रामपरी देवी ही अपने पुत्र बिनोद कुमार साह के माध्यम से कर रही थी। आधा से अधिक अगस्त महीना समाप्त हो गया है, और पंचायत के जनवितरण के संचालन की जिम्मेदारी किसी को नही सौंपी गई है।
होम आइसोलेशन में आवासित मरीजों की चिकित्सकीय सुविधा में होगा विस्तार
• आटोमेटेड कॉल के माध्यम से मरीजों के स्वास्थ्य की ली जाएगी जानकारी
• इंटरैक्टिव वॉइस रिस्पांस सिस्टम के माध्यम से किया जा रहा है मरीजों को कॉल
• प्रोजेक्ट स्टेपवन के द्वारा टेलीमेड कोविड हेल्पलाइन के लिए किया गया है कॉल सेंटर स्थापित।
मधुबनी : राज्य सरकार द्वारा कोविड के संक्रमण से ग्रसित व्यक्तियों को होम आइसोलेशन की सुविधा प्रदान की गयी है। होम आइसोलेशन में आवासित मरीजों को दी जा रही स्वास्थ सुविधाओं एवं उनके स्वास्थ्य की देखभाल का लगातार अनुश्रवण किया जा रहा है।
इसे अत्यधिक प्रभावकारी बनाने के लिए प्रोजेक्ट स्टेप वन के सहयोग से टेलीमेड कोविड हेल्पलाइन का क्रियान्वयन किया गया है। टेलीमेड कोविड हेल्पलाइन के लिए स्टेपवन के द्वारा कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। कॉल सेंटर द्वारा होम आइसोलेशन में आवासित मरीजों को प्रतिदिन इंटरैक्टिव वॉइस रिस्पांस सिस्टम के माध्यम से कॉल किया जा रहा है। हेल्पलाइन के सुगम संचालन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया है। इस संबंध में राज्य स्वास्थ समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने जिले के डीएम औऱ सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा को पत्र लिखकर निर्देश जारी किया है।
होम आइसोलेशन में आवासित मरीजों की सूची प्रतिदिन प्रोजेक्ट स्टेपवन को देने का निर्देश:
जारी पत्र में होम आइसोलेशन में आवासित मरीजो की सूची राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के डाटा पदाधिकारी द्वारा प्रतिदिन प्रोटेक्ट स्टेपवन को 8:30 बजे रात तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। स्टेप वन उक्त डाटा के आधार पर आइभीआरएस आधारित ऑटोमेटेड कॉल आउट के माध्यम से होम आइसोलेशन में आवासीय मरीजों के स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी प्राप्त करेगा। आईवीआरएस से प्राप्त जानकारी के आधार पर चिन्हित इमरजेंसी के स्कोर स्टेप वन के चिकित्सकों द्वारा संबंधित मरीज से वार्ता कर संपुष्ट की जाएगी तथा इमरजेंसी के श्रेणी में चिन्हित करने की वजह भी स्पष्ट रूप से अंकित की जाएगी।
गंभीर रूप से बीमार मरीजों की तैयार की जाएगी सूची:
स्टेप वन के द्वारा उक्त प्रक्रिया के आधार पर तैयार की गई गंभीर रूप से बीमार मरीजों की सूची दिन में तीन बार 12:00 से 2:00 बजे एवं 4:00 बजे राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के डाटा पदाधिकारी के ईमेल पर उपलब्ध करायी जाएगी। साथ ही स्टेप वन प्रतिदिन सूची का प्रतिवेदन संध्या 7:00 बजे राज्य स्वास्थ्य समिति को मेल पर उपलब्ध कराएगी।
चिकित्सकीय नियंत्रण कक्ष को उपलब्ध करायी जाएगी सूची:
पत्र के अनुसार स्टेप वन से प्राप्त जिलावार सूची जिले के चिकित्सा नियंत्रण कक्ष को उपलब्ध करायी जाएगी ताकि सूची में अंकित मरीजों से चिकित्सकीय नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त चिकित्सक वार्ता कर आवश्यकता अनुसार टेलीमेडिकल कंसलटेंसी के माध्यम से उपचार कर सकें अथवा आवश्यकतानुसार उपचार के लिए संस्थागत आइसोलेशन में भर्ती कराने के लिए निर्देशों पर समुचित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। डाटा पदाधिकारी द्वारा उक्त सूची राज्यस्तर आइसोलेशन सेंटर के अनुश्रवण के लिए गठित पांच दलों को भी उपलब्ध करायी जाएगा। सभी अनुश्रवण दल अपने संबंध जिलों से निरंतर संपर्क स्थापित कर उपयुक्त कंडिका में निहित निदेशों का अनुसरण करेंगे।
