पटना : आयुर्वेद की उपयोगिता को जन—जन तक पहुंचाने के लिए विश्व आयुर्वेद परिषद समर्पित है। विभिन कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में आयुर्वेद के प्रति रुचि बढ़े, इस प्रयास के तहत पटना में 24 और 25 नवंबर को स्नातक स्तरीय निबन्ध कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल श्री लालजी टंडन, बिहार के स्वास्थ मंत्री मंगल पांडेय, बिहार सरकार में पर्यटन मंत्री प्रोमोद कुमार भी शामिल हो रहे हैं। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर सुलभ इंटरनेशनल के विंदेश्वर पाठक को भी बुलाया गया है। ये बातें आज विश्व संवाद केंद्र में आयोजित एक प्रेस वार्ता में राजकीय आयुवेर्दिक कॉलेज पटना के शिवादित्य ठाकुर ने दी।
वैसे तो आयुर्वेद के लिए बहुत सारी संस्थाए काम कर रही हैं, लेकिन विश्व आयुर्वेदिक परिषद आयुर्वेद के हर विभाग और शाखा से जुड़़ी है। आयुर्वेद के हर पहलुओं से जुड़़ी है और विस्तार से इस पर शोध भी करती है। विश्व आयुर्वेद परिषद पिछले 6 वर्षों से लगातार ऐसे कार्यक्रम करती आ रही है। हर वर्ष अलग अलग विषयों पर फोकस किया जाता है। चुनौतीपूर्ण रोगों को आयुर्वेद के माध्यम से कैसे ठीक किया जा सकता है, इस पर परिचर्चा होती है। इसमें देश विदेश के आयुर्वेद के विशेषज्ञों को बुलाया जाता है। इस वर्ष का विषय होगा चर्म रोग से जुड़ी चुनौतियों को कैसे ठीक किया जाय। डॉ शिवादित्य ने बताया कि निबंध का कार्यक्रम रखने के पीछे का उद्देश्य है लोगो में पठन पाठन के प्रति रुचि जगाना। आज इंटरनेट के ज़माने में सारी खबरें लोग इंटरनेट पर ही देख लेते हैं। अतः पठन पाठन में रुचि बढ़े इसके लिए स्नातक स्तर का निबंध का कार्यक्रम रखा गया है। इसमें पूरे भारत के 18 प्रान्तों से 101 निबंध हमें प्राप्त हुए हैं।
मानस दुबे
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