योगी वाकई उपयोगी! ABP-सी वोटर के ताजा सर्वे से 49 फीसदी मतों के साथ भाजपा का माहौल सेट
नयी दिल्ली/लखनऊ : यूपी में माहौल सेट हो चुका है। भाजपा, सपा समेत तमाम राजनीतिक दलों के नेता ताबड़तोड़ रैलियां शुरू कर चुके हैं। लेकिन इस सबके बीच सबसे अहम है जनता का मूड जो यह तय करेगा कि क्या योगी वाकई यूपी के लिए उपयोगी हैं। या फिर अखिलेश अपने को हालिया इत्र कांड के ‘दुर्गंध’ से बाहर रखने में कामयाब हो जायेंगे?
एक सप्ताह में भाजपा ने लगाई छलांग, सपा पीछे
एबीपी-सी वोटर का ताजातरीन सर्वे तो योगी को यूपी चुनाव के लिहाज से काफी उपयोगी बता रही है। मगर जनता की राय में भाजपा पहले नंबर पर तो सपा भी मुकाबले को दो ध्रुवीय बनाने में सफल हो रही है। एबीपी-सी वोटर की ओर से 29 दिसंबर को किये सर्वे में 49 फीसदी लोगों भाजपा पर दांव लगाया जबकि 30 प्रतिशत लोग सपा के पक्ष में दिखाई दिए। साफ है कि समाजवादी पार्टी भी मुकाबले में मजबूती के साथ खड़ी है। 8 फीसदी लोग मायावती तो 6 फीसदी ने कांग्रेस के पक्ष में हैं।
पीएम के दौरों से बना माहौल, प. यूपी में भी बढ़त
यहां दिलचस्प है कि पीएम के दौरों के बाद पिछले एक सप्ताह में भाजपा की ताकत बढ़ी है। इससे पहले 23 दिसंबर को हुए सर्वे से 1 प्रतिशत ज्यादा लोगों ने ताजा सर्वे में भाजपा के पक्ष में मत दिया। साफ है कि बीते एक सप्ताह में भाजपा का माहौल पहले से बेहतर हुआ है। क्षेत्रवार भी बात करें तो एक और चौंकाने वाली बात यह है कि जिस पश्चिम यूपी में किसान आंदोलन का असर माना जा रहा था, वहां भी वह सपा, बसपा जैसे दलों से आगे है। भाजपा को इस इलाके में 40 फीसदी तो सपा को 33 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान है। बसपा को पश्चिमी यूपी में 15 फीसदी व कांग्रेस को 7 फीसदी वोट मिल सकता है।
पूर्वंचल से अवध तक सभी क्षेत्रों में विपक्ष पीछे
सर्वे के अनुसार पूर्वांचल से लेकर अवध, बुंदेलखंड और पश्चिम समेत यूपी के तमाम क्षेत्रों में भाजपा भारी पड़ रही है। अवध क्षेत्र में भाजपा को बड़ी बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। अवध क्षेत्र में 118 सीटें हैं और सर्वे के मुताबिक, यहां 44 फीसदी वोट भाजपा के खाते में जाते हुए नजर आ रहे हैं। यहां सपा दूसरे स्थान पर 31 फीसदी वोट हासिल कर रही है। बसपा 10 फीसदी तो कांग्रेस के खाते में 8 फीसदी वोट जाते नजर आ रहे हैं।
सपा दूसरे तो बसपा-कांग्रेस तीसरे-चौथे नंबर पर
पूर्वांचल क्षेत्र में 130 सीटें हैं, जो किसी भी पार्टी के चुनावी समीकरण को बनाने और बिगाड़ने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। पूर्वांचल में भाजपा को 41 फीसदी वोट शेयर तो सपा को 36 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है। बसपा को पूर्वांचल में 12 फीसदी और कांग्रेस के खाते में 7 फीसदी वोट मिल रहे हैं। वहीं बुंदेलखंड में भाजपा के खाते में 42 फीसदी तो समाजवादी पार्टी को 33 फीसदी वोट मिल रह है। बसपा और कांग्रेस क्रमश: 11 व 9 फीसदी वोट हासिल कर सकते हैं।