युवाओं ने नेताओं को दिया गच्चा, महज 4 दिनों में 95 हजार अग्निवीर आवेदन
नयी दिल्ली : सेना में भर्ती की केंद्र सरकार की नई अग्निपथ स्कीम पर देशभर के युवाओं का जोश हाई है। आवेदन की प्रकिया शुरू होने से आज तक महज 4 दिनों में ही करीब 95 हजार युवाओं ने इसके लिए अप्लाई कर दिया है। अभी भी लास्ट डेट आने में करीब 7 दिन बाकी हैं। लेकिन मुद्दा विहीन राजनीतिक दल और नेताओं की इसपर सियासत ‘फुलटॉस’ जारी है। आज मंगलवार को भी पंजाब से लेकर बिहार तक इस स्कीम में सभी अपनी मोदी विरोधी जुगाड़ ढूंढ़ने में लगे रहे। जहां बिहार में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में समूचा विपक्ष विधानसभा से गायब रहा, वहीं पंजाब में वहां की सरकार इस स्कीम के खिलाफ एक प्रस्ताव लाने की तैयारी में है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता का ट्वीट
आज 28 जून मंगलवार को केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए. भारत भूषण बाबू ने ट्वीट में लिखा—’कुल 94285 अग्निवीरवायु उम्मीदवारों ने सुबह 10.30 बजे तक रजिस्ट्रेशन कराया है। रजिस्ट्रेशन 5 जुलाई को बंद होगा’। इसके साथ ही वायुसेना ने भी अपने ट्वीट में आवेदनों की अद्यतन जानकारी दी। वायुसेना के अनुसार आवेदन प्रक्रिया शुरू होने के महज 4 दिनों तक ही 95 हजार के करीब युवाओं ने अप्लाई कर लिया है।
युवाओं की चतुराई से नेता हलकान
देश के युवाओं का अग्निवीर योजना को लेकर यह जोश उस तस्वीर के बिल्कुल उलट है जिसमें इसके विरोध में बिहार समेत पूरे भारत में जमकर हिंसक प्रदर्शन हुए और कई ट्रेनें फूंक दी गईं।
युवाओं के इसी व्यवहार से देश के तमाम विपक्षी दल और नेताजी भी गच्चा खा गए। राजनेताओं को अग्निपथ पर युवाओं के प्रदर्शन में अपने लिए एक सियासी मौका दिखा और वे बिहार से लेकर पंजाब तक लग गए अपने काम पर। लेकिन युवाओं ने उन्हें भी गच्चा देते हुए ‘अग्निवीर’ बनने के लिए दनादन अप्लाई करना शुरू कर दिया।
बिहार से पंजाब तक सियासत ननस्टॉप
सियासत की बात करें तो जहां आज मंगलवार को भी विधानसभा में विपक्षी राजद ने हंगामा किया और सदन की बैठक का बहिष्कार कर दिया। इसके चलते बिहार विधानसभा अध्यक्ष को सदन को स्थगित करना पड़ा। वहीं पंजाब में अग्निपथ स्कीम के विरोध में वहां की राज्य सरकार ने योजना के विरुद्ध सर्वदल प्रस्ताव लाने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को पंजाब विधानसभा के मौजूदा सत्र में इस विरोध प्रस्ताव को लाने का वादा करते हुए कहा कि किसान आंदोलन की तरह ही इस अग्निपथ स्कीम का विरोध किया जाएगा।