17 अगस्त : आरा की मुख्य खबरें

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25 वर्षीय युवक की संदेहास्पद स्थिति में मौत

आरा : भोजपुर जिला से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। उदवंतनगर थाना क्षेत्र के उदवंतनगर के रहने वाले 25 वर्षीय युवक की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। युवक का नाम राजन सिंह है जो उदवंतनगर का ही रहने वाला है।

बताया जा रहा है कि उसकी एक 1 साल की बेटी है। काफी हसमुख लड़का था। मानसिक तौर पर कुछ दिनों से वह परेशान रह रहा था। इस घटना को लेकर अफरा तफरी मच गई।घटना की जानकारी मिलते ही उदवंतनगर थाना की पुलिस दलबल के साथ पहुंची। इसके बाद युवक को अस्पताल लाया गया।जहां डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया।

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युवक की मौत कैसे हुई है इसको लेकर एक संशय बना हुआ है। हलाकि फांसी लगाने के बात कुछ लोग बता रहे हैं। हर बिंदुओं को खंगालने में पुलिस जुटी हुई है। इस मामले में डॉक्टर की टीम भी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई थी। अंत्यपरीक्षण के बाद डॉक्टर ने उसका विसरा बचा कर रखा जिसे फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी पटना जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि मृत्यु की वजह जानी जा सके|

पत्रकार विज्ञापन देवता की चौखट पर माथा टेकते हैं 

आरा : सुशासन की सरकार? भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए तमाम तरह के दावे आए दिन सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं प्रशासनिक अधिकारियों करते हैं। परंतु यह जमीनी हकीकत है कि भ्रष्टाचार पर कार्रवाई के प्रति अधिकारियों का उदासीन रवैया सच्चाई बयां कर देता है।

बात करें तो जिले के नगर निकाय जगदीशपुर को वित्तीय वर्ष 2017-2018 में जलजमाव की समस्या से निदान हेतु 92 लाख 44 हजार की राशि स्वीकृत की गई थी स्वीकृत राशि से वार्ड संख्या – 18 में रामआशीष जी के घर से नंबर – 02 स्कूल के पीछे होकर दलित टोली होते गोरख ओझा के घर होते बंगाली जी के घर तक नाला निर्माण कार्य कराना था। पर पत्र का कचड़े में पड़े कागज के टुकड़े से ज्यादा महत्व नहीं है।

बता दे कि कुछ महीनों पहले जगदीशपुर नगर पंचायत में सामाजिक सुरक्षा पेंशन राशि का गबन करने व व्यापक भ्रष्टाचार के खिलाफ नगर पंचायत कार्यालय पर वार्ड पार्षदों व हजारों महिला व पुरुष पेंशनधारियों ने धरना दिया था पर जांच नही हुयी| वहीं कुछ दिन पहले लोगों ने मांग की थी कि जगदीशपुर नगर में लाईट के खरीद में घोटाले की जांच कर घोटाले का पर्दाफाश हो, विवाह भवन की एक करोड़ की राशि गबन करने की जांच हो, टेण्डर से योजना कराने, झंझरीया पोखरा में सफाई के नाम पर 46 लाख गबन की जांच जैसी मांग लोग कर रहे हैं पर जिला प्रशासन मूक दर्शक बनकर देख रहा है।

वही यहां के सामाजिक कार्यकर्ता विनोद वर्मा ने बताया कि अगर कोई अखबार या पोर्टल या टीवी वाले जगदीशपुर नगर का भ्रष्टाचार दिखाते हैं तो उनको लाखों के विज्ञापनों से मुंह बंद कर दिया जाता है । यहां के लोग इनका नाम लेने से भी डरते हैं। वही यहां के लोगों का कहना है कि यहां इनका विकास ही बोलता है ,पर कैमरे के आगे आने से लोग डरते हैं, क्यों?