एंबुलेंस की सुविधा होगी उपलब्ध :
होम आइसोलेशन में रहने के दौरान अगर किसी मरीज की तबीयत बिगड़ती है तो उन्हें जिला चिकित्सकीय नियंत्रण कक्ष के द्वारा एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसको लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया है तथा इसे सुनिश्चित कराने की दिशा में कार्रवाई करने की बात कही गई है।
कोरोना से मौत होने पर घर-मोहल्ला ही नही पूरा गाँव दहशत में, परिजन का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
मधुबनी : जिले के बेनीपट्टी प्रखंड के भठहीसेर गांव निवासी निजी एंबुलेंस चालक कन्हैया ठाकुर (45) की मौत कोरोना संक्रमण से हो गई। बेनीपट्टी में कोरोना से मौत का यह पहला मामला सामने आया है। कोरोना पॉजिटिव मरीज के मौत होने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एम्बुलेंस चालक कन्हैया ठाकुर 14 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव होने के बाद बेनीपट्टी के आइसोलेशन वार्ड एएनएम सेंटर कोविड केयर में भर्ती किया गया। 15 अगस्त को हालत बिगड़ते देख डॉक्टरों ने रामपट्टी कोविड सेंटर रेफर कर दिया। 16 अगस्त को रामपट्टी कोविड सेंटर से डीएमसीएच रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान रविवार की रात उसकी मौत हो गई। भठहीसेर गांव में शव पहुंचने के बाद दहशत का माहौल बन गया।
मृतक के अंतिम संस्कार की समस्या खड़ी हो गई। मृतक दो भाई में सबसे बड़ा था। मृतक को तीन लड़की व एक लड़का है। कोरोना से हुई मौत के बाद परिवार पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है। भाई, चाचा, भतीजा एवं अन्य एक दर्जन लोगों ने बगीचे में ले जाकर शव का अंतिम संस्कार किया। पत्नी चित्कार लगा बेहोश हो रही है, बच्चे पिता की मौत पर फफक-फफक कर रो रहे हैं।
वहीं, बेनीपट्टी एसडीओ मुकेश रंजन ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद मृतक के स्वजन को आपदा राहत कोष से चार लाख रुपये का चेक प्रदान किया जाएगा।
चार प्रभारी प्रधानाचार्य को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने किया निलंबित, विद्यालय भवन निर्माण नही होने पर हुई करवाई
मधुबनी : जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (प्रारंभिक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा अभियान) नसीम अहमद के अनुमोदन, आदेश एवं अनुशंसा के आलोक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) ने जिले के विभिन्न विद्यालयों के चार प्रभारी प्रधानाध्यापकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
जिन प्रभारी प्रधानाध्यापकों को निलंबित किया गया है, उसमें राजनगर प्रखंड के मध्य विद्यालय, रांटी की प्रभारी प्रधानाध्यापिका मीना कुमारी, बेनीपट्टी प्रखंड के मध्य विद्यालय, उच्चैठ के प्रभारी प्रधानाध्यापक विंदेश्वर मोची, बाबूबरही प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, कुकरुपट्टी के प्रभारी प्रधानाध्यापक जितेंद्र कुमार मंडल और लदनियां प्रखंड के मध्य विद्यालय, गजहरा के प्रभारी प्रधानाध्यापक मदन प्रसाद चौधरी शामिल हैं।
