अरवल : एक वकील ने कई प्रोफसरों को हेराफेरी का ऐसा पाठ पढ़ाया कि वे सभी चारों खाने चित्त हो गए। मामला कुर्था प्रखंड के दरहेटा लारी स्थित मगध विश्वविद्यालय अंतर्गत अंगिभूत कॉलेज का है। नकली चलान के माध्यम से टीडीएस रिटर्न भरने के नाम पर एक वकील ने यहां कार्यरत कई प्रोफेसरों को दो करोड़ अस्सी लाख की चपत लगा दी। मामले का खुलासा तब हुआ जब जहानाबाद में एक सेमिनार के दौरान एक प्रोफेसर ने टीडीएस और रिटर्न भरने के उपरांत ऑनलाइन जानकारी से संबंधित जानकारी हासिल की। सच्चाई जानकर वे हैरत में आ गए। अंगीभूत कॉलेज के प्रोफेसर द्वारा वकील विवेक कुमार सिन्हा को जमा करने के लिए दो करोड़ दिया गया था। वकील साहब ने बड़ी चलाकी से अपने निजी अकाउंट में प्रोफेसर से 2,8000000 मंगा लिया और अपने अकाउंट में डाल कर रिटर्न का नकली चलान कॉलेज के कार्यरत प्रोफेसरों को उपलब्ध करा दिया। जब वेबसाइट पर मामले की जांच ऑनलाइन रिटर्न के माध्यम से प्रोफेसरों ने की तो उनके पांव से जमीन खिसक गई। रिटर्न नहीं जमा करने के कारण इनकम टैक्स विभाग ने भी इन प्रोफेसरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया और सभी को नोटिस भेज दी। बाद में प्रोफेसरों ने वकील से संपर्क साधा तो वह बहानेबाजी करने लगे। अंत में कॉलेज के प्राचार्य रामध्यान शर्मा ने अरवल एसपी से संपर्क कर मामले की जानकारी दी। तत्काल एसपी ने कुर्था थाने में वकील विवेक कुमार सिन्हा जो जहानाबाद कोर्ट एरिया के निवासी हैं, उनके ऊपर प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है लेकिन अब तक वकील पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। उधर रिटर्न जमा करने के बाद दरहेटा लारी कॉलेज के प्रोफेसर काफी परेशान हैं। आरोपी वकील द्वारा कॉलेज कर्मियों को रिटर्न संबंधी जो कागजात उपलब्ध कराए गए वे सभी फर्जी बताये जाते हैं। कई चेक के माध्यम से वकील द्वारा अपने निजी खाते में 28300000 रुपए मंगाने का आरोप प्राचार्य रामध्यान शर्मा ने लगाया है।
(राहुल हिमांशु)
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