इस महान व्यक्ति के चौखट के माथे पत्रकार भी टेकते हैं क्योंकि जब भी कोई बड़ा त्यौहार आता है तो यह व्यक्ति लाखो का विज्ञापन देकर पत्रकारों को आशीर्वाद देते हैं। अगर आप इनके खिलाफ आवाज उठाएंगे तो आप पर केस मुकदमा कुछ भी करवाया जा सकता है। इनके क्रोध से पत्रकार के हाथ कांप जाते हैं क्योंकि यह पत्रकारों का है पालनहार।

दहेज में तीन लाख के लिए विवाहिता को जहर देकर मार डाला

आरा : आरा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हसनपुरा गांव में दहेज के लिए एक विवाहिता को जहर देकर मार डाला गया। उसने इलाज के दौरान एक प्राइवेट अस्पताल में दम तोड़ दिया। मायके के लोगों द्वारा ससुराल वालों पर जहर देकर मार डालने का आरोप लगाया जा रहा है।

मृत विवाहिता हसनपुरा गांव निवासी विकास कुमार की 21 वर्षीया पत्नी ममता देवी है। वहीं सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पहुंची और शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इस सिलसिले में ममता देवी के पति, ससुर, सास व ननद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पटना के मनेर थाना क्षेत्र के छितनावां गांव निवासी कामेश्वर प्रसाद के अनुसार उनकी बेटी ममता कुमारी की शादी इसी साल 30 जून को हसनपुरा गांव निवासी राजेश राय के पुत्र विकास कुमार के साथ हुई थी। तब उन्होंने उपहार के तौर पर एक बाइक व तीन लाख रुपये नगद दिया था। बावजूद इसके शादी के कुछ दिन बाद से ही ससुराल वाले और तीन लाख रुपये की मांग करने लगे। इसको लेकर उनकी बेटी के साथ मारपीट व प्रताड़ित किया जाने लगा। इसकी शिकायत मिलने पर वह बेटी को विदा करा गांव लेकर चले गये थे। दो दिन पूर्व ही उसका पति राजेश कुमार ससुराल पहुंचा और भविष्य में अच्छे से रखने की बात कह बेटी ममता को विदा करा अपने घर हसनपुरा ले आया।

वहां आने के बाद उसने फिर से मारपीट शुरू कर दी। ममता के चचेरे भाई ने ससुराल वालों पर दहेज में तीन लाख रुपये मांगने, अक्सर मारपीट करने और जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। उसने बताया कि मारपीट कर जबरन मेरी बहन को जहर दे दिया है। जब उसकी हालत बिगड़ गई, तो उसे आरा के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए ले गए जहां से उसे पटना रेफर कर दिया गया था। पटना ले जाने की अभी तैयारी चल रही थी। इसी क्रम में उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद ससुराल वाले शव को छोड़कर भाग गये। उसने बताया कि जब बहन जिंदा थी तभी उसने किसी अन्य व्यक्ति के मोबाइल से घटना की सूचना दी थी। सूचना मिलने पर वे लोग अस्पताल पहुंचे। तब तक बहन की मृत्यु हो चुकी है।

वहीं सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना इंचार्ज ज्योति कुमारी अस्पताल पहुंची और मृत विवाहिता के परिजनों से घटना की पूरी जानकारी ली। बताया जाता है कि ममता के पिता बाहर प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। ममता अपने पांच बहनों व एक भाई में पांचवे स्थान पर थी। मृतका के परिवार में मां सुनैना देवी, चार बहन प्रियंका देवी, सुमन देवी, नीतू देवी, पुष्पा कुमारी व एक इकलौता भाई सुनील कुमार है। घटना के बाद मृतका के घर में कोहराम मच गया है।

वीकेएसयू के कम्प्यूटर इंचार्ज पर प्राथमिकी

आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर इंचार्ज डॉ अमरेंद्र नारायण पर नवादा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि आवेदक विवेक कुमार पांडेय ने जान मारने की धमकी एवं झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया है। आवेदक विवेक कुमार पांडेय ने बताया कि विज्ञान भवन के समीप दो अंजान छात्राओं के साथ कम्प्यूटर इंचार्ज छेड़खानी कर रहे थे। दोनों छात्रा इसका विरोध कर रही थी। तभी मैं वहां आ पहुंचा।

