12 व 6 को लेकर मंझधार में नीतीश व मांझी की दोस्ती
पटना : कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव आयोग के संकेत के बाद बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए जोर शोर से तैयारी में जुट गई है। चुनाव आयोग के गाइड लाइन के अनुसार इस बार चुनाव प्रचार करने का तरीका भी वर्चुअल होगा। इस बीच बिहार के राजनीतिक गलियारों से एक ख़बर निकल कर आ रही है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बीच कुछ देर पूर्व मुलाकात हुई है। इस मुलाकात में विधानसभा चुनाव में गठबंधन और सीट बंटवारे को लेकर बातचीत हो रही है।
महागठबंधन छोड़ने के बाद पहला मौका है जब नीतीश और मांझी के बीच हुई मुलाकात
मालूम हो कि महागठबंधन छोड़ने के बाद यह पहला मौका है जब नीतीश और मांझी के बीच मुलाकात हो रही है। जिसके बाद यह तय माना जा रहा है कि जेडीयू एनडीए के अंदर जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को एडजस्ट करेगी। मांझी की मुलाकात सीटों की संख्या और विधानसभा चुनाव की रणनीति के एजेंडे के साथ हो रही है।
बंद कमरे में हुई इस मुलाकात को लेकर जो खबर सामने आ रही है उसके मुताबिक मांझी ने नीतीश के सामने अपनी डिमांड भी रख दी है। ‘मांझी’ 16 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहते हैं लेकिन नीतीश के सामने उनकी जुबान 12 सीटों के लिए हीं खुली है।
कुछ सीटें ‘मांझी’ ने पहले से तय कर रखी है। मखदूमपुर, अतरी, बोधगया, शेरघाटी, आरा, नवादा, तरारी, खगड़िया, सुरसंड और पूर्णिया ये वो सीटे हैं जो मांझी नीतीश से चाहते हैं। उन्हें एनडीए में एडजस्ट करने की जिम्मेवारी नीतीश कुमार की हीं है इसलिए मांझी ने नीतीश के सामने अपनी डिमांड रखी है।
हालांकि एनडीए में मांझी के हिस्से में 6 या उससे कम सीटें हीं आ रही है। सीएम नीतीश कुमार मांझी की मजबूरी भी जानते हैं और मौजूदा वक्त में उनकी राजनीतिक हैसियत भी इसलिए 6 से ज्यादा सीटें वे मांझी को नहीं देना चाह रहे हैं।