क्या है आतंक का ‘मिशन-47’? पटना में सिमी-PFI कनेक्शन से हड़कंप, 5 दबोचे गए
पटना : बिहार की राजधानी पटना को केंद्र बनाकर पूरे देश में आतंक और देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के आतंकी मंसूबों का भंडाफाड़ होने से हड़कंप मच गया है। इस सिलसिले में बिहार पुलिस ने दो और एनआईए ने देर शाम तक तीन लोगों को पटना के फुलवारी शरीफ गिरफ्तार किया है। इनमें एक मोहम्मद जलालुद्दीन पुलिस का रिटायर्ड दारोगा है जबकि दूसरा अतहर परवेज PFI का सक्रिय सदस्य है। ये दोनों युवाओं को फुलवारीशरीफ में ‘मिशन 2047’ के तहत आतंकी ट्रेनिंग दे रहे थे। अतहर परवेज पटना गांधी मैदान बम धमाके के आरोपी सिमी आतंकी मंजर का सगा भाई है।
रिटायर्ड दारोगा और PFI सदस्य गिरफ्तार
उनके पास से पुलिस को कई आपत्तिजनक सामग्रीयों के अलावा ऐसे दस्तावेज मिले हैं जिसमें 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की बात कही गई है। बरामद वस्तुओं में PFI का झंडा, पंपलेट व अन्य सामग्री शामिल है। पुलिस के अनुसार ये दोनों पिछले 2 माह से केरल और दूसरे राज्यों के इस्लामी सोच वाले लोगों को आतंक की ट्रेनिंग दे रहे थे। इनके निशाना पर प्रधानमंत्री मोदी का हालिया बिहार दौरा भी था। इसी के बाद एनआईए को भी जांच में लगाया गया जिसने आज गुरुवार की शाम तक तीन लोगों—मरगूब दानिश, अरमान मलिक और शब्बीर आलम को भी दबोचा है। जांच अभी भी चल रही है।
भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का मंसूबा
यह भी खुलासा हुआ कि दोनों मार्शल आर्ट के नाम पर तलवार और चाकुओं से ‘सर तन से जुदा’ करने की ट्रेनिंग युवाओं को दे रहे थे। इस क्रम में दोनों ने कम उम्र के युवाओं को धार्मिक हिंसा के लिए उकसाया। आतंकी गतिविधि को अंजाम देने के लिए इन दोनों ने लाखों रुपये चंदा भी जुटाये थे। पुलिस ने इनके पास से ‘इंडिया विजन 2047’ शीर्षक वाला 8-पृष्ठ का दस्तावेज बरामद किया है। इसमें लिखा है—’पीएफआई को विश्वास है कि भले ही कुल मुस्लिम आबादी का 10 फीसदी इसके पीछे हो, लेकिन PFI कायर बहुसंख्यक समुदाय को वश में करेगा और गौरव वापस लाएगा।