नयी दिल्ली : भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में हालात बेहद खराब हो गए हैंं। चीन के लोन जाल में फंसकर तबाह हुए श्रीलंका में आम लोग सड़क पर हिंसा कर रहे हैं। जगह—जगह आगजनी और भीड़ के हमले का तंत्र कायम है। लोगों ने एक सांसद को कल ही मार डाला था। दूसरी तरफ एक सोर्स ने बताया कि उस नेता ने भीड़ के हमले के डर से सुसाइड कर लिया। यहां तक कि हिंसक आम जनता ने कल ही इस्तीफा देने वाले पीएम महिंदा राजपक्षे का न केवल घर जला दिया बल्कि उस आग में उन्हें भी परिवार समेत झोंकने की कोशिश की। आज मंगलवार की सुबह किसी तरह सेना ने उन्हें बचाकर हेलीकॉप्टर के जरिये वहां से निकाला। फिलहाल परिवार समेत राजपक्षे को श्रीलंकाई सेना के नेवल बंकर में छिपाकर रखा गया है।
पूर्व पीएम को जिंदा फूंकना चाहती थी भीड़
ताजा खबर यह है कि गुस्से से भड़के लोग श्रीलंका के त्रिंकोमाली नौसैनिक बेस पहुंच गये हैं। वहीं महिंदा राक्षपक्षे को छिपाकर रखा गया है। राजपक्षे को प्रदर्शनकारियों से बचाने के लिए सुरक्षाकर्मियों को पीएम आवास और अब नेवल बेस के पास गोलियां तक चलानी पड़ रही है। प्रदर्शनकारी नौसैनिक बेस भी पहुंच गए हैं जो राजधानी कोलंबो से 270 किमी की दूरी पर है। श्रीलंका की राजपक्षे सरकार ने हजारों की तादाद में सैनिकों और पुलिसकर्मियों को तैनात किया है और कर्फ्यू लागू किया है।
पड़ोसी देश में हालात बेकाबू, कर्फ्यू बेअसर
महिंदा राजपक्षे के इस्तीफा देने के बाद श्रीलंका में भड़की हिंसा में अब तक 12 लोग मारे गए हैं जबकि 200 के करीब घायल हुए हैं। लोग पीएम के बाद अब राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं। मालूम हो कि 1948 में श्रीलंका आजाद हुआ था। लेकिन आज यह देश सबसे बड़ा आर्थिक संकट झेल रहा है। आमलोग इसके लिए राजपक्षे परिवार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।