निलंबित किए गए उक्त चारों प्रभारी प्रधानाध्यापकों का निलंबन अवधि के लिए मुख्यालय भी निर्धारित कर दिया गया है। निलंबित प्रभारी प्रधानाध्यापिका मीना कुमारी का निलंबन अवधि के लिए मुख्यालय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय, रहिका निर्धारित किया गया है। जबकि, निलंबित प्रभारी प्रधानाध्यापक विंदेश्वर मोची का निलंबन अवधि के लिए मुख्यालय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय, पंडौल निर्धारित किया गया है।
वहीं, निलंबित प्रभारी प्रधानाध्यापक जितेंद्र कुमार मंडल का निलंबन अवधि के लिए मुख्यालय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय, फुलपरास निर्धारित किया गया है। जबकि, निलंबित प्रभारी प्रधानाध्यापक मदन प्रसाद चौधरी का निलंबन अवधि के लिए मुख्यालय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय, राजनगर निर्धारित किया गया है। निलंबित किए गए उक्त चारों प्रभारी प्रधानाध्यापकों को विभागीय कार्रवाई के अधीन भी कर दिया गया है।
विभागीय कार्रवाई के लिए प्रपत्र-क में आरोप भी गठित किया जाएगा।वहीं, संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को आदेश दिया गया है कि निलंबित प्रभारी प्रधानाध्यापकों को कार्य विरमित करते हुए विद्यालय के वरीय शिक्षक या शिक्षिका को प्रभार हस्तगत कराते हुए विद्यालय में निर्माणाधीन वर्ग कक्ष भवन का निर्माण कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
वर्ग नवम् की पढ़ाई प्रारंभ करने के लिए एक वर्ग कक्ष का निर्माण कराने के लिए राशि निर्गत करने के बाद भी निर्धारित अवधि में भवन निर्माण कार्य पूर्ण नहीं कराने और विभाग द्वारा किए गए अनुबंध का उल्लंघन करने के आरोप में विभागीय कार्यवाही के अधीन करते हुए उक्त चारों प्रभारी प्रधानाध्यापकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। चारों प्रभारी प्रधानाध्यापकों के निलंबन के संबंध में डीपीओ-स्थापना ने कार्यालय आदेश जारी कर दिया है।
वर्ग नवम् की पढ़ाई प्रारंभ करने के लिए वर्ग कक्ष निर्माण के लिए उक्त चारों प्रभारी प्रधानाध्यापकों को प्राक्कलित राशि निर्गत कर दिए जाने के बाद भी वर्ग कक्ष भवन का निर्माण ससमय पूर्ण नहीं कराया गया, जिस कारण इस मामले को काफी गंभीरता से लेते हुए उक्त चारों प्रभारी प्रधानाध्यापकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय कार्रवाई के अधीन कर दिया गया है।
जिले में लगातार हो रहा कोरोना विस्फोट, तीन हजार के पास पहुंचा आंकड़ा
मधुबनी : जिले में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है। जिले में कोरोना संक्रमण विस्फोटक होने से हड़कंप मचा हुआ है। अब तो प्रतिदिन औसतन डेढ़ सौ से भी अधिक संक्रमण के नए मामले सामने आने लगे हैं। जिले में बीते पांच दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के 790 नए मामले सामने आ चुके हैं। इसके साथ ही जिले में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर दो हजार 863 हो गई है। जिले में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से चार लोगों की मौत भी हो चुकी है। अभी भी जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के एक हजार 206 एक्टिव केस हैं।
हालांकि, जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित एक हजार 653 व्यक्ति कोरोना से जंग जीतकर पूरी तरह स्वस्थ भी हो चुके हैं। रविवार को सूबे के स्वास्थ्य विभाग ने रिपोर्ट जारी कर कोरोना वायरस से संक्रमित 127 नए मामले की जानकारी दी है। इसके साथ ही जिले में कोरोना वायरस संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो हजार 863 हो गया है। हालांकि, इनमें से एक हजार 653 व्यक्ति कोरोना वायरस से जंग जीतकर पूरी तरह स्वस्थ भी हो चुके हैं।फिर भी कोरोना वायरस से संक्रमित एक्टिव केस की संख्या बढ़कर एक हजार 206 हो गई है।
