नयी दिल्ली : कभी भाजपा के कद्दावर नेता और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे यशवंत सिन्हा को आज मंगलवार को विपक्ष ने अपना राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने का ऐलान कर दिया। आज विपक्ष ने नयी दिल्ली में इसके लिए आयोजित बैठक में उनके नाम पर सहमति जताई। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने संयुक्त विपक्ष की तरफ से कहा कि मोदी सरकार ने राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर आम सहमति बनाने के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किया। इस वजह से संयुक्त विपक्ष यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बना रहा है।
कांग्रेस के जयराम रमेश ने किया ऐलान
जानकारी मिली है कि श्री सिन्हा 27 जून को राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। आज प्रत्याशी चयन के लिए हुई विपक्ष की बैठक में कुल 13 विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए। इसमें कांग्रेस, तृणमूल, एनसीपी समेत तमाम विपक्षी पार्टियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सबने सर्वसम्मति से यशवंत सिन्हा का चयन किया।
यशवंत सिन्हा इस समय ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं और उनका नाम पवार, गोपालकृष्ण गांधी और फारूख अब्दुल्ला के राष्ट्रपति पद चुनाव की दौड़ से बाहर होने के बाद सामने आया। मालूम हो कि आज श्री सिन्हा के एक ट्वीट के बाद उनके विपक्ष का राष्ट्रपति प्रत्याशी बनने की अटकलें लगाई जाने लगी थी।