बदले हुए परिवेश में अधिक जिम्मेदारी के साथ कार्य करें स्वयंसेवक : आरएसएस
पटना : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के उत्तर-पूर्व क्षेत्र की दो दिवसीय बैठक पटना में संपन्न हुई। इस दो दिवसीय बैठक में सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण, जल संरक्षण और कोरोना कालखण्ड में संघ के स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सेवा कार्य की चर्चा व समीक्षा की गयी। बैठक में शाखा विस्तार और दृढ़ीकरण पर भी चर्चा की गई।
पटना के मिर्चा-मिर्ची स्थित केशव सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित बैठक में स्वरोजगार, आत्मनिर्भरता और स्वावलंबन के आधार पर सेवा कार्य को आगे बढ़ाने की विस्तृत चर्चा की गई। कोरोना कालखण्ड के कारण बदले हुए परिवेश में स्वयंसेवकों का आह्वान किया गया कि वे अधिक जिम्मेदारी के साथ कार्य करें।
बैठक में संघ कार्य के साथ वर्तमान परिस्थिति की भी समीक्षा की गई एवं आगामी कार्यक्रमों का विमर्श किया गया। कोरोना के चलते बदले हुए परिवेश में खुले मैदान में शाखा लगाते समय कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करना आवश्यक है। बैठक में कुटुम्ब प्रबोधन जैसे सामाजिक विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। कुटुम्ब प्रबोधन का उद्देश्य परिवार में संस्कारक्षम परिवेश बनाना है। अतः आवश्यक है कि परिवार प्रबोधन के कार्य को गति दी जाए और प्रत्येक स्वयंसेवक ज्यादा सक्रियता के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करें।
स्वयंसेवकों को सामाजिक समरसता एवं पर्यावरण जैसे विषय पर सजग एवं सक्रिय रहने का भी आह्वान किया गया। यहाँ मंदिर, जलस्त्रों एवं श्मशान सबके लिए एक हो। हमारा समाज एक परिवार है इसलिए किसी के प्रति कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। पर्यावरण को सुरक्षित रखकर ही हम अपने भविष्य को संरक्षित कर सकते है। जल संरक्षण, जल प्रबंधन, जल का अपव्यय, वृक्षारोपण एवं प्लास्टिक के उपयोग पर पाबंदी जैसे जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया। जल, जंगल व जमीन की सुरक्षा के लिए इनको प्रदुषण से बचाना अत्यंत आवश्यक है। बैठक में प्लास्टिक का उपयोग रोकने के लिए भी जोर दिया गया।
इस दो दिवसीय बैठक में संघ प्रमुख डाॅ0 मोहन भागवत ने विद्यालय परिसर में केशव सभागार का लोकार्पण किया। रविवार को भोजनोपरांत सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले व सुरेश सोनी, अ.भा. सह प्रचारक प्रमुख अरूण जैन एवं अ.भा. सह प्रचार प्रमुख नरेन्द्र ठाकुर ने विद्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया।