पटना : सरकार एक तरफ जहां मध्य विद्यालय को उच्च विद्यालय बनाने के लिए तरह-तरह की योजनाएं चला रही है। सरकार के तरफ से शिक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने का ठोस दावा भी पेश किया जा रहा है। वहीं, राजधानी पटना से सटे फुलवारी शरीफ के एक स्कूल में अभी भी बच्चों से जमीन पर बैठाकर परीक्षा लिया जा रहा है।
जमीन पर बैठकर परीक्षा
दरअसल, बिहार की राजधानी से सटे इलाके फुलवारी शरीफ के एक उच्च विद्यालय में बच्चों को जमीन पर बैठकर परीक्षा देने को कहा जा रहा है। स्कूल प्रशासन के इस आदेश से छात्र छात्राओं को अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
पंचायत चुनाव को लेकर मतदान केंद्र
वहीं, विद्यालय प्रशासन द्वारा इस बात को लेकर सवाल किया गया तो उनका कहना है कि उच्च विद्यालय परिसर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिसके कारण बच्चों को जमीन पर बैठ कर परीक्षा देने को कहा गया है। हालांकि जब से यह सवाल किया गया कि इस तरह से परीक्षा देने में विद्यार्थियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है साथ ही जब परीक्षा लेना अतिआवश्यक था तो कोई वैकल्पिक व्यवस्था क्यों नहीं की गई। वहीं, उन्होंने इस सवाल पर चुप्पी साध ली।
चुनाव के साथ चल रही 12वीं कि सेंटअप परीक्षा
गौरतलब है कि, बिहार में कोरोना संक्रमण के बाद सभी उच्च विद्यालयों को फिर से शैक्षणिक कार्यों के लिए खोल दिया गया है। जिसके बाद से विद्यार्थियों का भी विद्यालय परिसर में आना जाना शुरू हो गया है, वहीं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा 12वीं में कि सेंट अप परीक्षा भी ली जा रही है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव भी जारी
वहीं, दूसरी तरफ बिहार में इन दिनों त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव भी जारी है जिसको लेकर राज्य के बहुत सारे सरकारी विद्यालयों को मतदान केंद्र में तब्दील कर दिया गया है जिससे विद्यालय प्रशासन को 12वीं की सेंट अप परीक्षा लेने में खासा कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। जिसके कारण उनके द्वारा विद्यार्थियों को छुट्टी ना देकर जमीन पर ही बैठा कर परीक्षा लिया जा रहा है।
बहरहाल, गौर करने वाली बात यह है कि बिहार की सरकारी महकमे को इस बात की जानकारी है कि बिहार में इन दिनों पंचायत चुनाव चल रहा है साथ में ही 12 वीं विद्यार्थियों का सेंटर परीक्षा भी चल रहा है तो इसके बावजूद कुछ विद्यालयों में मतदान केंद्र क्यों बनाया गया है जबकि हर एक ग्राम पंचायत में पंचायत भवन का भी निर्माण करवाया जा चुका है।