शराबबंदी कानून में संशोधन पर चल रहा काम, एक से दो महीने में दिखने लगेगा असर
पटना : मध निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार ने शराबबंदी कानून को लेकर स्पष्ट कर दिया है कि इसमें संशोधन पर काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि इस से कैसे बेहतर बनाया जाए इसको लेकर मंथन चल रहा है।
बिहार सरकार के मंत्री ने कहा कि कोई भी कानून पत्थर की लकीर नहीं होती आवश्यकतानुसार इसमें सुधार किया जाना जरूरी होता है।उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर जो विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा भ्रामक बयानबाजी हो रही है, जो गलत है। जिनकी भी मौत जहरीली शराब से हुई है उनका कोई भी मतलब शराबबंदी कानून से नहीं है। 2016 से पहले भी जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई है। इसके पिछे आर्थिक कारण है।
मंत्री ने कहा कि जिन राज्यों में शराबबंदी लागू नहीं है, वहां भी जहरीली शराब से मौत हो रही है। उन्होंने कर्नाटक, उत्तर प्रदेश रायबरेली, पंजाब, पश्चिम बंगाल का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां भी जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई है।जिस तरह नकली दवा और खाद्य पदार्थों की अवैध बिक्री की जाती है, वैसे ही नकली शराब की भी बिक्री हो रही है। निम्न आय वर्ग के लोगों को कम कीमत पर नकली शराब मिलती है, इस कारण इस प्रकार की घटना होती रहती है।
वहीं, उन्होंने कहा कि नालंदा, सारण और बक्सर में जहरीली शराब से हुई मौत पर कड़ा एक्शन लिया गया है। पटना से टीम ले जाकर शराब बनाने वाले रैकेट का पर्दाफाश पुलिस और उत्पाद विभाग ने किया है।