बीच-बचाव करने पर कम्प्यूटर इंचार्ज देख लेने और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगे। इधर, कम्प्यूटर इंचार्ज ने कहा कि विवेक कुमार के सारे आरोप बेबुनियाद है। एक सप्ताह से कम्प्यूटर सेंटर में कोई छात्रा नहीं आयी है। उलटा कंप्यूटर इंचार्ज ने कहा कि आवेदक विवेक कुमार ने मेरे साथ मारपीट एवं बदसलूक की है। इस संदर्भ में कुलपति प्रो देवी प्रसाद तिवारी को मैंने लिखित आवेदन दिया है। प्रॉक्टर ने कहा कि कम्प्यूटर इंचार्ज से मारपीट की घटना पर जल्द प्राथमिकी की जाएगी।

डीएसडब्ल्यू को बंधक बनाने के आरोप में चार पर प्राथमिकी

आरा : वीकेएसयू में 14 अगस्त को डीएसडब्ल्यू डॉ केके सिंह को कार्यालय में बंधक बनाने वाले लोगों के खिलाफ नवादा थाना में नामजद प्राथमिकी की गई है। थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि अमित कुमार सिंह, कृष्ण देव यादव, छोटू सिंह एवं चंदन तिवारी को नामजद आरोपी बनाया गया है। छात्र कल्याण अध्यक्ष के कार्यालय में घुसकर उनको बंधक बनाने एवं सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया है।

छापेमारी करने गई पुलिस पर हमला 

आरा : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पिरौंटा गांव में रविवार की शाम छापेमारी करने गई पुलिस पर ईट-पत्थर व मिर्च फेंके गए। जिसमें थानाध्यक्ष व दारोगा समेत दो सिपाहियों को चोट आई है। पथराव के बाद अफरातफरी मच गई। पुलिस इस मामले में गुड्डू कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

सदर डीएसपी अजय कुमार ने बताया कि पुलिस पर ईट-पत्थर व मिर्च फेंके जाने को लेकर केस दर्ज किया जाएगा। पुलिस के अनुसार पिरौटा गांव निवासी गुड्डू पहले से दो केसों में दागी रहा है। रविवार को मुफस्सिल थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी एक केस की जांच एवं छापेमारी के लिए पिरौटा गांव गई हुई थी।पुलिस पूछताछ के लिए गुड्डू को पुलिस वाहन से थाना ला रही थी कि इसी दौरान परिवार से जुड़े सदस्यों द्वारा पुलिस के ऊपर ईट-पत्थर व मिर्च से हमला कर दिया गया। जिसमें थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी, दारोगा चंद्र भूषण और दो अन्य पुलिसकर्मियों की आंखों में चोटें आई है। बाद में पुलिस किसी तरह गुड्डू को पकड़कर थाने लाई जहां पर उससे घंटों पूछताछ की गई।

डीएसपी ने बताया कि पकड़ा गया शख्स पहले से दो केसों में आरोपित रहा है। एक मामले में पुलिस जांच के लिए गई थी। जिसमें यह घटना हुई है। मालूम हो कि पिछले महीने भी मोबाइल चोरी मामले में जांच के लिए गई पुलिस पर पथराव कर दिया गया था। जिसमें एक दारोगा केके सिंह घायल हो गए थे।

कार सवार जेवर तस्करों को छोड़ने की जांच शुरू

आरा : शहर में कार सवार चांदी तस्करों को पकड़ने के बाद पैसे लेकर छोड़े जाने का एक मामला सामने आया है। इसका आरोप दो जमादार (एएसआई) पर लगा है। इनमें एक आरा शहर के नवादा व दूसरा चांदी थाने में तैनात हैं। वही मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गयी। एसपी सुशिल कुमार के आदेश पर आनन-फानन में जांच शुरू कर दी गयी। इस सिलसिले में दोनों जमादार से पूछताछ भी की गयी। जांच में जुटी पुलिस घटना का साक्ष्य जुटाने में लगी है। इसके लिये आरा शहर के गिरजा मोड़ स्थित एक सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला गया।

बताया जा रहा कि एसपी सुशील कुमार को शिकायत मिली है कि 14 अगस्त की शाम चंदवा-गिरजा मोड़ के समीप पुलिस ने अल्टो कार पर सवार तस्करों को पकड़ा गया था। उन तस्करों के पास भारी मात्रा में चांदी भी मिली थी। बाद में लेन-देन कर चांदी समेत तस्करों को छोड़ दिया गया।