जिले में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण से चार लोगों की मौत भी हो चुकी है। गौरतलब है कि बीते बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 169 नए मामले, गुरुवार को 159 नए मामले, शुक्रवार को भी 148 नए मामले, शनिवार को 187 नए मामले और अब रविवार को 127 नए मामले सामने आए हैं। इस प्रकार बीते पांच दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के 790 नए मामले सामने आ चुके हैं।
इस प्रकार अब प्रतिदिन औसतन कोरोना वायरस संक्रमण के डेढ़ सौ से भी अधिक मामले सामने आने लगे हैं। बहरहाल काफी संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमित नए मामले सामने आते रहने से जिला प्रशासन, स्वास्थ्य महकमा से लेकर जिलेवासियों की चिताएं बनी ही हुई है।
विभिन्न स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का रिकवरी रेट 57.74 फीसद हो गया है। गौरतलब है कि जिले में बड़े प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी, सांसद, विधान पार्षद, जेल अधिकारी, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता, जिला पार्षद, व्यापारी, चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी, प्रशासनिक कर्मी से लेकर आमलोग भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।
लेकिन, राहत की बात यह है कि प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी, सांसद, विधान पार्षद, जेल अधिकारी, जिला पार्षद समेत अधिकांश संक्रमित लोग कोरोना वायरस को मात देकर स्वस्थ भी हो चुके हैं।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि पर उनको किया याद, दी श्रद्धांजलि
मधुबनी : भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल कार्यकर्ता के द्वारा नगर अध्यक्ष सुबोध कुमार चौधरी की अध्यक्षता में तिलक चौक पर झगड़ु साह सभागार नगर कार्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर मनाया गया।
इस मौके पर नगर अध्यक्ष सुबोध कुमार चौधरी ने कहा नेताजी नाम से प्रसिद्ध सुभाष चंद्र बोस ने भारत को स्वतंत्र कराने के उद्देश्य से 02 अक्टूबर 1948 को आजाद हिंद सरकार की स्थापना तथा आजाद हिंद फौज का गठन किया था। इस गठन का प्रतीक चिन्ह एक झंडे पर दहारता हुए बाग का चिन्ह बना होता था। नेताजी अपनी आजाद हिंद फौज के साथ 04 जुलाई 1944 को बर्मा पहुंचे। यहीं पर उन्होंने अपना प्रसिद्ध नारा तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा दिया था। 18 अगस्त 1945 को टोक्यो जाते समय ताइवान में नेताजी का मौत हवाई दुर्घटना में हो गई थी।
इस मौके पर नगर महामंत्री पिंटू रौनियार नगर उपाध्यक्ष बद्री राय, शंकर झा, अशोक राम, नगर मंत्री विकास आनंद, कुणाल कुमार, विनोद कुमार गोपाल प्रसाद गुप्ता युवा मोर्चा के जिला मंत्री रवि शंकर ठाकुर, चंदन ठाकुर, युवा मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी सूरज कुमार, मिश्रा कला संस्कृति मंच के क्षेत्रीय प्रभारी राजू कुमार झा, दीनदयाल प्रसाद, मनोज कुमार मुन्ना, मनोज श्रीवास्तव, युवा मोर्चा जिला कार्यकारिणी सदस्य सन्नी सर्राफ और भी बहुत से कार्यकर्ता उपास्थि थे।
सुमित कुमार राउत