योग दिवस का आंखों देखा हाल, …अब धीरे—धीरे सांस छोड़ें… मेरी फोटो खींच लो!
सुबह के छः बज चुके हैं। सैकड़ों की संख्या में लोगों का पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में आगमन हो रहा है। कई लोग पैदल, तो कई लोग अपने वाहन से यहाँ तक पहुँच रहे हैं। यहां हज़ारों की संख्या में पहूंचने वाले पुरुष और महिलाओं का अनुपात भी लगभग समान है। बड़ी मात्रा में युवा भी दिख रहे हैं। प्रशासन भी अपने कामों को लेकर मुस्तैद दिख रही है। कुछ पुलिसकर्मी दोनों मुख्य द्वार पे हैं तो कुछ उस मंच के पास जहां उपमुख्यमंत्री और राज्य स्वास्थ्य मंत्री के साथ अन्य लोग बैठे हैं। लोगों को टीशर्ट और टोपी बांटने का कार्य चल रहा है। युवाओं की संख्या वहाँ कुछ ज्यादा ही दिख रही है। योग दिवस का टीशर्ट पहने एक युवा की आवाज आती है— ”भाई ज़रा मेरी फोटो ले लो।”
पाटलिपुत्र खेल मैदान में योग करने के लिए उचित वातावरण तैयार किया गया है। मैदान में दरी और चटाई पहले से बिछी हुई है। इसी में एक निश्चित स्थान पर एक छः योग प्रशिक्षक को आमजन से कुछ ऊंचाई पर बैठने की व्यवस्था की गई है।साउंड और led डिस्प्ले को व्यवस्थित किया जा चुका है। परिसर में पीने का पानी की व्यवस्था की गई है।
योग का कार्यक्रम शुरू हो चुका है। सारे लोग अपने स्थान ग्रहण कर प्रशिक्षक के द्वारा बताए जा रहे विधि का अनुपालन कर रहें हैं। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय व अन्य नामचीन लोग पहली पंक्ति में योगाभ्यास कर रहें हैं। कई लोग जो थक चुके हैं, वे परिसर में बने सीढ़ियों पर बैठे हुए है और कुछ लोग तो शायद सिर्फ ये नज़ारा देखने आये हैं। युवा सेल्फी लेने में मशगूल हैं। योग करते हुए अपनों के फोटो लिए जा रहे हैं। कुछ लोग वहीं से फेसबुक पर तस्वीरें शेयर कर रहे हैं।
अब 8 बजने को है। कार्यक्रम का समापन कुछ प्रशिक्षित बच्चों,बच्चियों के द्वारा बने मंच पे योग के कुछ अनोखे रूप दिख रहें हैं। यह कला वे बज रहे गानों के अनुरूप दिखा रहें हैं। अब आए हुए सारे नेतागण यहां से रवाना हो रहे हैं। कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम व भारत माता की जय घोष के साथ हुआ।
यह कार्यक्रम पंचम अंतराष्ट्रीय योग दिवस के शुभ अवसर पे आयोजित हुआ है। इस कार्यक्रम का संयोजन स्वास्थ्य विभाग और कला संस्कृति एवं युवा विभाग ने सम्मीलित रूप से किया है।
(सुचित कुमार)