मुंबई: बॉलीवुड में बिहार के उदयमान सितारे सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच करने पहुंची बिहार पुलिस की टीम को लीड करने पहुंचे आईपीएस विनय तिवारी को महाराष्ट्र सरकार के द्वारा जबरन तरीके से होम क़वारंटीन कर दिया गया है। उन्हें 14 दिनों के लिए होम क़वारंटीन किया गया है। इस दौरान वे घर से बाहर नहीं निकल सकते हैं।
इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनके साथ जो हुआ वो गलत है। ये राजनीतिक नहीं है, बिहार पुलिस अपनी ड्यूटी कर रही है। हमारे डीजीपी उनसे बातचीत करेंगे। हालांकि सीबीआई द्वारा जांच कराए जाने पर उन्होंने कुछ नहीं कहा।
इस घटना पर बिहार सरकार के मंत्री व जदयू के कद्दावर नेता संजय झा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे पहले जांच के लिए गए पुलिस अधिकारियों को क्यों नहीं क़वारंटीन किया गया। यह सब कुछ किसी के इशारे पर हो रहा है। इस तरह की घटना से मुंबई पुलिस शक के घेरे में आती है।
वहीं इस मसले पर जदयू नेता अजय आलोक ने कहा कि IPS विनय तिवारी को 14 दिन के लिए क्वॉरंटीन कर लोगे आप उद्धव ठाकरे लेकिन सच्चाई को कोई क्वॉरंटीन नहीं कर सकता , उसे बाहर आना ही हैं , देख लीजिए इस कोशिश में कही अपना सब कुछ गँवाने की नौबत ना आ जाए !!! संभल जाइए वक्त रहते , लेकिन किसे बचा रहे हैं आप ?? देश समझ रहा हैं।
इस मसले पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि कुछ बीबी हो जाए। जांच प्रभावित नहीं होगा। बिहार डीजीपी इस मसले पर महाराष्ट्र डीजीपी से बात करेंगे तथा दोपहर 2 बजे पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे।
सिटी एसपी को क़वारंटीन करने के मसले पर BMC का कहना है कि उसने केंद्र सरकार के गाइडलाइन का पालन किया है। क्योंकि आईपीएस अधिकारी को जांच के सिलसिले में 7 दिन आए अधिक मुंबई में रहना है।
सिटी एसपी (पटना) विनय तिवारी को होम क़वारंटीन की जानकारी देते हुए बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ट्वीट कर कहा कि बिहार कैडर के IPS अधिकारी विनय तिवारी जिनको मुंबई में आज रात में 11 बजे ज़बरदस्ती क्वारंटीन कर दिया गया। SSR केस में जाँच करनेवाली टीम का नेतृत्व करने गए थे। अब ये यहाँ से कहीं निकल नहीं सकते!