पटना : बिहार विधान परिषद में बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरु की भूमिका में दिखे। इस दौरान उन्होंने जदयू के सदस्यों की क्लास ली। 17 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर सरकारी छुट्टी देने की मांग पर मुख्यमंत्री ने नसीहत भरे लहजे में कहा-‘जहां तक भगवान बुद्घ की बात है तो बुद्ध हमेशा कहते हैं कि हमें किसी भी चीज की अति से बचना चाहिए, हमेशा मध्य मार्ग पर चलना चाहिए’।
इससे पूर्व जदयू विधान पार्षद संजीव सिंह ने सदन ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए सरकार से गुरु पूर्णिमा के दिन छुट्टी की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि भारतीय संस्कृति में हिंदू पूर्णिमा का महत्व है। हिंदू परंपरा के तहत पुरातन काल से ही गुरु पूर्णिमा मनाने की परंपरा है। ऐसी मान्यता है कि आध्यात्मिक आस्था के अनुसार हम गुरु मानते हैं और अपने धार्मिक कर्तव्य एवं दायित्वों को निर्धारित करते हैं। इसी के जवाब में सीएम नीतीश कुमार ने गुरू की माफिक ही नसीहत दे डाली।