बिहार के लिए भी वरदान है यूपी का एक्सप्रेस वे, रामायण सर्किट के अंतर्गत बक्सर में आएंगे ज्यादा श्रद्धालु- चौबे
पटना : केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा उपभोक्ता मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी की सराहना करते हुए कहा कि “यूपी के विकास का एक्सप्रेस वे बिहार के लिए भी वरदान है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हृदय से कोटि-कोटि धन्यवाद देता हूं”।
केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने कहा कि पूर्वांचल से सटे बिहार के जिलों के लिए तो यह अवसर का द्वार खुल गया है। इन जिलों के खाद्यान्न, सब्जी और फल उत्पादक किसानों के लिए एक बहुत बड़ा बाजार खुल गया है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के शैक्षिक संस्थानों में पढ़ाई, मेडिकल अस्पतालों में इलाज तथा लघु–कुटीर उद्योग चलाने वालों के लिए अपने उत्पाद को बेचने की बहुत बड़ी सुविधा मिल गई है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे शुरू होने से पूरे बिहार को बहुत फायदा मिलेगा। करीब 22494.66 करोड़ रुपए की लागत से बना 340.824 लंबा यह एक्सप्रेसवे लखनऊ से शुरू होकर पूर्वी यूपी के गाजीपुर के हैदरिया में समाप्त होगा जो बक्सर से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर है। इसका बक्सर होते हुए पटना से भागलपुर तक इसका विस्तार किया जायेगा। अभीबिहार की राजधानी पटना से बक्सर तक 125 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क निर्माण भी तेजी से हो रहा है। ये सब होने के बड़ा पूरे बिहार का विकास को नई गति मिलेगी।
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किनारे पखनपुरा में अंतरराज्यीय बस अड्डा बनाया जाएगा। इससे जिले के लोग आसानी से बिहार, झारखंड, लखनऊ, दिल्ली और आगरा तक यात्रा कर सकेंगे। ट्रेन पर भार भी कम होगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेस- वे का लाभ बिहार को भरपूर मिलेगा। सबसे व्यस्ततम एक्सप्रेस वे होने से कम समय में लोग लखनऊ और दिल्ली पहुंच सकेंगे। किसान और फल उत्पादक सब्जियों और फलों को लखनऊ के बाजार में ले जाकर अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे। मऊ, आजमगढ़, आंबेडकर नगर, सुल्तानपुर, अमेठी, फैजाबाद, अयोध्या, लखनऊ सहित पूरे पूर्वांचल में खरीद बिक्री के लिए बिहार के व्यापारियों के लिए बाजार खुल गया है।
“बक्सर के लोगों को बहुत फायदा होगा”
अश्विनी चौबे ने कहा कि “बक्सर के लोगों के लिए यह अत्यधिक फायदेमंद है। बक्सर से लोग बड़ी आसानी से सड़क मार्ग से अयोध्या, लखनऊ और दिल्ली का सफर तय कर रहे हैं। बक्सर में राजधानी एक्सप्रेस और संपूर्ण क्रांति जैसी कम समय में दिल्ली तक का सफर कराने वाली ट्रेनों का स्टापेज नहीं है। मगध एवं श्रमजीवी जैसी ट्रेनें यहां से दिल्ली तकरीबन 14 से 16 घंटे में पहुंचती हैं, जबकि सड़क मार्ग से यह दूरी 10 घंटे में पूरी हो जायेगी।
अभी बक्सर से दिल्ली तक सड़क मार्ग से सफर 16 घंटे का है और कोई डेडिकेटेड कारिडोर नहीं होने से कई जगहों पर भीड़भाड़ से गुजरना पड़ता है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे गाजीपुर के हैदरिया पखनपुरा से प्रारंभ हो रहा है और यहां से बक्सर की दूरी महज 18 किलोमीटर है। बक्सर से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे तक चार लेन सड़क की भी योजना स्वीकृत है, लेकिन इसके बनने में अभी कुछ वक्त है। बक्सर के लोग मात्र 18 किलोमीटर की दूरी तय करते ही एक्सप्रेस-वे पहुंच सकेंगे। वर्तमान के दो लेन की सड़क है, वह भी ठीक है और रास्ते में कहीं बॉटल-नेक नहीं होने से जाम की समस्या नहीं है”।
“रामायण सर्किट के अंतर्गत बक्सर में ज्यादा श्रद्धालु आएंगे”
चौबे ने बताया कि “पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे रेस शुरू हो जाने से रामायण सर्किट के अंतर्गत बक्सर का महत्व वह गया है अयोध्या के पश्चिम से जो भी व्यक्ति दर्शन करने आएंगे उनमें से अधिकतर वर्क तराना भी अवश्य चाहेंगे एक्सप्रेस वे से वे मात्र 3 घंटे में अक्सर पहुंच जाएंगे। पर्यटन की दृष्टि से बक्सर के विकास में या महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। बक्सर के लोगों के लिए भी अयोध्या में रामलला का दर्शन करना आसान हो जाएगा”।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि इतना दूरदर्शी और विशाल सोच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही रख सकते हैं। आजादी के इतने वर्ष बीत जाने के बाद किसी ने आज तक इतनी बड़ी वास्तविक पहल किसी ने नहीं किया। पूरे यूपी और बिहार को विकास की नई सौगात देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मैं बिहार और बक्सर की जनता की तरफ से इसके लिए उन्हें कोटि-कोटि धन्यवाद देता हूं।