पटना : राजधानी के राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में आज तृतीय राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया गया और साथ में भगवान धन्वंतरी की पूजा अर्चना की गई। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। श्री चौबे ने कहा कि स्वस्थ शरीर ही देश की उन्नति है। आयुर्वेद महाविद्यायल को एनआईए मान्यता दिलाने के लिए सरकार से इस विषय पर चर्चा करने की बात उन्होंने कही। आचार्य चरक, आचार्य वाणभट्ट और आचार्य सुश्रुत आदि की देन है आयुर्वेद। श्री चौबे ने लोगों के लिए सर्वे भवंतु सुखिनः की कामना की। भारतीय संस्कृति को लेकर लोगों में किसी तरह का भेदभाव न हो। आयुर्वेद के जनक धन्वन्तरी की प्रतिमा निर्माण पर भी उन्होंने बात की। उन्होंने कहा कि इसे राजनीत के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए। यह पूजा, श्रद्धा, संस्कृति और स्वस्थ्य की बेहतरी के लिए है। इससे पहले राज्य सरकार ने प्रिंसिपल से पूछा था कि पूजा करने पर आखिर क्यों न हो आप पर कार्यवाही। आखिर पूजा करने का आपका क्या उद्देश्य था? इस पर आयुर्वेद महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉक्टर दिनेश्वर प्रसाद ने कहा कि हमलोगों ने सरकार के अनुमति के बिना ही पूजा की। इसमें कोई निजी स्वार्थ नहीं है इसलिए आपत्ति की बात नहीं। यह भी कहा कि यह धन्वन्तरी पूजा लोगों, छात्रों और बीमारू लोगों को स्वास्थ्य के हित के लिए मनाया है। इसके लिए उन्होंने मीडिया के सामने माफी मांगी।
सोनू कुमार
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