बिहार विधानसभा उपचुनाव में जदयू को अपनी प्रतिष्ठा वाली सीट पर मिली करारी हार ने पार्टी को अंदर तक झकझोर दिया है। इस सीट पर पहले जदयू का कब्जा था। इस बार उसके हाथ से दरौंदा निकल गया। जदयू के अजय सिंह को निर्दलीय करनजीत सिंह उर्फ़ व्यास सिंह ने करारी शिकस्त दी। व्यास सिंह सिवान भाजपा के उपाध्यक्ष थे। भाजपा से बगावत कर उन्होंने यहां से चुनाव लड़ा।
परिणाम आने के बाद जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि हमलोग हार की समीक्षा करेंगे और जांच के बाद दगाबाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। तथा जिन लोगो ने पार्टी विरोधी काम किया है, उन्हें चिह्नित किया जायेगा। जो भी दोषी पाए जाएंगे उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह का कहना है कि पार्टी इसपर भी विचार करेगी कि कहीं हमलोगों ने उम्मीदवार के चयन में कोई गलती तो नहीं कर दी है। टिकट और उम्मीदवारों के चयन से संबंधित विषयों पर भी चर्चा और समीक्षा करेंगे। वशिष्ठ नारायण सिंह के साफ़ जाहिर होता है कि जदयू ने आत्मविश्वास में आकर दरौंदा सीट पर भारी विरोध के बावजूद अजय सिंह को चुनाव मैदान में उतारा गया था।