कांग्रेस-NCP से गठबंधन तोड़ने को उद्धव तैयार, पवार की सलाह-शिंदे को बनायें CM
नयी दिल्ली : उद्धव ठाकरे की शिवसेना महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन से बाहर होने तैयार है। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने यह बड़ा बयान देते हुए कहा कि यदि बागी विधायक चाहते हैं कि शिवसेना कांग्रेस—एनसीपी गठबंधन से बाहर निकले तो इसके लिए हम तैयार हैं। लेकिन इन विधायकों को यह बात गुवाहाटी से नहीं, बल्कि मुंबई आकर सीएम उद्धव ठाकरे से मिलकर करनी चाहिए।
पवार की सलाह के बाद NCP और शिवसेना में खटपट
इसबीच एक और बड़ी खबर है कि एनसीपी चीफ शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को अपना पद बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे को सौंपने की सलाह दी है। इस सलाह के बीच शिवसेना और एनसीपी में तीखी बहस होने की भी खबर है। कहा जाता है कि शरद पवान ने उद्धव ठाकरे से मीटिंग में उन्हें एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की सलाह दी। पवार ने ठाकरे से कहा कि यदि पार्टी बचानी है तो यह समय की मांग है। इसी के बाद शिवसेना और एनसीपी के बीच मनमुटाव की बात कही जा रही है।
कांग्रेस ने बुलाई अपने विधायकों की आपात बैठक
उधर शिवसेना सांसद संजय राउत के गठबंधन सरकार से बाहर होने के बयान के बाद कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों की आपात बैठक बुला ली है। कहा जाता है कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन से शिवसेना के बाहर होने की सूरत में कांग्रेस को डर सता रहा है कि भाजपा और शिवसेना की करीबी बढ़ेगी और वे या फिर शिवसेना का बागी गुट कांग्रेस के विधायकों को भी तोड़ने की कोशिश करेंगे।
शिवसेना के 13 सांसद भी एकनाथ शिंदे के साथ
इसबीच महाराष्ट्र में तेजी से बदलते राजनीतिक हालात के बीच एक और अपडेट यह आया है कि 43 बागी विधायकों के अलावा शिवसेना के 11 से 13 सांसद भी एकनाथ शिंदे को समर्थन दे रहे हैं। इससे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बड़ी मुश्किल में फंस चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री वाला सरकार बंगला भी खाली कर दिया है। अब संजय राउत के कांग्रेस—एनसीपी गठबंधन से बाहर आने के ताजा बयान के बाद राज्य में सियासी तूफान उठ खड़ा हुआ है और अघाड़ी पक्ष तथा विपक्ष की सभी पार्टियां एकदूसरे को शक की नजर से देखने लगी हैं।