अभिनंदन के बैचमेट और चौपर हादसे में जिंदा बचे ग्रुप Capt वरुण सिंह की यह चिटठी वायरल क्यों?
नयी दिल्ली : सीडीएस जनरल रावत के साथ हुए हादसे में एकमात्र जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की चौपर दुर्घटना से कुछ ही पहले लिखी एक चिट्ठी आज काफी वायरल हो रही है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह पाकिस्तानी सेना के एफ—16 को मार गिराने वाले वायुसेना के जांबाज अभिनंदन वर्द्धमान के बैचमेट हैं। उन्होंने सितंबर माह के आखिरी दिनों में अपने आर्मी स्कूल के बच्चों के लिए एक चिट्ठी लिखी थी और यही पत्र अब वायरल हो रहा है।
आर्मी स्कूल चंडी मंदिर के बच्चों को लिखी चिट्ठी
आर्मी स्कूल चंडी मंदिर के बच्चों को ग्रुप कैप्टन ने लिखा कि औसत दर्जे का होना कोई चिंता की बात नहीं। आपने छात्र जीवन का जिक्र करते हुए उन्होंने लिखा कि आप औसत दर्जे के हैं तो यह ठीक है। हर कोई उत्कृष्ट नहीं हो सकता और हर कोई 90 प्रतिशत नहीं ला सकता। लेकिन यदि आप ऐसा करते हैं तो इसकी सराहना की जानी चाहिए।
स्कूल जीवन में औसत होना चिंता की बात नहीं
शौर्य चक्र विजेता वरुण सिंह ने आगे लिखा कि यदि आप 90 फीसदी नहीं ला सकते तो यह मत सोचिए कि आप औसत दर्जे के हैं। स्कूल में औसत दर्जे का होना पूरे जीवन के मूल्यंकन का कोई मानक पैमाना नहीं है। आप अपनी पसंद, हॉबी ढूंढे। यह संगीत, कला, साहित्य कुछ भी हो सकता है। आप बस जो भी काम करें समर्पित होकर समर्पण से करें।
हादसे से दो माह पूर्व लिखा था यह प्रेरक पत्र
अपने कैडेट जीवन की चर्चा करते हुए उन्होंने लिखा कि बतौर एक छात्र उनमें आत्मविश्वास की कमी थी। लेकिन चूंकी फ्लाइंग उनकी हॉबी थी, इसलिए उन्होंने पूर्ण समर्पण से इसे सीखा और प्रशिक्षण लिया। शुरू में यहां भी उन्हें आत्मविश्वास की समस्या आड़े आई, लेकिन फिर दूर होती गई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि यही उन्हें सबसे ज्यादा पसंद था। इसलिए आप भी अपनी रुचियों को पहचानें और जो भी पसंद हो उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ दें। सफलता तो आपके कदम चूमेगी ही।