पटना : बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार अब एक ऐसा नाम बन गया है, जिनकी कुटीर रणनीति की दाग सिर्फ इसी राज्य में नहीं बल्कि यहां से बाहर के राज्यों में भी दी जाने लगी है। इसका मुख्य कारण है कि बिहार की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नीतीश कुमार कोई पहली या दूसरी बार नहीं बल्कि आज यानी बुधवार को आठवीं बार शपथ ग्रहण किए हैं।
दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पीछले 22 सालों से बिहार की कुर्सी पर बने हुए हैं। इस चेहरे को आज तक कोई भी बदल नहीं सका। अब यह चेहरा ने आज आठवीं बार बतौर सीएम बिहार की कुर्सी पर एक बार फिर से काबिज हो गए हैं। इनको राज्यपाल फागू चौहान ने राजभवन के राजेन्द्र मंडपम में सीएम के पद की शपथ दिलाई है। शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि चुनाव के बाद मैं सीएम नहीं बनना चाहता था। बीजेपी के साथ जाने से हमें नुकसान हुआ। पिछले दो महीने से हालात ठीक नहीं थे।
वहीं, दूसरी तरफ लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव दूसरी बार बिहार के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। तेजस्वी यादव को राज्यपाल फागू चौहान ने कैबिनेट के मंत्री पद की शपथ दिलाई है। शपथ लेते समय तेजस्वी यादव काफी खुश नजर आ रहे थे। उन्होंने उस समय सीएम नीतीश के पैर भी छुए है और गले भी मिले। इस दौरान राजभवन में काफी खुशी का माहौल था।
22 साल में यह 8वां मौका, जब नीतीश कुमार राज्य के सीएम बने
गौरतलब हो कि, 22 साल में यह 8वां मौका है, जब नीतीश कुमार राज्य के सीएम बने हैं। वे साल 2000 में सबसे पहले 7 दिनों के लिए सीएम बने थे। वहीं, इस दौरान राजद के तरफ से पूर्व सीएम राबड़ी देवी, तेजप्रताप यादव, तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव सहित कई लोग मौजूद रहे। इस दौरान राबड़ी देवी ने सबकों शुभकामना दी।
यह गठबंधन बिहार और देश के लिए अच्छा
राबड़ी देवी ने कहा कि यह गठबंधन बिहार और देश के लिए अच्छा है। सब मीडिया की देन है कि यह दिन देखने को मिला। मीडिया ने पूछा कि जो गलतियां हुई उसे सुधारेंगे तब राबड़ी देवी ने कहा कि सब माफ है। उन्होंने कहा कि सबकों बहुत बहुत शुभकामना। इसके आगे उन्होंने कहा कि बिहार की जनता के लिए बहुत अच्छा हुआ है। बिहार की जनता बहुत खुश है। वहीं तेजप्रताप ने कहा कि हम सरकार में नौजवानों के लिए काम करने आए हैं।