नयी दिल्ली : मस्जिद में अजान के लिए 3 मई के बाद लाउडस्पीकर उपयोग के जवाब में हनुमान चालीसा पाठ करने को लेकर महाराष्ट्र की उद्धव सरकार को अल्टीमेटम देने वाले मनसे प्रमुख राज ठाकरे कभी भी गिरफ्तार किये जा सकते हैं। राज ठाकरे के खिलाफ उद्धव की पुलिस ने पिछले माह ही लोकल कोर्ट की तरफ से जारी एक गैर जमानती वारंट खोज निकाला है। इस वारंट पर करीब एक माह से पुलिस कुछ नहीं कर रही थी। अब इसी वारंट को आगे कर उद्धव की पुलिस राज ठाकरे को गिरफ्तार करने का मन बना चुकी है।
एक माह से वारंट दबाए बैठी थी पुलिस
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के सांगली जिले की शिराला कोर्ट ने मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के खिलाफ पिछले माह ही गैर जमानती वारंट जारी किया था। इस वारंट की जानकारी मीडिया को भी नहीं थी और पुलिस इसे दबाए बैठी थी। अब आज मंगलवार को इसकी जानकारी सार्वजनिक हुई है। औरंगाबाद में हुई मनसे की रैली के बाद ही पुलिस राज ठाकरे की इस वारंट के जरिये गिरफ्तारी पर एक्टिव हुई है।
किस मामले में राज पर जारी हुआ वारंट
राज ठाकरे के खिलाफ वर्ष 2008 में आईपीसी की धारा 109, 117, 143 और मुंबई पुलिस अधिनियम 135 के तहत मामला दर्ज किया गया था। तब सांगली के मनसे कार्यकर्ता तानाजी सावंत ने मराठी भाषा और मराठी में दुकानों के बोर्ड के मुद्दे पर आंदोलन किया था। इस दौरान कुछ दुकानों को बंद करने का जबरन प्रयास किया गया। बाद में तानाजी सावंत और पार्टी प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।