पटना : देश में नित्यप्रति बढ़ती ऊर्जा जरूरतों देखते हुए ‘ऊर्जा संरक्षण’ बेहद जरूरी है। इसके लिए हमें सौर ऊर्जा के विकल्प को अधिक से अधिक अपनाने की जरूरत है। इसके अलावा प्रत्येक राज्य सरकार को ऊर्जा संरक्षण कोड को सख्ती से लागू करना होगा। राजधानी पटना के होटल मौर्या में ऊर्जा संरक्षण पर आज आयोजित कार्यशाला में उक्त बातें उभरकर सामने आईं।
इस कार्यशाला का आयोजन भारत सरकार द्वारा तैयार किये गए ऊर्जा कंज़र्वेशन कोड को लागू करने में आ रही दिक्कतों को दूर करने व उनका समाधान पेश करने हेतु चर्चा करने के लिए किया गया था। पूर्वी भारत के लगभग सभी राज्यों ने इसमें हिस्सा लिया। देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरत को देखते हुए सभी राज्यों ने इस कोड को लागू करने में अपनी सहमति जताई। कार्यक्रम का आयोजन ब्रेडा ने किया था। अपने शुरुआती भाषण में ब्रेडा के चेयरमैन आलोक कुमार ने बताया कि राज्य सरकार से मिलकर हम इसकी पेचीदगियां दूर करेंगे और इसे लागू करवाएंगे। एनर्जी क्लाइमेट चेंज यूरोपियन यूनियन के डेलिगेट एडविन कोकोइ ने कहा कि भारत को ऊर्जा के छेत्र में सक्षम होना चाहिए। सोलर एनर्जी का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करने के लिए इसे बढ़ावा देना चाहिये। इस कार्यक्रम को यूनियन एनर्जी क्लाइमेट के पार्टनरशिप में ब्रेडा ने मिलकर आयोजित किया था।
मानस दुबे
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