पटना: चुनावी सरगर्मी की बीच उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि आईटी-वाईटी का मजाक उड़ाने वाले लालू प्रसाद जेल में हैं, लेकिन आज उसी आईटी-वाईटी से चलने वाले सोशल मीडिया के जरिये राजनीति कर रहे हैं।
आईटी (सूचना तकनीक) ने लाखों हुनरमंद युवाओं को तो रोजगार दिया ही, राजद के राजकुमार भी केवल आईटी (ट्विटर) के भरोसे अपनी छवि चमकाने में लगे हैं। आईटी, वर्चुअल रैली, ईवीएम और बुलेट ट्रेन का विरोध कर राजद ने बार-बार साबित किया कि वह गरीबों को लालटेन युग से बाहर नहीं आने देना चाहता। जैसे कुछ प्राणियों को अंधेरे से प्रीत और प्रकाश से बैर होता है, उसी तरह राजनीति में भी अंधेरापसंद लोग हैं।
अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा कि कोरोना काल में वर्चुअल रैली के जरिये ही संक्रमण से बचते हुए जनता से संवाद किया जा सकता है। राजद वर्चुअल रैली का विरोध कर रहा है, जबकि उसकी सहयोगी पार्टी कांग्रेस भी वर्चुअल रैली कर रही है। लोकतंत्र बचाओ यात्रा का नाटक करने वाले क्या केवल भाजपा-जदयू की वर्चुअल रैली को रोकना चाहते हैं?