मामला संज्ञान में आते ही एसपी सुशील कुमार ने आरा सदर एसडीपीओ अजय कुमार को जांच का आदेश दिया है। उसके बाद दोनों जमादार से पूछताछ की गयी। दोनों की तलाशी भी ली गयी। लाइनर के संदेह में भी एक युवक को पकड़ा गया और पूछताछ की गयी। लेकिन फिलहाल कुछ ठोस क्लू नहीं मिला।

वहीं पुलिस ने गिरजा मोड़ के पास का एक सीसीटीवी फुटेज भी जब्त किया है। कार के ऑनर की भी तलाश की जा रही है। हालांकि, अभी तक पुलिस को कोई महत्वपूर्ण साक्ष्य हाथ नहीं लग सका है। इधर, शुरूआती पूछताछ में दोनों पुलिस अफसर अपने को निर्दोष बता रहे है।

जमीन के विवाद में बुजुर्ग को पीट-पीटकर मार डाला

आरा : भोजपुर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भकुरा गांव में जमीन के विवाद में एक बुजुर्ग की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी। बुजुर्ग की कुछ रोज पहले बेरहमी से पिटाई की गयी थी। रविवार की रात पटना पीएमसीएच में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। मृत बुजुर्ग भकुरा गांव 65 वर्षीय बृजनंदन राय हैं।

इस संबंध में गांव के ही पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। उसमें रामचंद्र राय व उनके दो बेटों सहित पांच को आरोपित किया गया है।

बुजुर्ग के पोते के अनुसार जमीन को लेकर रामचंद्र राय के साथ विवाद चल रहा था। उसी विवाद में पिछले दिनों सभी आरोपित लाठी-डंडा व रॉड लेकर आ धमके और उसके दादा की जमकर पिटाई कर दी। जब वह गिर पड़े तब पत्थर से भी हमला किया गया। इसमें उसके दादा गंभीर रूप से जख्मी हो गये थे। तब उन्हें इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया था। वहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिये पटना रेफर कर दिया गया था। रविवार को इलाज के दौरान उन्होंने पीएमसीएच में दम तोड़ दिया। इसके बाद शव को वापस गांव लाया गया।

वहीं जख्मी बुजुर्ग की मौत की सूचना मिलने पर मुफस्सिल थाना की पुलिस भकुरा पहुंची और शव का पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में करवाया गया। पुलिस के अनुसार जमीन के विवाद में पूर्व में मारपीट हुई थी। उसे लेकर पूर्व में ही प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी थी। इलाज के दौरान जख्मी बुजुर्ग की मौत हो गयी है। आरोपितों की धरपकड़ के लिये छापेमारी की जा रही है।

नदी में डूबे 65 वर्षीय बुजुर्ग का शव बरामद

आरा : भोजपुर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भकुरा गांव के समीप नदी से ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने 65 वर्षीय बुजुर्ग का शव बरामद कर लिया। 65 वर्षीय बुजुर्ग सिंघासन राम स्वर्गीय गया राम के बेटे हैं। पुलिस ने उनका शव भकुरा नदी के समीप से बरामद कर लिया है।

घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि सिंहासन राम कोईलवर थाना क्षेत्र के कीतपुर गांव के रहने वाले हैं। वह पेशे से एक किसान थे। बताया जाता है कि आज सुबह कृषि कार्य को लेकर वह खेत में गए हुए थे। उसी दौरान वह नदी में डूब गए। जिससे उनकी मौत हो गई। मृतक के परिवार में दो पुत्र एवं दो पुत्री हैं। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।

आरा में विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आने से युवक की मौत

आरा : शहर के टाउन थाना क्षेत्र के अहिरपुरवा मोहल्ले में रविवार की शाम विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। घटना को लेकर लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। जानकारी के अनुसार मृतक आरा अहिरपुरवा मोहल्ला निवासी जोगिन्द्र यादव का 18 वर्षीय पुत्र रितेश कुमार है।

