रांची : झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी अपने विदेश दौरे से रांची लौट आए हैं। रांची में जब उनसे मीडिया ने भाजपा में जाने की अटकलों के बारे में सवाल किया तो उन्होंने गोलमोल जवाब देकर टाल दिया। उन्होंने बड़े ही डिप्लोमैटिक अंदाज में कहा कि अभी तो मैं लौटा हूं। भाजपा में जाने संबंधी खबरें मीडिया में चल रही हैं। बात सबसे होती रहती है। लेकिन अभी इस बारे में कुछ नहीं कह पाउंगा।
श्री मरांडी ने कहा कि फिलहाल मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र में जाउंगा। इसके बाद मीडिया के सवालों का जवाब दूंगा। साफ है कि मरांडी इस मामले पर खुलकर कुछ भी बोलना नहीं चाह रहे, लेकिन झाविमो सूत्रों ने बताया कि भाजपा में पार्टी के विलय को लेकर पाटी के वरिष्ठ पदाधिकारियों और जिलाध्यक्षों के बीच रायशुमारी चल रही है।
झाविमो के कार्यालय सचिव रहे विनोद शर्मा के पास कई नेताओं ने अपना लिखित पक्ष दिया है। नेताओं ने लिख कर दिया है कि बाबूलाल मरांडी जो भी निर्णय लेंगे, वे सभी उनके साथ हैं। वहीं, कुछ नेताओं ने असहमति भी जतायी है।
इधर झाविमो सूत्रों के अनुसार श्री मरांडी प्रतिपक्ष का नेता नहीं बनना चाहते। वह संगठन की जिम्मेदारी लेने में रुचि रखते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि श्री मरांडी भाजपा के शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से उनकी बातचीत हुई है। भाजपा नेता व राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव इस बदलते राजनीतिक केंद्र की धुरी हैं।
साफ है कि श्री मरांडी के झारखंड आगमन के बाद सियासी पारा चढ़ने लगा है। बाबूलाल ने खुलकर तो अभी कुछ नहीं कहा है, लेकिन इतना स्पष्ट है कि जहां आग होती है, वहीं धुआं भी उठता है। माना जा रहा है कि आनेवाले एक—दो दिन में मरांडी का रुख खुलकर सामने आ जाएगा।