नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के साउथ अफ्रीका दौरे पर रवाना होने ठीक पहले टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने बजाप्ता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना दर्द बयां किया। उन्होंने मीडिया के सामने साफ कहा कि उन्हें वनडे की कप्तानी से हटाने से पहले न तो बीसीसीआई ने और न किसी और ने उनसे पूछा। उनका इशार साफ—साफ बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सेलेक्टर्स की ओर था। विराट ने कहा कि सबकुछ पहले से तय था। मुझसे कुछ पूछा ही नहीं गया। मेरे पास फैसले को मानने के अलावा कोई चारा नहीं था।
कप्तानी से हटाने से पहले नहीं ली गई राय
विराट ने कहा कि मेरे और रोहित के दरम्यान कोई टकराव नहीं है। वह एक शादनदार कप्तान है और राहुल द्रविड़ भाई काफी अनुभवी हैं। दोनों को मेरा फुल सपोर्ट मिलता रहेगा। रोहित से टकराव पर विराट ने कहा कि मैं कई बार कह—कह कर थक गया हूं कि ऐसी कोई बात नहीं। जब तक खेलूंगा, अपने देश में क्रिकेट को कोई नुकसान नहीं पहुंचने दूंगा। कोहली ने यह भी बताया कि अफ्रीकी दौरे के लिए 5 मुख्य सेलेक्टर्स ने मुझसे बात की थी। टीम सेलेक्शन के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि अब मैं वनडे टीम का कप्तान नहीं हूं। मैंने बस इतना कहा कि ओके…।
रोहित संग कोई विवाद नहीं, टीम को फुल सपोर्ट
कोहली भारतीय वनडे टीम का कप्तान बने रहना चाहते थे। लेकिन अब सेलेक्टर्स ने रोहित को कप्तान बनाने का फैसला कर लिया है इसलिए वे उनके इस फैसले को मानेंगे। क्रिकेट के मैदान में बतौर खिलाड़ी वे हर काम करेंगे और अपनी टीम को अपने खेल और अनूभवों की पूरी लगन से सेवा देंगे।