परिजनों ने बताया कि वह आरा टाइल्स मार्बल की दुकान में लगभग दो वर्षों से काम करता था। उसी दुकान का मार्बल ट्रक पर लोड होकर आया हुआ था। जिसे वह ट्रक से उतार रहा था। उसी दौरान वह विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ गया। जिससे वह गंभीर रूप से झूलस गया। आनन-फानन में उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल ला रहे थे। तभी उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बावजूद इसके परिजन उसे आरा सदर अस्पताल ले आए जहां ऑन ड्यूटी चिकित्सक डॉ.शैलेंद्र कुमार ने उसे देख मृत घोषित कर दिया।

इसके बाद परिजन उसे वापस घर ले गए। घर ले जाने के कुछ देर बाद परिजन फिर वापस उसे आरा सदर अस्पताल ले आए। आरा टाउन थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया। हादसे के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।

बिना मास्क लगाये घूम रहे लोगों से पुलिस ने वसूला जुर्माना

आरा : यदि आप बिना मास्क के बाइक पर सफर कर रहे हैं या बाइक चला रहे हैं तो कम से कम बहोरनपुर ओपी थाना क्षेत्र में छोड़ दीजिए। वैसे तो पूरे जिले में पुलिस कप्तान सुशील कुमार के निर्देश पर अभियान चल रहा है। शिकंजा कसा जा रहा है। लेकिन बहोरनपुर ओपी थाना के पुलिस इस मामले में काफी टाइट दिख रही है।

बहोरनपुर ओपी पुलिस ने ओपी क्षेत्र के श्याम बाबा बांध के समीप रविवार को सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया। ओपी प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि जांच के दौरान दर्जनों वाहनों के कागजातों की जांच के अलावा बाईक सवारों के मास्क लगाने की भी जांच पड़ताल की गयी। बताया कि चेकिंग के दौरान बिना मास्क के बाईक चलाने वाले 20 लोगों से प्रति व्यक्ति 50 रूपये के हिसाब से एक हजार रूपये जुर्माना की वसूली की गयी। पुलिस ने जुर्माना वसूलने के दौरान प्रति व्यक्ति दो मास्क का वितरण भी किया गया तथा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क लगाने की सख्त हिदायत दी गयी।

खेत में फसल चरने के विवाद में दो गुटों में खूनी झड़प

आरा : भोजपुर के बड़हरा में कृष्णागढ़ थाना व धोबहां ओपी की सीमा से सटे सारसीवान बाजार पर सोमवार को सरेआम दो गुटों में झड़प हो गई। रामपुर और पदमिनियां गांव के लोगों के बीच में जमकर मारपीट हुई। इस दौरान दोनों ओर से जमकर रोड़ेबाजी की गई, लाठी डंडे भी चले। जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए। पुलिस को भी लाठियां भांजनी पड़ी। बाद में धोबहां ओपी पुलिस, कृष्णागढ़ थाना और मुफस्सिल थाना ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया।

बताया जा रहा कि रामपुर गांव में गाय चराने को लेकर विवाद उपजा था। इस दो युवकों को पिटाई कर दी गई थी। इसके बाद रामपुर व पदमिनीया गांव में तनाव उत्पन्न हो गया था। इसके बाद मामले को शांत करा दिया गया था। बताया जाता है कि सोमवार को पदमिनियां गांव के लोगों ने सारसीवान बाजार पर आकर बाल कटा रहे एक युवक आनंद को लाठी- डंडे की पिटाई कर दी। इसके बाद दोनों गांव के लोग आमने-सामने हो गए।

तकरीबन आधा घंटा तक जमकर रोड़े बाजी हुई। दोनों ओर से जमकर ईंट पत्थर और लाठी डंडे चले। जिसमें रामपुर गांव निवासी सोनू सिंह का सिर फट गया। आधे दर्जन लोग जख्‍मी हो गए। बाद में धोबहा ओपी पुलिस कृष्णागढ़ थाना पुलिस व मुफस्सिल थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को संभाल लिया। कृष्णागढ़ थाना प्रभारी विजय कुमार पांडे ने बताया कि इस घटना में रामपुर गांव के सोनू कुमार सिंह के सिर में गंभीर चोट आई है। पुलिस ने पदमिनियां गांव के सतीश कुमार को गिरफ्तार किया है।

