पटना: बिहार के नए कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह उर्फ कार्तिक कुमार के खिलाफ अपहरण कांड में अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद भाजपा हमलावर है। वारंटी मंत्री को तुरंत पद से हटाने की मांग करते हुए पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री जिसे मंत्री बना रहे थे, उसपर अपहरण का वारंट और उन्हें इसका पता ही नहीं, यह बात हास्यास्पद है। अब वे मासूम बनते हुए कुछ भी पता नहीं होने की बात कह रहे। वे सफेद झूठ बोल रहे हैं। जिस दिन कानून मंत्री को कोर्ट में सरेंडर करना था, उस दिन वे मंत्री पद की शपथ ले रहे थे।
जिस दिन सरेंडर करना था, मंत्री बन रहे थे
मीडिया से बात करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि कार्तिकेय सिंह सजायाफ्ता पूर्व विधायक अनंत सिंह के दाहिना हाथ हैं। उनपर अपहरण से जुड़े मामले में वारंट जारी हुआ था। वे सरेंडर करने की बजाय मंत्री बन जाते हैं। यह सीएम नीतीश की मजबूरी और लालू के जंगलराज के समक्ष उनका सरेंडर है ।
मोदी ने कहा कि किसी भी आरोपी का सरेंडर न करना बहुत बड़ा अपराध है। यहां तो हद हो गई कि दागी व्यक्ति फरार होकर मंत्री पद की शपथ ले रहे हैं। ये बिहार के जंगलराज की ओर जाने की निशानी है।
ललन सिंह की सोची समझी साजिश
उन्होंने आरोप लगाया कि कार्तिकेय सिंह को सोची समझी रणनीति के तहत कानून मंत्री बनाया गया। इसमें ललन सिंह भी संलग्न हैं। ताकि कार्तिकेय मंत्री बनकर आरजेडी के नेताओं के खिलाफ चल रहे मुकदमों को रफा-दफा कर सकें। मंत्री बनाने से पहले उनका पुलिस वेरिफिकेशन तक नहीं किया गया।
लालू के सामने हिम्मत दिखाएं नीतीश
सुशील मोदी ने कहा कि अपराधियों को कैबिनेट में शामिल करना नीतीश कुमार की मजबूरी है। ऐसा लंबे समय तक रहने वाला है। नीतीश चाहकर भी अच्छे चेहरों को सरकार में शामिल नहीं कर पाएंगे। आने वाले दिनों में जेडीयू का आरजेडी में विलय हो जाएगा, या पार्टी विलीन हो जाएगी। उधर पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा नीतीश कुमार हिम्मत दिखाएं और कानून मंत्री को बर्खास्त करें। यह उनके अस्तित्व का सवाल हो गया है।