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कौन जाएगा राज्यसभा? झल्ला गए नीतीश…रुक जाइये…सब मालूम हो जाएगा

पटना : बिहार में जदयू के राज्यसभा कैंडिडेट पर सस्पेंस खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। कल गुरुवार की देर रात अपने दोनों झगड़ रहे सिपहसालारों—आरसीपी सिंह और ललन सिंह के साथ करीब 45 मिनट की माथापच्ची के बाद भी बिहार सीएम नीतीश कुमार इसका हल नहीं निकाल पाये। जदयू के इसी सियासी टेंशन बीच आज शुक्रवार को जब नीतीश कुमार राजधानी पटना के स्टेशन गोलम्बर एक कार्यक्रम के दौरान पहुंचे तो पत्रकारों ने उनसे इसपर सवाल दाग दिया। इसपर नीतीश कुमार झल्ला गये और कहा कि—रुक जाइये, सब का सब मालूम हो जाएगा।

पत्रकारों ने दागा सवाल तो गाड़ी में बैठ चल दिये

बिहार सीएम आज 27 मई को पटना स्टेशन गोलंबर स्थित प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि करने पहुंचे थे। लेकिन वहां से लौटते समय जब पत्रकारों ने उनसे जदयू की अंदरूनी हलचल पर सवाल पूछना चाहा तो सिर्फ यह कहते हुए गाड़ी में बैठकर चल दिये कि—राज्यसभा सीट पर सब ठीक है और समय पर आपको पता चल जाएगा।

आरसीपी ने भी साधी चुप्पी, नीतीश पर भरोसा

यहां चौंकाने वाली बात यह है कि जदयू से रास उम्मीदवारी पर नीतीश से उनके घर पर मुलाकात करने के बाद भी आरसीपी सिंह भी कुछ भी नहीं बोल रहे। सूत्रों के अनुसार आरसीपी सिंह को भी मालूम है कि उनके नाम को लेकर विरोध है। शायद यही वजह है कि वे नीतीश कुमार से 1998 से अपनी नज़दीकियों का हवाला तो देते हैं, लेकिन नामांकन को लेकर आज भी कोई दावा नहीं कर रहे।

दो खेमों में बंटी जदयू की अंदरूनी राजनीति

जानकार बताते हैं कि जदयू के अंदर शुरुआत से ही नीतीश कुमार के नेतृत्व के नीचे दो खेमा रहा है। दोनों की स्थिति लगभग एक समान मानी जाती रही। एक खेमा ललन सिंह का और दूसरा आरसीपी सिंह का। लेकिन जब 2020 में नीतीश ने आरसीपी सिंह को नंबर दो बनाते हुए पार्टी अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी दे दी तो राजनीतिक अनुभव कहीं ज़्यादा दक्ष ललन सिंह को खास अच्छा नहीं लगा था।

ललन ने आपसी होड़ को पार्टी हित से जोड़ा

इसी तरह केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने की बारी आई तब भी आरसीपी भारी पड़े।
लेकिन इस बार ललन सिंह अंदर ही अंदर नाराज़ हो गए। यही कारण है कि अब राज्यसभा उम्मीदवारी के सवाल पर इस बार ललन सिंह का खेमा आरसीपी सिंह का विरोध कर रहा है। ललन सिंह ने इस बार बड़ी चतुराई से जदयू में मचे आपसी होड़ को पार्टीगत हितों से जोड़ दिया है।