लॉकडाउन में बेरोजगार हुआ दर्जी शहर में मास्क बेचने पर मजबूर

आरा : कोरोना के कारण भारत में करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए। कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लागू लॉकडाउन के बीच लाखों लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। कई लोगों के छोटे-बड़े रोजगारों पर ताला लटक गया। देश के ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी कुछ तरह बढ़ी कि गरीब लोगों के घरों में खाने-पीने की दिक्कत हो गई। बिहार के आरा से एक ऐसी खबर आई है, जिसने सबको हैरान कर दिया है। दरअसल लॉकडाउन में बेरोजगार हुआ 65 साल का एक दर्जी पूरे शहर में साइकिल से घूम-घूमकर मास्क बेचने को मजबूर है।

बिहार में लॉकडाउन से दिहाड़ी मजदूरों और छोटे कारोबार से जुड़े लोगों को काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। आरा के रहने वाले अब्दुल खालिद की उम्र 65 साल की हो गई है। वह पेशे से एक दर्जी हैं। अब्दुल खालिद आरा के मिल्की मोहल्ले में किराये के मकान में रहते हैं। इस कोरोना काल में उनका रोजगार ठप पड़ गया है। अब्दुल खालिद ने बताया कि जब से लॉकडाउन लगा है, तब से वह मास्क बेच रहे हैं।

उन्होंने बताया कि वह पेशे से एक दर्जी हैं लेकिन लॉकडाउन लागू होने के कारण उनका रोजगार ठप पड़ गया है। दो वक्त की रोटी कमाने के लिए वह मास्क बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाल-बच्चे का गुजारा करने और घर-परिवार चलाने के लिए वह खुद ही मास्क बनाकर बेचते हैं।

अब्दुल खालिद के घर में 8 से 10 लोग रहते हैं। उनके बेटों का भी रोजगार लॉकडाउन में छीन गया है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के कारण उनके दुकान पर ताले लटक गए हैं। कोई भी ग्राहक अब उनके पास नहीं आता है। लगातार 4-5 महीने दुकान बंद रहने के कारण उनके घर में भोजन-पानी की दिक्कत हो गई है। उनका परिवार भुखमरी के कगार पर आ गया है।

उन्होंने आगे बताया कि घर के बिगड़ते हालात को देखते हुए उन्होंने खुद मास्क बनाकर उसे बेचना शुरू किया। तो लोग उनसे मास्क खरीदने लगे। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन वह 8 से 10 घंटे मास्क बेचते हैं। 3 से 4 घंटे वह आरा सदर अस्पताल में ही मास्क बेचते हैं। रोज 300 से 400 रुपये की कमाई हो जाती है। जिससे उनके घर का गुजारा हो रहा है। उन्होंने बताया कि कुछ मास्क वह बाजार से खरीदकर भी बेचते हैं।

अब्दुल खालिद बताते हैं कि उनकी उम्र 65 साल हो गई है। आरा शहर में साइकिल से घूम-घूमकर मास्क बेचने में उनको काफी परेशानी भी होती है। वह काफी थका हुआ महसूस करते हैं। लेकिन दाल-रोटी कमाने के लिए वह जीतोड़ मेहनत करते हैं। क्योंकि उनके बच्चों का भी काम पूरी तरह बंद हो गया है। एकदम काम ही नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि पहले जैसा अब मास्क की बिक्री नहीं हो रही है। पहले मास्क ज्यादा बिकते थे लेकिन अब मास्क बिकने बहुत कम हो गए हैं। कस्टमर कम मिलते हैं इसलिए सेल भी कम ही होता है।

देश में लॉकडाउन हटने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि अनलॉक में लोगों को नौकरी मिलेगी। बेरोजगारी की दर में कमी देखने को मिली थी, लेकिन एक बार फिर से यह संकट गहराता दिख रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में बेरोजगारी दर बढ़ता ही जा रहा है। लोगों को काम नहीं मिल रहा है। जो काम मिल भी रहा है, उसमें उचित मजदूरी नहीं मिल पा रही है। ऐसे में कई लोग एक बार फिर से अपने गांव से बड़े शहरों की ओर पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं।

राजीव एन अग्रवाल

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