पटना : राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के अनुरोध को स्वीकार करते हुए बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह के आदेशानुसार राजद नेत्री राबड़ी देवी को बिहार विधान परिषद में विपक्षी दल के नेता के रूप में मान्यता मिल चुकी है।
इस आशय में बिहार विधान परिषद् सचिवालय ने आदेश जारी करते हुए बताया कि राष्ट्रीय जनता दल, बिहार के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह के पत्रांक- 15 दिनांक 11.04.2022 पर सम्यक् विचारोपरान्त कार्यकारी सभापति, बिहार विधान परिषद् ने निम्नलिखित निर्णय लेने की कृपा की है कि सदन में राष्ट्रीय जनता दल के सबसे बड़े विपक्षी दल होने तथा नियमानुसार विपक्षी दल की अर्हता के लिए आवश्यक न्यूनतम संख्या पूर्ण होने के कारण राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष के अनुरोध को स्वीकार करते हुए श्रीमती राबड़ी देवी को बिहार विधान परिषद् में नेता, प्रतिपक्ष की मान्यता दिनांक 11.04. 2022 के प्रभाव से दी जाती है।
राजद के परिषद में पहले से कुल 5 सदस्य थे। परिषद के सदस्यों की संख्या के हिसाब से नेता प्रतिपक्ष के लिए 10% यानी सदस्यों की संख्या आठ होनी चाहिए। हाल ही में सम्पन्न एमएलसी चुनाव में राजद को 6 सीटें मिली और पांच सदस्य पहले से थे, इसके बाद यह संख्या 11 हो गई और मुख्य विपक्षी दल के रूप में राजद को आसानी से मान्यता मिल गई। राबड़ी देवी के पुत्र तेजस्वी यादव पहले से विस में नेता प्रतिपक्ष हैं।